रायपुर: नगर निगम हर रोज सरोना ट्रेंचिंग ग्राउंड पर तकरीबन 500 टन कचरा डंप करता है. कोर्ट के आदेश के बाद भी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने आपत्ति करते हुए नगर निगम को 2 जून पूरा कचरा हटाने का निर्देश दिया था. बावजूद इसके अभी भी यहां पर कचरा डंप किया जा रहा है.
लोगों ने किया प्रदर्शन
महीने के शुरुआती दिनों में यहां एक बड़ा विवाद हुआ था. स्थानीय लोगों ने सरोना बचाओ समिति के साथ मिलकर नगर निगम की कचरा गाड़ियों को रोक कर जमकर हंगामा किया. इस दौरान निगम की तरफ से दलील आई कि, अभी ट्रेंचिंग ग्राउंड बनने में थोड़ा और समय लगेगा. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने उन्हें 15 जून तक का समय दिया था, जो पूरा हो चुका है, बावजूद इसके अभी भी सरोना ट्रेंचिंग ग्राउंड में लगातार कचरा डंप किया जा रहा है.
साइंटिफिक तरीके से डम नहीं हो रहा है कचरा
ट्रेंचिंग ग्राउंड से लगी एक बस्ती है, जहां बड़ी संख्या में लोग रहते हैं. उन सभी की एक ही शिकायत है कि, यहां पर इतनी बड़ी संख्या में कचरा डंप किया जाता है. सरोना में बनाए गए ट्रेंचिंग ग्राउंड की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि वहां पर कचरा साइंटिफिक तरीके से डंप नहीं किया जाता. नगर निगम अब जो सकरी गांव में जो दूसरा डंपिंग एरिया बना रहा है, वो साइंटिफिक तरीके से बनेगा.
खुली गाड़ीयों से गिर जाता है कचरा
ट्रेंचिंग ग्राउंड पहुंचने के तकरीबन 2 किलोमीटर पहले से ही सड़कें खराब हो चुकी हैं. पूरे रास्ते पर कचरा बिखरा पड़ा है. इसकी सबसे बड़ी वजह है, जिन गाड़ियों में कचरा भराकर आता है, वो खुली रहती हैं, इसके कारण पूरा कचरा रास्ते पर बिखर जाता है.
कचरा लोगों के घरों में घूस रहा है
छत्तीसगढ़ में मानसून ने दस्तक दे दी है. मौसम वैज्ञानिकों की माने तो इस साल बारिश अच्छी होगी. ऐसे में वहां रह रहे लोगों के सामने यह एक बड़ी परेशानी है. हर साल बरसात होती है और पानी के साथ-साथ डंपिंग ग्राउंड का कचरा वहां के रहवासियों के घरों में घुस जाता है. जिससे वहां बीमारियों के फैलने का खतरा हमेशा बना रहता है.
सरोना में साइंटिफिक डंपिंग बनेगा
मामले को लेकर नगर निगम कमिश्नर शिव अनंत दयाल का कहना है कि 'सकरी गांव में साइंटिफिक तरीके से डंपिंग एरिया बनाया जा रहा है और जल्द ही सरोना को खाली कर दिया जाएगा.