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छत्तीसगढ़ में इस दिन पहुंच सकता है मानसून, किसान पहले ही कर लें ये काम - छत्तीसगढ़ का मौसम

दक्षिण-पश्चिम मानसून अब पूर्वी भारत की ओर बढ़ रहा है. छत्तीसगढ़ में भी मानसून जल्द ही दस्तक दे सकता है​. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने छत्तीसगढ़ में आने वाले एक-दो दिनों में बारिश की संभावना जताई है.

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छत्तीसगढ़ में इस दिन पहुंच सकता है मानसून
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Published : Jun 9, 2021, 8:11 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में आने वाले एक-दो दिनों में मानसून सक्रिय हो सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ये संभावना जताई है. फिलहाल राज्य के अधिकांश हिस्सों में कहीं-कहीं हल्के और कहीं-कहीं गहरे बादल छाए हुए हैं. छत्तीसगढ़ में 11 और 12 जून को कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है. इस दौरान बादलों की गरज और बिजली की चमक तथा 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है.

प्रदेश के सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, पेंड्रा, मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर, रायगढ़, राजनांदगांव, दुर्ग, बलौदाबाजार, महासमुंद, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव बस्तर दंतेवाड़ा और उससे लगे जिलों में गरज चमक के साथ आंधी चलने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना मौसम विभाग ने जताई.

किसानों के लिए सलाह जारी

राज्य के कृषि एवं मौसम विज्ञान विभाग और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में मानसून आगमन को ध्यान में रखते हुए किसानों को मौसम आधारित कृषि सलाह दी है. उन्होंने खरीफ फसलों और फल-सब्जियों की बुवाई के साथ ही पशुपालन के संबंध में और आवश्यक वैज्ञानिक सलाह दी है.

कई जिलों में गर्मी से राहत, बारिश की संभावना

किसान कर लें ये काम

कृषि वैज्ञानिकों ने कहा है कि खेत की साफ-सफाई और मेड़ों की मरम्मत आवश्यक रूप से इस समय करना चाहिए. खरीफ फसल लगाने के लिए बीज एवं उर्वरक का अग्रिम व्यवस्था कर ले. धान की जैविक खेती के लिए हरी खाद फसल जैसे ढेंचा/सनई की बुवाई शीघ्र करें. किसानों को सलाह है कि खरीफ फसल लगाने के लिए बीज और उर्वरक का इंतजाम पहले ही कर लें. धान की नर्सरी के लिए गोबर खाद की व्यवस्था कर लें. सोयाबीन, मक्का, मूंगफली आदि फसलों की बुवाई के लिए खेतों को गहरी जुताई कर तैयार करें. गन्ने की नई फसल में आवश्यकतानुसार निंदाई-गुडाई एवं सिंचाई करें.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में आने वाले एक-दो दिनों में मानसून सक्रिय हो सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ये संभावना जताई है. फिलहाल राज्य के अधिकांश हिस्सों में कहीं-कहीं हल्के और कहीं-कहीं गहरे बादल छाए हुए हैं. छत्तीसगढ़ में 11 और 12 जून को कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है. इस दौरान बादलों की गरज और बिजली की चमक तथा 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है.

प्रदेश के सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, पेंड्रा, मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर, रायगढ़, राजनांदगांव, दुर्ग, बलौदाबाजार, महासमुंद, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव बस्तर दंतेवाड़ा और उससे लगे जिलों में गरज चमक के साथ आंधी चलने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना मौसम विभाग ने जताई.

किसानों के लिए सलाह जारी

राज्य के कृषि एवं मौसम विज्ञान विभाग और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में मानसून आगमन को ध्यान में रखते हुए किसानों को मौसम आधारित कृषि सलाह दी है. उन्होंने खरीफ फसलों और फल-सब्जियों की बुवाई के साथ ही पशुपालन के संबंध में और आवश्यक वैज्ञानिक सलाह दी है.

कई जिलों में गर्मी से राहत, बारिश की संभावना

किसान कर लें ये काम

कृषि वैज्ञानिकों ने कहा है कि खेत की साफ-सफाई और मेड़ों की मरम्मत आवश्यक रूप से इस समय करना चाहिए. खरीफ फसल लगाने के लिए बीज एवं उर्वरक का अग्रिम व्यवस्था कर ले. धान की जैविक खेती के लिए हरी खाद फसल जैसे ढेंचा/सनई की बुवाई शीघ्र करें. किसानों को सलाह है कि खरीफ फसल लगाने के लिए बीज और उर्वरक का इंतजाम पहले ही कर लें. धान की नर्सरी के लिए गोबर खाद की व्यवस्था कर लें. सोयाबीन, मक्का, मूंगफली आदि फसलों की बुवाई के लिए खेतों को गहरी जुताई कर तैयार करें. गन्ने की नई फसल में आवश्यकतानुसार निंदाई-गुडाई एवं सिंचाई करें.

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