रायपुर: अभनपुर के गोबरा नवापारा नगर पालिका परिषद क्षेत्र अंतर्गत नगर के वार्ड क्रमांक-14 की रहने वाली बुजुर्ग केरी बाई निषाद अभी जीवित है, लेकिन नगर पालिका प्रशासन ने उसे मृत बताकर उसे प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित रखा है. केरी बाई अपने पति लखनलाल निषाद के साथ जिस पुराने मकान में रहती है, वह काफी जर्जर हो चुका है. इस परेशानी को लेकर केरी बाई के पति लखन ने पीएम आवास योजना के लिए दो बार नगर पालिका में आवेदन जमा किया है.
करीब सालभर पहले आवेदन देने पर उन्हें निकाय चुनाव के पहले पालिका बुलाया गया था. यहां मौजूद कर्मचारी ने वर्तमान पालिका उपाध्यक्ष चतुर जगत की उपस्थिति में यह कह दिया था कि लखन की पत्नी केरी बाई मर चुकी है, इसलिए उसे आवास नहीं मिल रहा है. इस पर उसने अपने पत्नी के जीवित होने की बात बताते हुए पालिका की जानकारी को गलत बताया. इसके बावजूद इस मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई.
पालिका चुनाव के समय वोट मांगने उसके घर पहुंचे विधायक धनेन्द्र साहू को भी लखन ने अपनी जीवित पत्नी को प्रस्तुत करते हुए पालिका की कारस्तानी से अवगत कराया. जिस पर विधायक ने उन्हें आवास मिलने का आश्वासन दिया था, लेकिन 8 महीने बीत जाने के बाद भी पालिका शायद लखन की पत्नी को जीवित मानने को तैयार नहीं है. यही वजह है कि उन्हें पीएम आवास योजना के तहत घर नहीं मिल पा रहा है.
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नगरपालिका की गलती और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता का खामियाजा आज लखनलाल और उसकी पत्नी भुगत रहे हैं. मजे की बात यह है कि जो नगरपालिका केरी बाई को मृत बताती है, उसी ने केरी बाई को मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना का राशन कार्ड जारी किया है. जिससे केरी बाई अपना और अपने पति के हिस्से का राशन हर महीने प्राप्त कर रही है.
इस मामले में गोबरा नवापारा नगरपालिका के CMO भूपेंद्र उपाध्याय ने फोन कर बताया कि केरी बाई के नाम से पहले ही आवास बन चुका है, जिसकी वजह से उसका नाम नहीं आया है.