रायपुर: मई का दूसरा सप्ताह कई मामलों में छत्तीसगढ़ के लोगों के कोरोना के दर्द को कुछ कम करने वाला रहा है.इस दौरान प्रदेशभर में कोरोना संक्रमण में काफी गिरावट देखी गई है. हालांकि अभी भी दस हजार के आसपास केस रोज निकल रहे हैं. पिछले सात दिनों में जितने संक्रमित मिले उससे काफी ज्यादा लोग कोरोना को मात देने में
सफल रहे हैं. आइए नजर डालते हैं 8 मई से 14 मई के बीच सात दिनों में कोरोना से जंग में हम कहां पहुंचे और किस तरह इस महामारी को हराने में अपने कदम और बढ़ा दिए हैं.
तेजी से कम हुई संक्रमितों की संख्या-
- पिछले सात दिनों में प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में काफी गिरावट देखी गई है.
- मई के पहले सप्ताह में एक लाख से ज्यादा मरीज सामने आए थे
- पिछले सात दिनों में 69808 संक्रमित सामने आए हैं.
- जबकि 81301 लोग कोविड-19 से स्वस्थ्य हुए हैं.
- इनमें ज्यादातर लोग घर पर ही कोरोना से जंग जीतने में कामयाब रहे हैं.
- इस सप्ताह 1303 लोगों की मौत हुई.
- मौत के केस में 705 लोग ऐसे हैं जिन्हें कोई दूसरी गंभीर बीमारी थी.
एक तरफ प्रदेश में कोरोना के नए मरीजों में कमी आई है वहीं हर रोज होने वाली टेस्टिंग बढ़ा दी गई है. अब प्रदेश में लगभग 70 हजार के आसपास टेस्टिंग हो रही है.
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अस्पतालों में बिस्तर की स्थिति-
- जिस तरह से प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की स्थिति में सुधार हुई है, उसी की साथ अस्पतालों में भी दबाव कम हुआ है.
- 15 मई की स्थिति में 18 हजार से ज्यादा बेड अस्पतालों में खाली हैं.
- इनमें से 209 वेंटीलेटर बेड भी शामिल हैं.
- प्रदेश में ऑक्सीजन सपॉर्ट वाले 5783 बेड्स खाली हैं.
- प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की खपत में काफी गिरावट दर्ज हुई है.
- ऑक्सीजन सिलेंडर के सप्लायर्स के मुताबिक अप्रैल के मुकाबले करीब 60 फीसदी खपत में कमी आई है.
- प्रदेश के अस्पतालों में 1630 एचडीयू बेड्स में से 624 खाली हैं.
- इसी तरह 2980 आईसीयू बेड्स में से 744 खाली है.
अस्पतालों में लगातार बेड्स खाली रहने के चलते राजधानी रायपुर में प्रशासन ने दो कोविड केयर को फिलहाल बंद रखने का फैसला लिया है. शुरुआत में सबसे बड़े हॉट स्पॉट बने रायपुर में काफी तेजी से कोरोना के मामलों में कमी आई है. इसके चलते दो कोविड अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग ने बंद करने का फैसला किया है.बताया जा रहा है कि इन सेंटर्स में कई दिनों से एक्का-दुक्का मरीज ही भर्ती हो रहे थे.
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ब्लैक फंगस की दस्तक
देश के अलग-अलग हिस्सों के बाद 'ब्लैक फंगस' ने छत्तीसगढ़ में भी दस्तक दे दी है.कोरोना से ठीक होने वाले कुछ मरीज ब्लैक फंगस का शिकार हो रहे हैं. आंखों में इंफेक्शन की इस बीमारी का शिकार वे मरीज हो रहे हैं जिन्हें हाइपर डायबडिज है और वे कोरोना से भी संक्रमित हुए हैं. फिलहाल प्रदेश में 40 से ज्यादा मामले इस ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइसिस के आ चुके हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत भी इससे हो चुकी है. सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए दिशा-निर्देश दिए हैं. दवाइयों की उपलब्धता बनाए रखने के लिए निगरानी शुरू कर दी गई है.
वैक्सीनेशन के लिए नया पोर्टल
छत्तीसगढ़ सरकार ने वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को और सुगम बनाने के लिए एक सीजी टीका नाम से अलग पोर्टल बनाया है. पिछले सप्ताह के मुकाबले 18 से 44 साल आयु वर्ग के लोगों को भी अब तेजी से वैक्सीनेट किया जा रहा है. हालांकि ग्रामीण इलाकों में अभी जागरूकता की जरूरत है. जिससे और तेजी से लोग इसका लाभ ले सकें.