रायपुर : राजधानी रायपुर सहित पूरे प्रदेश के न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. यह आयोजन राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के कार्यपालक अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा के निर्देश पर आयोजित किया गया. लंबित प्रकरणों का निपटारा और राजीनामा के प्रकरणों का निपटारा के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
6 हजार से अधिक मामलों की सुनवाई
रायपुर और गरियाबंद जिला न्याय प्रक्रिया की दृष्टि से एक ही क्षेत्र में आता है. रायपुर और गरियाबंद जिले को मिलाकर 30 खंडपीठ बनाए गए, जिसमें रायपुर जिले में 25 खंडपीठ और गरियाबंद जिले में 5 खंडपीठों के माध्यम से 6 हजार से अधिक मामलों के सुनवाई रखी गई थी.
इस नेशनल लोक अदालत में राजीनामा के प्रकरण, अपराधिक मामले, सिविल मामलों सहित मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण, चेक बाउंस के मामले सुनवाई के लिए रखे गए थे.
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16 नवंबर को फिर होगा आयोजन
रायपुर जिले की बात की जाए, तो जिले में ही चेक बाउंस के लगभग 13 हजार प्रकरण लंबित हैं. अगर कोई पक्षकार इस नेशनल लोक अदालत में अपने प्रकरणों पर नहीं आ पाया है, तो आने वाले समय में 16 नवंबर को फिर से नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा.
इस साल के अंत में 14 दिसंबर को फिर से नेशनल लोक अदालत का आयोजन होगा, जिसमें पक्षकार अपने लंबित प्रकरणों की सुनवाई में आ सकते हैं.