रायपुर - केरल में मॉनसून ने दस्तक दे दी है.कुछ दिनों बाद प्रदेश में भी मॉनसून दस्तक देगा.यदि आप मॉनसून के दौरान घर के बाहर घूमने के शौकीन है तो यकीन मानिए छत्तीसगढ़ से बेहतर कुछ नहीं हो सकता.आज हम आपको बताएंगे.छत्तीसगढ़ की उन पांच जगहों के बारे में जहां जाकर आप मॉनसून एंजॉय कर सकते हैं.
बस्तर - बस्तर की खूबसूरती के सिर्फ छत्तीसगढ़ के लोग ही नहीं बल्कि दुनिया दीवानी है. मॉनसून में बस्तर की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं.इस क्षेत्र को लोग छत्तीसगढ़ का कश्मीर कहते हैं.इंद्रावती और गोदावरी नदियों के कारण बस्तर में प्राकृतिक सुंदरता की भरमार है.यहां के जंगलों में बांस,साल,सागौन,शीशम और बीज के पेड़ देखने को मिलते हैं. बस्तर की स्थापना नागवंशी राजाओं ने ग्याहरवीं शताब्दी में की.मॉनसून के दौरान आप बस्तर के तीरथगढ़ जलप्रपात, चित्रकोट जलप्रपात,मामा भांजा मंदिर,दंतेश्वरी मंदिर,सात धारा में अपना क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं.
दंतेवाड़ा - छत्तीसगढ़ राज्य के दक्षिण क्षेत्र में दंतेवाड़ा पड़ता है. ये एक छोटा सा शहर है.जो बस्तर संभाग के अंदर आता है. बारिश के दिनों में दंतेवाड़ा की खूबसूरती देखते ही बनती है.हरे भरे पहाड़ियों के बीच बादलों का गुजरना मन को सुकून देता है. बारिश में सड़क के माध्यम से आप दंतेश्वरी मंदिर, इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान, ढोलकल गणेश,फूलपद वाटरफॉल के साथ बचेली घूमने आ सकते हैं.
कोरिया - कोरिया छत्तीसगढ़ के प्रमुख जिलों में से एक है.ये मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर है. जिले का निर्माण 25 मई 1998 को हुआ.छत्तीसगढ़ विभाजन के बाद ये प्रदेश का मुख्य जिला बन गया.यहां पर मॉनसून के दौरान आप अमृतधारा जल प्रपात, हसदेव नदी उद्गम स्थल, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान, सीतामढ़ी हरचौका और गौरघाट जलप्रपात में घूम सकते हैं.
सरगुजा : छत्तीसगढ़ का सरगुजा क्षेत्र अपने भव्यता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. मॉनसून के सीजन में आप सरगुजा के कई मनोरम जगहों में अपनी छुट्टियां बिता सकते हैं. सरगुजा और जशपुर क्षेत्र में चाय के बागान मॉनसून के दौरान आपको अलग ही अहसास कराएंगे. सरगुजा में आप महेशपुर, रामगढ़ की पहाड़ी,मैनपाट, टिनटिन पत्थर और तातापानी क्षेत्र में भ्रमण कर सकते हैं.
राजनांदगांव : जिले का निर्माण 1973 को दुर्ग जिले से अलग करके किया गया था. इसे छत्तीसगढ़ की संस्कार धानी कहते हैं.शहर के चारों तरफ तालाब और नदियां हैं. इस जिले में आपको शांति और सद्भाव का अहसास होगा.इस क्षेत्र का मूल नाम नंदग्राम था. इस क्षेत्र में कलचुरी,सोमवंशी और मराठाओं का शासन रहा है. राजनांदगांव में आप गायत्री मंदिर,शीतला मंदिर और बर्फानी आश्रम के दर्शन कर सकते हैं. मॉनसून के दौरान विश्व विख्यात डोंगरगढ़ मां बमलेश्वरी के दर्शन करना अपने आप में एक एडवेंचरस टूर है. इसके अलावा आप अपने परिवार के साथ मनगटा जंगल सफारी,पाताल भैरवी, हजरा फॉल और खरखरा डैम में भी घूमने जा सकते हैं.