गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई मरवाही विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं, लेकिन जोगी परिवार से कोई भी उम्मीदवार फिलहाल मैदान में नहीं है. मरवाही विधानसभा सीट पर 20 साल तक जोगी परिवार ने राज किया है. इस उप चुनाव की प्रक्रिया के दौरान अमित जोगी और ऋचा जोगी का नामांकन जाति मामले को लेकर रद्द कर दिया गया है. लेकिन कोटा विधायक रेणु जोगी का जनसंपर्क जारी है. मरवाही विधानसभा इलाके के दूरस्थ इलाकों में भी रेणु जोगी पहुंच रही हैं. इस दौरान अजीत जोगी की लिखी हुई किताब ‘‘सपनों का सौदागर’’ से भी लोगों को वे अवगत करा रही हैं. रेणु किताब की कई प्रतियां लोगों को बांट रही हैं.
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विधायक रेणु जोगी लोगों को बता रही हैं कि अजीत जोगी मरवाही को अपना परिवार मानते थे. मरवाही ने भी हमेशा अजीत जोगी को अपने बेटे की तरह प्यार किया है. अमित-ऋचा अजीत जोगी के बताए रास्ते पर चलते हुए मरवाही की जनता की सेवा करते रहेंगे. रेणु जोगी जनता को बता रही हैं कि अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई सीट पर होने जा रहे उपचुनाव में हमारे साथ छल करके अमित जोगी और ऋचा जोगी के नामांकन को निरस्त किया गया है. जिसके कारण जोगी परिवार इस चुनाव में हिस्सा नहीं ले पा रहा है.
मरवाही की जनता करेगी न्याय
रेणु जोगी का कहना है कि जोगी परिवार और मरवाही के रिश्ते को तोड़ने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हमारे साथ जो अन्याय हुआ है, उसका न्याय मरवाही की जनता करेगी. हमारे परिवार को जनता की अदालत से न्याय की अपेक्षा है. हमें पूरा विश्वास है कि मरवाही की जनता हमें न्याय देगी.