रायपुर: चर्चित फोन टेप कांड और नान घोटाले को लेकर मुश्किल में फंसे ईओडब्ल्यू के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने सोमवार को ईओडब्ल्यू में अपने बयान दर्ज कराया. आज यानी मंगलवार को निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता से पूछताछ के लिए बुलाया गया था लेकिन वो नहीं पहुंचे.
मुकेश गुप्ता के वकील अमीन खान यहां पहुंचे. अब मुकेश गुप्ता 6 जून को दोबारा पेश होंगे. अमीन ने बताया कि मुकेश की बेटी की तबीयत अचानक बिगड़ने से उन्हें दिल्ली जाना पड़ा है.
क्या है पूरा मामला
छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद नान घोटाले पर जांच के आदेश दिए गए. तब ये खुलासा हुआ था कि छापे के पहले नान के अफसरों और कर्मचारियों का फोन टेप हो रहा था. इसके पुख्ता सबूत मिलने के बाद ईओडब्ल्यू ने तत्कालीन डीजी मुकेश गुप्ता, एसपी रजनेश सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया. इस मामले में ईओडब्लू के ही डीएसपी आरके दुबे ने डीजी और एसपी के खिलाफ बयान दिया था कि उनके दबाव में उन्होंने अफसरों के फोन अवैध रूप से टेप करवाने का आदेश जारी किया. हालांकि बाद में दुबे का बयान विवादों में पड़ गया.
पूछताछ के लिए बुलाया था रायपुर
बयान देने के बाद आरके दुबे ने हाईकोर्ट में हलफनामा दे दिया कि उन पर दबाव डालकर बयान लिखवाया गया था. पर कुछ दिनों बाद उन्होंने फिर हाईकोर्ट में नया हलफनामा देकर अपने पिछले शपथपत्र को गलत ठहराया. उन्होंने आरोप लगाया कि मुकेश गुप्ता और रजनेश सिंह के कहने पर ही उन्होंने अवैध तरीके से अफसरों का फोन टेप किया. इसी केस में सवाल जवाब के लिए मुकेश गुप्ता को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया था.