रायपुरः छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नागरिक आपूर्ति निगम घोटाले में हर रोज एक नया मोड़ आ रहा है. नान घोटाले में EOW ने कार्रवाई करते हुए डायरी में दर्ज 'सीएम' कोड वाले चिंतामणि चंद्राकर को हिरासत में लिया था. चिंतामणि ईओडब्ल्यू की इस कार्रवाई के खिलाफ हाईकोर्ट जाने की तैयारी में हैं.
इस डायरी में उल्लेखित 'सीएम' शब्द बतौर कोड के रूप में चिंतामणि चंद्राकर (सीएम) के लिए इस्तेमाल किया जाता था. चिंतामणि की गिरफ्तारी के बाद उन्हें पूछताछ के लिए गोपनीय जगह रखा गया था.
तत्कालीन लेखाधिकारी चंद्राकर को EOW ने दुर्ग स्थित निवास से हिरासत में लिया था. दिनभर पूछताछ के बाद उन्हें वापस घर पहुंचा दिया था. चंद्राकर इस कार्रवाई को हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं.
चिंतामणि चंद्राकर के वकील अमीन खान का कहना है कि उनके क्लाइंट को हिरासत में लेने से पहले EOW ने नोटिस जारी क्यों नहीं किया. उन्होंने हिरासत में लिए जाने को गैरकानूनी बताया है.
इसके साथ ही कहा कि अगर चंद्रकार को सिर्फ हिरासत में लिया गया था तो फिर उन्हें पूरे दिन वकील से और उनके परिजनों से मिलने क्यों नहीं दिया गया. वकील का कहना है कि चिंतामणि उन पर दबाव बनाया जा रहा था.