रायपुर: छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री 23 जून को हुई थी. दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी छत्तीसगढ़ से 10 अक्टूबर तक होने की संभावना है. यानी कि 10 अक्टूबर तक छत्तीसगढ़ से मानसून की विदाई हो सकती है. वैसे तो 1 जून से लेकर 30 सितंबर तक 4 महीने का समय मानसूनी बारिश के लिए जाना जाता है. लेकिन इस बारे में मौसम विभाग ने साफ किया है कि इस बार छत्तीसगढ़ से दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई देरी से होगी.
10 अक्टूबर को मानसून की विदाई: मौसम विभाग के अनुसार मानसून की विदाई 10 अक्टूबर को होगी. छत्तीसगढ़ में मानसूनी सीजन में सामान्य बारिश 1124.4 मिलीमीटर तक होनी थी. हालांकि प्रदेश में अब तक 1033.01 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है. छत्तीसगढ़ में अभी भी 8 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है.मौसम विभाग के मुताबिक 1 जून से 25 सितंबर तक पूरे प्रदेश में सबसे अधिक बारिश बलौदाबाजार में दर्ज की गई है. वहीं, सबसे कम बारिश पूरे प्रदेश में सरगुजा में दर्ज की गई है.
इस साल छत्तीसगढ़ से दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी की संभावित तिथि 10 अक्टूबर है. मानसूनी सीजन में अगर 5 दिनों तक प्रदेश के किसी भी जगह पर बारिश नहीं होने के साथ ही कोई भी सिस्टम सक्रिय नहीं होता है. तब मानसून की विदाई के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती है. जिन जगहों पर बारिश कम हुई हैं, वहां पर अभी भी सामान्य वर्षा की संभावना बन रही है. क्योंकि बंगाल की खाड़ी में फिर एक सिस्टम सक्रिय हो गया है, जिसके प्रभाव से आने वाले कुछ दिनों तक मानसून के सक्रिय रहने की संभावना है. -एस के अवस्थी, मौसम वैज्ञानिक
एक जून से 25 सितंबर तक छत्तीसगढ़ में कितनी हुई बारिश, जानिए हर जिले का आंकड़ा
- बालोद में 968.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य बारिश से 3 फीसदी कम है.
- बलौदाबाजार में 1194.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. यानी कि यहां सामान्य बारिश से 28 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है.
- बलरामपुर में 926.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. ये सामान्य बारिश से 19% कम है.
- बस्तर में 953.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य बारिश से 17 फीसदी कम है.
- बेमेतरा में 932.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. यहां सामान्य से 6 फीसदी कम बारिश हुई है.
- बीजापुर में 1661.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. यहां सामान्य से 27 फीसदी अधिक बारिश हुई है.
- बिलासपुर में 1246.6 मिनी बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य से 16 % अधिक है.
- दंतेवाड़ा में 977.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. यहां सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है.
- धमतरी में 960 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य से 6 फीसदी कम है.
- दुर्ग में 1078.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. यहां सामान्य से 11 फीसदी अधिक बारिश हुई है.
- गरियाबंद में 957.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.यहां सामान्य से 10 प्रतिशत कम बारिश हुई है.
- जांजगीर में 1069 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य से 8% कम है.
- जशपुर में 835.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. यहां सामान्य से 39 फीसदी कम बर्षा हुई है.
- कबीरधाम में 760 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य बारिश से 10 फीसदी कम है.
- कांकेर में 1053.5 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है. यहां सामान्य बारिश से 17 फीसदी कम बर्षा हुई है.
- कोंडागांव में 913.5 मिनी बारिश दर्ज की गई है. यहां सामान्य बारिश से 21 फीसदी कम बारिश हुई है.
- कोरबा में 1042 मिमी बारिश दर्ज की गई है. यहां सामान्य बारिश से 20 फीसद कम बारिश दर्ज हुई है.
- कोरिया में 878.01 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य बारिश से 21 फीसदी कम है.
- महासमुंद में 996.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. यहां सामान्य से 4 प्रतिशत कम बारिश हुई है.
- मुंगेली में 1323.01 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य से 39 फीसदी अधिक है.
- नारायणपुर में 955.01 मिमीमीटर बारिश दर्ज की गई है. यहां सामान्य से 20 फीसद कम वर्षा हुई है.
- रायगढ़ में 1156.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. जिले में सामान्य बारिश से 2 % कम वर्षा हुई है.
- रायपुर में 1281.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. जो कि सामान्य बारिश से 24 प्रतिशत अधिक है.
- राजनांदगांव में 1087.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. यहां सामान्य से 13 फीसदी अधिक वर्षा हुई है.
- सुकमा में 1329.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य बारिश से 20 फीसद अधिक है.
- सूरजपुर में 768.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य बारिश से 30 प्रतिशत कम है.
- सरगुजा में 532.7 मिनी बारिश दर्ज की गई है. जिले में सामान्य से 56 फीसद कम बारिश दर्ज की गई है.
यानी कि इस बार हर जिले में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है. कम बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान होने की संभावना है. वहीं, आने वाले समय में कुछ क्षेत्रों में सूखे जैसे हालात बन सकते हैं.