रायपुर: छत्तीसगढ़ में मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है. भीषण गर्मी और गर्म हवाओं के बाद अब राजधानी के लोग बारिश की ठंडी बूंदों का मजा ले रहे हैं. कोरोना के संक्रमण के बाद अब मानसून भी मौसमी बीमारियों का खतरा साथ लेकर आया है. संक्रमण से होने वाली बीमारियों इस मौसम में सबसे ज्यादा सक्रिय होती है.
मौसम में अचानक बदलाव पर बरतें सावधानी: डॉ भीमराव स्मृति चिकित्सालय के मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ आर एल का कहना है कि "मानसून जब आता है, तो तापमान एकदम से कम हो जाता है. ऐसे में सबसे पहले हमें बीमारियां जकड़तीं हैं. जिन लोगों को एलर्जी की शिकायत होती है, उन्हें एलर्जी हो जाती है. कुछ लोगों को काफी शौक होता है मानसून की पहली बारिश में भीगने का. पर यह मौसम फ्लू का मौसम होता है. अचानक गर्म तापमान से ठंडे तापमान में आने की वजह से बहुत जल्दी फ्लू पकड़ लेता है. तापमान जैसे ही 35-36 डिग्री से नीचे आता है, तो सर्दी-खांसी, वायरल इन सारी बीमारियां होने की शिकायत होती है. इसलिए हम इसे फ्लू सीजन भी कहते हैं.
स्ट्रीट फूड से करें परहेज: पानी गिरने से कीचड़ गंदगी काफी होती है. इस पर अगर आप बाहर के फूड खाते हैं, स्ट्रीट फूड खाते हैं, तो इन खानों में दूषित पानी के मिक्स होने के चांसेस ज्यादा होते हैं. इससे आपको डायरिया, वोमेटिंग, टाइफाइड या ज्वाइंडिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं. क्योंकि आप ऐसी जगह बाहर में खा रहे हैं, जहां पर दूषित पानी से ही सफाई की जा रही है. तो इन बीमारियों का रिस्क हो सकता है.
मानसून में होने वाली बीमारियां:
- डेंगू
- मलेरिया
- लाइम डिजीज
- टायफाइड
- लेप्टोस्पाइरोसिस
- सर्दी
- जुखाम
- वायरल फीवर
- वायरल इंफेक्शन
- हैजा
- हेपेटाइटिस ए
- चिकनगुनिया
- उल्टियां
- दस्त
इन बीमारियों से बचाव के उपाय: इन मौसमी बीमारियों से बचने के लिए सबसे पहले अपने घर या आसपास जलभराव की स्थिति न बनने दें. घरों में साफ सफाई रखें. घर की दीवारों पर सीपेज ना आने दें. पत्तेदार सब्जियों का सेवन ना करें. रोजाना व्यायाम करें. अदरक वाली चाय पिएं और बाहर के खाने से परहेज करें. बाहर में जूस या सॉफ्ट ड्रिंक ना पिएं. कीटनाशक दवाओं का इस्तेमाल करें, ताकि मच्छर घर पर ना पनपे. भरपूर नींद लें और गर्म चीजों का सेवन करें. बाहर निकलते वक्त छाता, रेनकोट इत्यादि रखें. पानी में भीगने से खुद को बचाएं. बाहर का पानी पीने की जगह घर का स्वच्छ पानी अपने साथ लेकर चलें. शरीर को हाइड्रेटेड रखें. पानी में भीगने के बाद खुद को जल्द से जल्द सर को सुखाएं, पानी में भीगने से बचें.