रायपुर: हवा और बादलों के आधार पर मौसम विभाग ने शुक्रवार शाम को राजधानी में मानसून सक्रिय होने की घोषणा कर दी है. बस्तर से मानसून के बादल 245 किलोमीटर की रफ्तार को पार करते हुए पहुंचे हैं. मौसम वैज्ञानिक के अनुसार प्रदेश के आसपास ऊपरी हवा में तीन से चार छोटे-छोटे सिस्टम बने हुए हैं, जिसके कारण शनिवार और रविवार को भी राजधानी और आसपास के इलाकों में अच्छी बारिश की संभावना बन रही है. इससे पहले गुरूवार और शुक्रवार को भी रायपुर में बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली थी.
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मध्यम से भारी बारिश की संभावना
मौसमी तंत्र को देखते हुए प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है. कई इलाकों में गरज-चमक के साथ छींटे भी पड़ सकते है.वहीं एक-दो स्थानों पर भारी से अति बारिश होने की संभावना भी मौसम विभाग की तरफ से जताई गई है. चेतावनी के रूप में मौसम विभाग ने बिजली गिरने की भी आशंका जताई है.
निम्न दाब का बना क्षेत्र
निम्न दाब का क्षेत्र तटीय आंध्र प्रदेश और इससे लगे उड़ीसा के कटक के पास स्थित है. साथ ही ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है. जो दक्षिण पश्चिम दिशा की ओर झुका हुआ है, वहीं पूर्व और पश्चिम में 3.1 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है, आंध्र प्रदेश के पास निम्न दाब के क्षेत्र मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है.
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गुरुवार को छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक
मौसम विभाग ने राजधानी में इस साल मानसून की निर्धारित तिथि 12 जून बताई थी, लेकिन गुरुवार से ही रुक-रुक गिर रही बारिश के बाद मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन गई है.गुरुवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर में मानसून प्रवेश कर चुका था, जिसके बाद रायपुर में भी गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हुई है.
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बता दें कि इस साल मानसून समय से केरल पहुंच गया. पिछले साल मानसून 8 दिन की देरी से केरल पहुंचा था. इधर दक्षिण-पश्चिम मानसून पूर्वोत्तर भारत के राज्यों को पार कर गोवा के साथ ही महाराष्ट्र तक पहुंच गया है. मानसून ने दक्षिणी छत्तीसगढ़ और दक्षिणी ओडिशा के साथ ही आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा, तटीय कर्नाटक, गंगीय पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी दस्तक दे दी है.