रायपुर: रेल किराया के नाम पर मोदी सरकार (Modi Government) लोगों की जेब पर डाका डाल रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम (State Congress President Mohan Markam) ने कहा कि जब कोरोना काल, आपदा काल, संकट काल में जब लोगों की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब है. केंद्र सरकार कोरोना के नाम पर पिछले लगभग साल भर से रेल किराया में 40 फीसदी तक बढ़ा कर वसूल रही है. जहां जनता कोरोना और महंगाई के अपने दर्द पर मलहम लगाने की उम्मीद कर रही थी लेकिन मोदी सरकार लगातार उस दर्द पर नमक छिड़कने का काम कर रही है.
मरकाम ने कहा कि सामान्य दिनों में चलने वाली उसी ट्रेन को स्पेशल ट्रेन के रूप में चला कर सर चार्ज वसूला जा रहा है. जानबूझकर नियमित ट्रेनों को नहीं चलाया जा रहा है. इस कारण यात्रियों को लगातार गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना के हालात सामान्य होने के बाद भी ऐसे समय में भी मोदी सरकार आपदा को अवसर मानते हुए अतिरिक्त लाभ कमाने में लगी हुई है. क्योंकि इनकी एक ही नीति है, गरीबों को खीचों अमीरों को सीचों.
मोहन मरकाम ने कहा कि पहले रायपुर से बिलासपुर तक के यात्री को 60 रूपये किराया देना पड़ता था. अब उसे स्पेशल ट्रेन के नाम पर 170 रूपये देना पड़ रहा है. ये एक खुली लूट है. मोदी सरकार ने एक के बाद एक गलत फैसले और नीति के कारण आज देश की जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है. बढ़े रेल्वे किराया से जनमानस की जेब पर बहुत असर पड़ेगा.
मोहन मरकाम ने कहा कि बढ़े हुये रेल किराया को मोदी सरकार तत्काल वापस ले. जो एमएसटी को तत्काल शुरू करें. क्योंकि लगभग 5000 से ज्यादा एमएसटी धारक अकेले इस जोन में है. पहले एमएसटी धारकों को रायपुर से बिलासपुर के लिये शुल्क 600 रूपये देना होता था. जिसे रेलवे ने स्पेशल ट्रेन का नाम देकर यात्रियों से 5100 रूपये वसूला जा रहा है. जिससे प्रतिमाह रेलवे यात्री को 4,435 रूपये अतिरिक्त देना पड़ रहा है. ये भी रेल्वे की खुली लूट है. रेल्वे यात्रियों के जेबों में डाका डालना बंद करें. हम मांग करते हैं कि जनमानस की जरूरतों को ध्यान में रखते हुये एमएसटी को तुरंत चालू करें, अन्यथा उग्र आंदोलन किया जायेगा.