दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले छात्रों ने अपने मेहनत और लगन से इतिहास रच दिया है. दंतेवाड़ा जिले के कुल 68 स्टूडेंंट्स ने NEET और JEE 2023 की परीक्षा में सफलता हासिल की है. इस अवसर पर बोलते हुए दंतेवाड़ा कलेक्टर विनित नंदनवार ने स्टूडेंट्स की इस कामयाबी को एक प्रमुख उपलब्धि बताया है.
नक्सल प्रभावित जिले के छात्रों ने रचा इतिहास: दंतेवाड़ा कलेक्टर विनित नंदनवार ने कहा, 'छू लो आसमान', जिले में काम करने वाला एक संगठन है. जो ग्राम बालूद और कारली में काम कर रहा है. छात्रों को परीक्षा की तैयारी के दौरान प्रश्नों को हल करने की रणनीति के बारे में सिखाया जाता है. यहां के 65 छात्रों ने स्टूडेंट्स ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) पास करने में सफलlता हासिल की हैं. यह एक प्रमुख उपलब्धि है."
जिले में छात्रों का दिया गया मार्गदर्शन: दंतेवाड़ा कलेक्टर विनित नंदनवार ने कहा कि "यह महसूस करते हुए कि हर किसी को दूसरा मौका मिलना चाहिए, एक ड्रॉपआउट बैच शुरू किया गया. जिसके परिणामस्वरूप कई छात्रों का चयन हुआ. हालांकि उन्हें कैसे पढ़ना है और क्या पढ़ना है, इस बारे में समस्याओं का सामना करना पड़ा. इसलिए जिले में छात्रों का मार्गदर्शन करना शुरू कर दिया. वर्तमान में 239 छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि 660 छात्र इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे हैं."
"आईआईटी से सीएस की डिग्री हासिल करने के बाद राजनीति में आकर लोगों की सेवा करना चाहते हूं." - सुरेश कुमार, जेईई क्वालीफायर
दंतेवाड़ा में चलाया जा रहा फ्री कोचिंग संस्थान: जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) प्रमोद ठाकुर ने इस संबंध में जानकारी साझा की है. जिला प्रशासन की मदद से दंतेवाड़ा में दो कोचिंग संस्थान चलाए जा रहे हैं. दंतेवाड़ा जिला प्रशासन बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान कर रहा है. विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में छात्रों (9वीं से 12वीं तक) को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराई जा रही है. लड़कों के लिए कोचिंग ग्राम बालूद में और लड़कियों के लिए कोचिंग ग्राम कारली में संचालित किया जाता है. पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति के अलावा, एनईईटी और जेईई की तैयारी के लिए विषय विशेषज्ञ भी हैं.
(एएनआई)