रायपुर: राजधानी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल स्थित मल्टीडिसीप्लिनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट के रिसर्चर्स ने एंटीबॉडी जांच किट बनाई है. ये किट कोरोना के विरुद्ध शरीर में बनने वाले एंटीबॉडीज का पता आसानी से लगा लेगी. जल्द ही इसे बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा.
पिछले सालभर में करोड़ों लोग देश में कोरोना संक्रमित मिले हैं. लगभग 6 महीने से देश के सभी राज्यों में कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है. अब तक देश में करोड़ों लोगों को वैक्सीन भी लग चुकी है. अब डॉक्टर्स और रिसर्च सेंटर द्वारा शरीर में वायरस से लड़ने के लिए कितनी एंटीबॉडी है. इसकी जांच के लिए भी किट बनाई जा रही है. रायपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल स्थित मल्टीडिसीप्लिनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट ने सार्स सीओवी-2 वायरस के सिरो जॉर्ज व निगरानी के लिए एक जांच किट बना ली है. ये किट कोरोना के विरुद्ध शरीर में बनने वाले एंटीबॉडीज का पता आसानी से लगा सकेगी.
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मल्टीडिसीप्लिनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट ने बनाई एंटीबॉडी जांच किट
मल्टीडिसीप्लिनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट के प्रमुख डॉ जगन्नाथ पाल और जूनियर साइंटिस्ट डॉक्टर योगिता राजपूत के नेतृत्व में इस किट को तैयार किया गया है. ये जांच किट 2 घंटे के अंदर यह बताएगा कि कोरोना से लड़ने के लिए हमारा शरीर कितना तैयार है. जांच किट को जून के पहले या दूसरे हफ्ते में ICMR को अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा. इसके बाद अगस्त के आखिर तक के ये मार्केट में आने की उम्मीद है. अप्रूवल के बाद काफी सस्ते दामों में यह किट बाजार में उपलब्ध हो जाएगी. इस जांच के लिए शरीर से खून का नमूना लिया जाएगा. ब्लड सैंपल लेने के बाद प्रयोगशाला में जांच कर पूरी प्रक्रिया 2 घंटे में पूरी हो जाएगी. जो बेहद सस्ती भी होगी. इसकी जांच का खर्च 5 से 10 रुपये ही होगा.