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समर्थन मूल्य की खींचतान के बीच परेशान किसान, कालाबाजारी की भेंट चढ़ रहा धान - नरेंद्र मोदी

जहां एक ओर समर्थन मूल्य पर धान की खरीद को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच घमासान मचा हुआ है, वहीं दूसरी ओर राज्य में बड़े पैमाने पर धान की कालाबजारी शुरू हो गई है, तो वहीं प्रशासन ने भी धान का अवैध भंडारण करने वालों पर कार्रवाई तेज कर दी है.

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Published : Nov 22, 2019, 3:57 PM IST

Updated : Nov 22, 2019, 4:02 PM IST

रायपुर: नवंबर का महीना बीतने चला लेकिन अभी तक धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान की खरीद ही शुरू नहीं हो सकी है. हां इसे लेकर रायपुर से लेकर दिल्ली तक सियासत जरूर जारी है. किसान परेशान हैं. उसका धान खेत और खलिहान में भगवान भरोसे पड़ा है. लेकिन सियासतदानों को इससे भला क्या फर्क पड़ता है, उन्हें तो बस आपने हितों की परवाह है.

धान की कालाबाजारी

समर्थन मूल्य को लेकर खींचतान के बीच सरकार के ऐलान के बावजूद धान खरीद की तारीख में बदलाव करना पड़ा. पहले सरकार की ओर से कहा गया कि 15 नवंबर से सूबे में समर्थन मूल्य पर धान खरीदा जाएगा, लेकिन केंद्र सरकार ने बोनस देने वाले राज्य से धान न खरीदने का ऐलान कर दिया और यहीं से शुरू हुई छत्तीसगढ़ की पहचान कहे जाने वाले धान के सियसी मोहरा बनने की कहानी.

बिचौलिए हो रहे सक्रिय
अब जैसे-जैसे धान खरीद शुरू होने की तरीख नजदीक आ रही है. बिचौलिया भी इसका फायदा उठाने के लिए सक्रिय हो चले हैं. दूसरे राज्यों से बड़ी तादाद में धान को चोरी छिपे छत्तीसगढ़ में डंप किया जा रहा है, ताकि उसे समर्थन मूल्य में बेचकर लंबा मुनाफा कमाया जा सके. बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से किसान का धान खरीद रही है. जहां एक ओर बचौलिए बाहर से धान लाकर उसे छत्तीसगढ़ में खपाने के इंतजार में हैं, तो वहीं प्रशासन ने भी कमर कस ली है और पिछले 15 दिनों के अंदर लाखों क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है.

कहां से कितना धान हुआ जब्त

  • 17 और 18 नवंबर को जांच के दौरान प्रशासन ने 110 वाहनों से 39 हजार 748 क्विंटल धान जब्त किया
  • जांजगीर से 16 हजार क्विंटल धान जब्त किया गया
  • कवर्धा से 8 हजार 33 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया
  • महासमुंद से 4 हजार 133 क्विंटल अवैध धान किया गया
  • कांकेर से 1 हजार 19 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • नारायणपुर से 1 हजार 47 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • सुकमा से एक हजार 47 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • बिलासपुर से एक हजार 231 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • जांजगीर चांपा से दो हजार 125 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • रायगढ़ से दो हजार 297 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • बालोद से एक हजार 459 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • बेमेतरा से 171 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • राजनांदगांव से दो हजार 715 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • धमतरी से 307 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • गरियाबंद से एक हजार 205 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • बलरामपुर से एक जार 500 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • जशपुर से एक हजार 979 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • कोरिया से एक हजार 74 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • सरगुजा से दो हजार 239 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • इसी के साथ ही सूरजपुर से एक हजार 217 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है.

बता दें कि मंत्री अमरजीत भगत ने कहा था कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान का अवैध भंडारण करने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं और हमारा मकसद सूबे के किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा दिलाना है. हर किसी की अपनी-अपनी दलील है, लेकिन परेशान किसान उस दिन के इंतजार में है जब 25 सौ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाएगी.

रायपुर: नवंबर का महीना बीतने चला लेकिन अभी तक धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान की खरीद ही शुरू नहीं हो सकी है. हां इसे लेकर रायपुर से लेकर दिल्ली तक सियासत जरूर जारी है. किसान परेशान हैं. उसका धान खेत और खलिहान में भगवान भरोसे पड़ा है. लेकिन सियासतदानों को इससे भला क्या फर्क पड़ता है, उन्हें तो बस आपने हितों की परवाह है.

धान की कालाबाजारी

समर्थन मूल्य को लेकर खींचतान के बीच सरकार के ऐलान के बावजूद धान खरीद की तारीख में बदलाव करना पड़ा. पहले सरकार की ओर से कहा गया कि 15 नवंबर से सूबे में समर्थन मूल्य पर धान खरीदा जाएगा, लेकिन केंद्र सरकार ने बोनस देने वाले राज्य से धान न खरीदने का ऐलान कर दिया और यहीं से शुरू हुई छत्तीसगढ़ की पहचान कहे जाने वाले धान के सियसी मोहरा बनने की कहानी.

बिचौलिए हो रहे सक्रिय
अब जैसे-जैसे धान खरीद शुरू होने की तरीख नजदीक आ रही है. बिचौलिया भी इसका फायदा उठाने के लिए सक्रिय हो चले हैं. दूसरे राज्यों से बड़ी तादाद में धान को चोरी छिपे छत्तीसगढ़ में डंप किया जा रहा है, ताकि उसे समर्थन मूल्य में बेचकर लंबा मुनाफा कमाया जा सके. बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से किसान का धान खरीद रही है. जहां एक ओर बचौलिए बाहर से धान लाकर उसे छत्तीसगढ़ में खपाने के इंतजार में हैं, तो वहीं प्रशासन ने भी कमर कस ली है और पिछले 15 दिनों के अंदर लाखों क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है.

