रायपुर: पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है. दूसरी लहर में रोजाना पूरे देश में 3 लाख के आसपास कोरोना संक्रमित मरीज निकल रहे हैं. वहीं 2 हजार से ज्यादा लोगों की रोजाना पूरे देश में कोरोना से जान जा रही है. पिछले साल मार्च में कोरोना की पहली लहर देश में देखने को मिली थी. पिछले साल मार्च में कोरोना मरीजों के आंकड़े बढ़ने शुरू हुए थे. जून-जुलाई में कोरोना की पहली लहर पीक पर थी. जिसके बाद लगातार संक्रमित मरीजों के मामले कम होते चले गए. अब दूसरी लहर ने पूरे देश में हाहाकार मचा रखा है.
छत्तीसगढ़ की बात की जाए तो छत्तीसगढ़ में पहली लहर जुलाई से देखने को मिली. सितंबर में छत्तीसगढ़ में पहली लहर का पीक देखने को मिला. अब प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है. अप्रैल महीने में प्रदेश में 3 हजार के आसपास कोरोना मरीजों की मौत हुई है. अब भी लगातार रोजाना 200 से ज्यादा लोगों की कोरोना से मौत हो रही है. अब डॉक्टर कोरोना की तीसरी लहर को लेकर परेशान हैं. डॉक्टरों का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर दूसरी लहर से ज्यादा खतरनाक हो सकती है.
राजधानी में नहीं है एक भी मामला
आंध्र प्रदेश में कोरोना का नया म्यूटेंट लोगों को तेजी से अपनी गिरफ्त में ले रहा है. इसलिए आंध्र प्रदेश से सटे बस्तर के इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई है. ये स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक है और 3 गुना तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है. हालांकि अभी तक इस तरह का कोई भी मामला राजधानी रायपुर में देखने को नहीं मिला है.
झारखंड और ओडिशा से जशपुर पहुंचने वाले लोगों की हो रही कोरोना जांच
नहीं पता चल रहे लक्षण
जिला अस्पताल प्रभारी डॉ. पीके गुप्ता ने बताया कि जैसा हम देख रहे हैं कि जो कोरोना का अभी सेकंड स्ट्रेन आया है, वो पहले स्ट्रेन में बच्चे जवान इससे ज्यादा प्रभावित नहीं होते थे. जो वृद्ध हैं या जिनको है शुगर, ब्लड प्रेशर, हार्ट की बीमारी है, उन पर ये वायरस पहले ज्यादा इफेक्ट करता था. उनकी ज्यादा मौतें हो रही थी. ये जो सेकंड स्ट्रेन अभी आया है इसमें जो लक्षण है वो भी कुछ अलग किस्म के हैं. ज्यादा फीवर नहीं आता. ज्यादा खांसी भी नहीं होती, किसी के हाथ पैर में दर्द हो रहा है, किसी का स्वाद चला गया है, किसी की सूंघने की शक्ति चली जाती है, किसी को उल्टी हो रही है, किसी को लूज मोशन हो रहा है. ये यंग लोगों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है. अभी ये भी पता चला कि एक और खतरनाक स्ट्रेन जो आंध्र प्रदेश में डिटेक्ट हुआ है, वह बस्तर के रास्ते छत्तीसगढ़ में एंटर हो रहा है. इसकी अभी तक कंप्लीट जानकारी नहीं है. ये स्ट्रेन RTPCR में भी स्किप कर जा रहा है. हो सकता है उसके हिसाब से नया टेस्ट इजाद करना होगा.
इम्यूनिटी डेवलप होने से खत्म होगी महामारी
तीसरा स्ट्रेन कब तक आएगा इसके बारे में बताया नहीं जा सकता. लेकिन जब कोई भी महामारी आती है तो उसके दो-तीन साइकिल हो जाते हैं. पहली बार जो बच जाते हैं वह दूसरी बार में इनफेक्ट हो जाते हैं. जब सारे इनफेक्ट हो जाते हैं तो उनमें इम्यूनिटी डेवेलप हो जाती है. सब में इम्यूनिटी डेवेलप हो जाती है तो महामारी अपने आप खत्म हो जाती है.
सावधानी बरतना जरूरी
रायपुर CMHO डॉ. मीरा बघेल ने बताया कि नया स्ट्रेन प्रदेश में तेजी से फैल तो रहा है. लेकिन राजधानी में ऐसा कोई मामला नहीं देखने को मिला है. राजधानी के अस्पताल पूरी तरह से तैयार हैं और बेड भी अवेलेबल हैं. बस लोगों को यह समझने की जरुरत है कि लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना करना है. इसके साथ ही मास्क का उपयोग और एक दूसरे से दूरी बनाए रखना है.