रायपुर: कोरोना संक्रमण के बीच मार्च में लगाए गए लॉकडाउन के बावजूद प्रदेश में सड़क हादसों का दौर नहीं थमा. हाल ही में पुलिस विभाग द्वारा जारी आंकड़ों में बताया गया है कि पिछले 10 महीने में प्रदेश में 9097 सड़क हादसे हुए. जिसमें 3 हजार 5 सौ 43 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. 8 हजार 3 सौ 88 लोग सड़क हादसों में घायल हुए.
पुलिस ने सड़क हादसों में कमी बताया
हालांकि पुलिस महकमा इसे गत वर्ष की तुलना में सड़क हादसों में आई कमी बता रहा है, लेकिन यह सोचने वाली बात है लॉकडाउन की वजह से लंबे समय तक सड़कों पर यातायात बंद था, लोगों की आवाजाही सड़कों पर कम थी, बावजूद इसके सड़क हादसे क्यों नहीं रुके.
लॉकडाउन खुलने के बाद सड़क हादसों में इजाफा
छत्तीसगढ़ में पिछले 10 माह (जनवरी से अक्टूबर 2020 तक) में 9 हजार 97 सड़क दुर्घटनाओं में 3 हजार 5 सौ 43 व्यक्तियों की मौत और 8 हजार 3 सौ 88 लोग घायल हुए है. गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में 22.12 प्रतिशत, मृतकों में 15.98 प्रतिशत और घायलों में 24.98 प्रतिशत की कमी आई है. लेकिन प्रदेश में गतवर्ष की तुलना में अगस्त महीने में 0.30 प्रतिशत, सितम्बर में 13.87 प्रतिशत और अक्टूबर में 0.52 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं और मृत्यु दर में वृद्धि हुई है. यानि लाॅकडाउन खत्म होने के बाद सड़क हादसों में वृद्धि हुई है.
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जिलेवार सड़क दुर्घटनाएं
इस अवधि में सड़क दुर्घटनाओं में रायपुर, गरियाबंद, मुंगेली, दन्तेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर में मृत्युदर की वृद्धि हुई है, जबकि बलौदाबाजार, महासमुंद, धमतरी, दुर्ग, बालोद, राजनांदगांव, कबीरधाम, बेमेतरा, बिलासपुर, जांजगीर चांपा, कोरबा, रायगढ़, गोैरला पेण्ड्रा, सरगुजा, जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, जगदलपुर, कोण्डागांव, कांकेर और सुकमा में मृत्यु दर में कमी आई है.
दो पहिया वाहनों के ज्यादा रोड एक्सीडेंट
सड़क दुर्घटना प्रकरणों में लगभग 67 प्रतिशत मृतक दो पहिया वाहन में सवार थे. जिनमें से 95.6 प्रतिशत व्यक्तियों ने हेलमेट नहीं पहना था. दो पहिया वाहनों के 2 हजार 3 सौ 59 सड़क दुर्घटना प्रकरणों में 2 हजार 3 सौ 61 लोगों की मृत्यु हुई, इनमें से 2 हजार 2 सौ 57 व्यक्ति हेलमेट धारण नहीं किये हुए थे.
इन प्रकरणों में कार्रवाई
मोटरयान अधिनियम के तहत इस अवधि में राज्य में कुल 1,04,930 प्रकरणों में कार्रवाई कर 4,57,83,146 रुपये समन शुल्क वसूल किया गया.राज्य में जनवरी से अक्टूबर 2020 तक सभी प्रकार के कुल 2,38,022 प्रकरणों में चालानी कार्रवाई कर 7,71,91,900 राशि समन शुल्क के रूप में वसूली की गई.