कहां से कितना धान हुआ जब्त

  • 17 और 18 नवंबर को जांच के दौरान प्रशासन ने 110 वाहनों से 39 हजार 748 क्विंटल धान जब्त किया
  • जांजगीर से 16 हजार क्विंटल धान जब्त किया गया
  • कवर्धा से 8 हजार 33 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया
  • महासमुंद से 4 हजार 133 क्विंटल अवैध धान किया गया
  • कांकेर से 1 हजार 19 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • नारायणपुर से 1 हजार 47 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • सुकमा से एक हजार 47 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • बिलासपुर से एक हजार 231 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • जांजगीर चांपा से दो हजार 125 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • रायगढ़ से दो हजार 297 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • बालोद से एक हजार 459 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • बेमेतरा से 171 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • राजनांदगांव से दो हजार 715 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • धमतरी से 307 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • गरियाबंद से एक हजार 205 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • बलरामपुर से एक जार 500 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • जशपुर से एक हजार 979 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • कोरिया से एक हजार 74 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • सरगुजा से दो हजार 239 क्विंटल धान जब्त किया गया
  • इसी के साथ ही सूरजपुर से एक हजार 217 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है.

बता दें कि मंत्री अमरजीत भगत ने कहा था कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान का अवैध भंडारण करने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं और हमारा मकसद सूबे के किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा दिलाना है. हर किसी की अपनी-अपनी दलील है, लेकिन परेशान किसान उस दिन के इंतजार में है जब 25 सौ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाएगी.

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रायपुर: नवंबर का महीना बीतने चला लेकिन अभी तक धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान की खरीद ही शुरू नहीं हो सकी है. हां इसे लेकर रायपुर से लेकर दिल्ली तक सियासत जरूर जारी है. किसान परेशान हैं. उसका धान खेत और खलिहान में भगवान भरोसे पड़ा है. लेकिन सियासतदानों को इससे भला क्या फर्क पड़ता है, उन्हें तो बस आपने हितों की परवाह है.

समर्थन मूल्य को लेकर खींचतान के बीच सरकार के ऐलान के बावजूद धान खरीद की तारीख में बदलाव करना पड़ा. पहले सरकार की ओर से कहा गया कि 15 नवंबर से सूबे में समर्थन मूल्य पर धान खरीदा जाएगा, लेकिन केंद्र सरकार ने बोनस देने वाले राज्य से धान न खरीदने का ऐलान कर दिया और यहीं से शुरू हुई छत्तीसगढ़ की पहचान कहे जाने वाले धान के सियसी मोहरा बनने की कहानी. 

बिचौलिए हो रहे सक्रिय

अब जैसे-जैसे धान खरीद शुरू होने की तरीख नजदीक आ रही है. बिचौलिया भी इसका फायदा उठाने के लिए सक्रिय हो चले हैं. दूसरे राज्यों से बड़ी तादाद में धान को चोरी छिपे छत्तीसगढ़ में डंप किया जा रहा है, ताकि उसे समर्थन मूल्य में बेचकर लंबा मुनाफा कमाया जा सके. बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से किसान का धान खरीद रही है. जहां एक ओर बचौलिए बाहर से धान लाकर उसे छत्तीसगढ़ में खपाने के इंतजार में हैं, तो वहीं प्रशासन ने भी कमर कस ली है और पिछले 15 दिनों के अंदर लाखों क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है.

कहां से कितना धान हुआ जब्त 

17 और 18 नवंबर को जांच के दौरान प्रशासन ने 110 वाहनों से 39 हजार 748 क्विंटल धान जब्त किया

जांजगीर से 16 हजार क्विंटल धान जब्त किया गया

कवर्धा से 8 हजार 33 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया

महासमुंद से 4 हजार 133 क्विंटल अवैध धान किया गया

कांकेर से 1 हजार 19 क्विंटल धान जब्त किया गया

नारायणपुर से 1 हजार 47 क्विंटल धान जब्त किया गया

सुकमा से एक हजार 47 क्विंटल धान जब्त किया गया

बिलासपुर से एक हजार 231 क्विंटल धान जब्त किया गया

जांजगीर चांपा से दो हजार 125 क्विंटल धान जब्त किया गया

रायगढ़ से दो हजार 297 क्विंटल धान जब्त किया गया

बालोद से एक हजार 459 क्विंटल धान जब्त किया गया

बेमेतरा से 171 क्विंटल धान जब्त किया गया

राजनांदगांव से दो हजार 715 क्विंटल धान जब्त किया गया

धमतरी से 307 क्विंटल धान जब्त किया गया

गरियाबंद से एक हजार 205 क्विंटल धान जब्त किया गया

बलरामपुर से एक जार 500 क्विंटल धान जब्त किया गया

जशपुर से एक हजार 979 क्विंटल धान जब्त किया गया

कोरिया से एक हजार 74 क्विंटल धान जब्त किया गया

सरगुजा से दो हजार 239 क्विंटल धान जब्त किया गया

इसी के साथ ही सूरजपुर से एक हजार 217 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है. 

बता दें कि मंत्री अमरजीत भगत ने कहा था कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान का अवैध भंडारण करने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं और हमारा मकसद सूबे के किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा दिलाना है. हर किसी की अपनी-अपनी दलील है, लेकिन परेशान किसान उस दिन के इंतजार में है जब 25 सौ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाएगी. 

 


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Last Updated : Nov 22, 2019, 4:02 PM IST
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