रायपुर : विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन की (chhattisgarh assembly budget session 2022) कार्यवाही के दौरान शून्यकाल में खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने अपने साथ हुई घटना को सदन में उठाया. छन्नी साहू ने सुरक्षा छोड़ने और बिना सुरक्षा के घूमने के मसले पर सदन का ध्यान खींचा. छन्नी साहू ने कहा कि झूठी शिकायत पर मेरे पति के खिलाफ गाली-गलौच का मामला दर्ज किया गया. पुलिस प्रशासन ने जांच भी नहीं कराई. खनिज विभाग आज जब महिला विधायक सुरक्षित नहीं है तो कोई भी सुरक्षित नहीं है. गलत तरीके से एफआईआर की गई है. एक पक्षीय कार्यवाही की गई है.
वहीं जोगी कांग्रेस के विधायक प्रमोद शर्मा ने भी कहा कि पुलिस प्रताड़ना कर रही है. सत्ता पक्ष के विधायक नहीं हैं तो डराने-धमकाने की कोशिश हो रही है. हमलोग कहां जाएं. प्रमोद शर्मा ने पुलिस प्रताड़ना और फर्जी तरीके से केस लगा कर परेशान करने की सदन में शिकायत की.
जब अपने विधायकों को नहीं दिला पा रहे सम्मान तो बाहरी लोगों को क्या दिलाएंगे...
इस बीच नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जब यहां के विधायकों का सम्मान नहीं हो पा रहा है तो बाहर के लोगों को क्या सम्मान दिला पाएंगे. जब हम अपने विधायकों को सम्मान नहीं दिला पाएंगे तो फिर बाहर के लोगों के अधिकार और सम्मान की कैसी लड़ाई लड़ेंगे.
वहीं विधानसभा में छन्नी साहू के प्रकरण को उठाते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने बार-बार उन्हें छन्नी वर्मा कहा. जब सत्ता पक्ष ने इस पर टोका और कहा कि वह छन्नी साहू हैं, वर्मा नहीं तो बृजमोहन अग्रवाल ने चुटकी लेते हुए कहा कि सही साहू ही होंगी. वर्मा होतीं तो शायद उन पर कार्यवाही नहीं होती. बाद में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि गृहमंत्री आप इन सभी मामलों की जांच करा लें और कल सदन से उठने से पहले सदन को रिपोर्ट दें. उसके बाद मैं फैसला दूंगा.
दरअसल स्कूटी से विधानसभा पहुंची कांग्रेस विधायक छन्नी साहू को इंट्री गेट पर पुलिस ने रोक दिया था. विधायक स्कूटी से ही विधानसभा में प्रवेश करना चाहती थीं. इस बात की जानकारी मिलने पर बीजेपी विधायकों ने गेट पर पहुंच कर विधायक को भीतर जाने देने के लिए कहा. पुलिस अधिकारी नहीं माने. इसके बाद कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि बीजेपी विधायक राजनीति न करें, हमारी विधायक हैं. हम लेकर आएंगे. इसके बाद बीजेपी विधायक वहां से सदन लौट गए.
विधायक पति पर दिसंबर 2021 में हुआ मामला दर्ज
बता दें कि विधायक पति पर दिसंबर 2021 में रेत उत्खनन को लेकर जातिगत गाली-गलौज करने की शिकायत पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद पुलिस ने विधायक से इस मामले में सहयोग करने की अपील की थी. फिर विधायक छन्नी साहू अपने पति को लेकर एसपी ऑफिस पहुंचीं थीं. विधायक ने एसपी को रेत माफिया से खुद और परिवार को खतरा बताया था. जब वह एसपी ऑफिस से बाहर निकलीं तो उन्होंने सुरक्षा और सरकारी वाहन वहीं छोड़ दिया था. स्कूटी से अपने घर गई थीं.