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स्वास्थ्य विभाग में ड्यूटी के लिए रिश्वत : नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर में पोस्टिंग के लिए 5 हजार, नहीं तो शहर से दूर भेजने की धमकी

कोरोना को लेकर लगातार वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है. लेकिन वैक्सिनेटरों से मनचाही जगहों पर काम कराने के नाम पर पैसों की (Bribery for duty in health department) मांग स्वास्थ्य विभाग में बैठे अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा की जा रही है. मामले से संबंधित एक ऑडियो खूब वायरल हो रहा है...

Bribery for duty in health department
स्वास्थ्य विभाग में ड्यूटी के लिए रिश्वत
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Published : Mar 12, 2022, 10:24 PM IST

Updated : Mar 13, 2022, 8:42 AM IST

रायपुर : कोरोना के दौर में बहुत से लोगों ने आपदा को अवसर बनाया. इसमें खुद स्वास्थ्य विभाग भी शामिल रहा है. अभी भी कोरोना को लेकर लगातार वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है. लेकिन वैक्सिनेटरों से मनचाही जगहों पर काम कराने के नाम पर पैसों की मांग (Bribery for duty in health department) स्वास्थ्य विभाग में बैठे अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा की जा रही है. मामला तब उजागर हुआ, जब एक कथित ऑडियो सामने आया. इसके बाद ईटीवी भारत ने वैक्सिनेटरों व कंप्यूटर ऑपरेटरों से सच जानने की कोशिश की. वैक्सिनेटरों ने आरोप लगाया कि उनसे पैसों की मांग की गई है. नहीं देने पर शहर के दूर-दराज के इलाकों में पोस्टिंग कर दी जाती है.

यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन को लेकर बच्चों के उत्साह में कमी, स्वास्थ्य विभाग करेगा समीक्षा

5 हजार रुपये मांगे गए
वैक्सिनेटर सूरज साहू ने बताया कि "उनके पास स्वास्थ्य विभाग से फोन आया था. फोन पर घर के नजदीक वैक्सीनेशन के लिए ड्यूटी लगाने की बात कही गई. इस एवज में मिठाई के नाम पर 5 हजार रुपये की मांगे गए. उन्होंने बताया कि यह फोन उनके पास हाल ही के दिनों में स्वास्थ्य विभाग से आया था. इसके बाद उन्होंने सीएमएचओ आफिस में जाकर पैसा दिया था. तब जाकर उनकी पोस्टिंग घर के नजदीक वाले सेंटर में कर दी गई. अभी भी उनकी पोस्टिंग उसी जगह पर है."

पैसे नहीं देने पर निकालने की देते हैं धमकी
जिन जगहों पर वैक्सीन सेंटर लगाया जाता है, वहां वैक्सिनेटर के साथ कंप्यूटर ऑपरेटर की भी ड्यूटी लगाई जाती है. ऐसे में इसी तरह का फोन कंप्यूटर ऑपरेटरों के पास भी आता है. कंप्यूटर ऑपरेटर मनीष ने बताया कि "उनके पास भी फोन आया था. उनसे 5 हजार रुपये की मांग की गई, लेकिन उन्होंने देने से इंकार कर दिया. इसके बाद उन्हें शहर से दूर ग्रामीण क्षेत्रों में भेजने के लिए दबाव बनाया जा रहा है."

नर्सिंग संगठन पुलिस से करेगा शिकायत
छत्तीसगढ़ नर्सिंग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष योगेंद्र देवांगन ने बताया कि "स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार घूसखोरी के मामले सामने आ रहे हैं. नर्सिंग स्टाफ और कंप्यूटर ऑपरेटरों के साथ अत्याचार किया जा रहा है. रायपुर जिला में मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय से फोन आ रहा है और स्टाफों से पैसों की मांग की जा रही है. यह बहुत ही दुखद है. इस बात को लेकर हम पुलिस से शिकायत करेंगे और एफआइआर भी दर्ज कराएंगे. चूंकि ड्यूटी लगाने का काम मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी के यहां से होता है, ऐसे में पैसे मांगकर ड्यूटी लगाया जाना बेहद शर्मनाक है."

यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ सीएम पर पूर्व सीएम का तंज...भूपेश बघेल जहां-जहां जाते हैं, वहां कांग्रेस हार जाती है : रमन

जांच कमेटी गठित कर मामले की होगी जांच
वहीं इस मामले पर जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मीरा बघेल ने बताया कि "आज और कल सरकारी छुट्टी है. हालांकि हमारे पास पैसों की मांग का एक कथित ऑडियो आया है. इसके बाद हमने जांच कमेटी बिठा दी है. मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी."

रायपुर : कोरोना के दौर में बहुत से लोगों ने आपदा को अवसर बनाया. इसमें खुद स्वास्थ्य विभाग भी शामिल रहा है. अभी भी कोरोना को लेकर लगातार वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है. लेकिन वैक्सिनेटरों से मनचाही जगहों पर काम कराने के नाम पर पैसों की मांग (Bribery for duty in health department) स्वास्थ्य विभाग में बैठे अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा की जा रही है. मामला तब उजागर हुआ, जब एक कथित ऑडियो सामने आया. इसके बाद ईटीवी भारत ने वैक्सिनेटरों व कंप्यूटर ऑपरेटरों से सच जानने की कोशिश की. वैक्सिनेटरों ने आरोप लगाया कि उनसे पैसों की मांग की गई है. नहीं देने पर शहर के दूर-दराज के इलाकों में पोस्टिंग कर दी जाती है.

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5 हजार रुपये मांगे गए
वैक्सिनेटर सूरज साहू ने बताया कि "उनके पास स्वास्थ्य विभाग से फोन आया था. फोन पर घर के नजदीक वैक्सीनेशन के लिए ड्यूटी लगाने की बात कही गई. इस एवज में मिठाई के नाम पर 5 हजार रुपये की मांगे गए. उन्होंने बताया कि यह फोन उनके पास हाल ही के दिनों में स्वास्थ्य विभाग से आया था. इसके बाद उन्होंने सीएमएचओ आफिस में जाकर पैसा दिया था. तब जाकर उनकी पोस्टिंग घर के नजदीक वाले सेंटर में कर दी गई. अभी भी उनकी पोस्टिंग उसी जगह पर है."

पैसे नहीं देने पर निकालने की देते हैं धमकी
जिन जगहों पर वैक्सीन सेंटर लगाया जाता है, वहां वैक्सिनेटर के साथ कंप्यूटर ऑपरेटर की भी ड्यूटी लगाई जाती है. ऐसे में इसी तरह का फोन कंप्यूटर ऑपरेटरों के पास भी आता है. कंप्यूटर ऑपरेटर मनीष ने बताया कि "उनके पास भी फोन आया था. उनसे 5 हजार रुपये की मांग की गई, लेकिन उन्होंने देने से इंकार कर दिया. इसके बाद उन्हें शहर से दूर ग्रामीण क्षेत्रों में भेजने के लिए दबाव बनाया जा रहा है."

नर्सिंग संगठन पुलिस से करेगा शिकायत
छत्तीसगढ़ नर्सिंग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष योगेंद्र देवांगन ने बताया कि "स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार घूसखोरी के मामले सामने आ रहे हैं. नर्सिंग स्टाफ और कंप्यूटर ऑपरेटरों के साथ अत्याचार किया जा रहा है. रायपुर जिला में मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय से फोन आ रहा है और स्टाफों से पैसों की मांग की जा रही है. यह बहुत ही दुखद है. इस बात को लेकर हम पुलिस से शिकायत करेंगे और एफआइआर भी दर्ज कराएंगे. चूंकि ड्यूटी लगाने का काम मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी के यहां से होता है, ऐसे में पैसे मांगकर ड्यूटी लगाया जाना बेहद शर्मनाक है."

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जांच कमेटी गठित कर मामले की होगी जांच
वहीं इस मामले पर जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मीरा बघेल ने बताया कि "आज और कल सरकारी छुट्टी है. हालांकि हमारे पास पैसों की मांग का एक कथित ऑडियो आया है. इसके बाद हमने जांच कमेटी बिठा दी है. मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी."

Last Updated : Mar 13, 2022, 8:42 AM IST
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