रायपुर: नगर निगम में पेट्रोल डीजल चोरी होना नई बात नहीं है, लेकिन अब खुद एमआईसी सदस्य अजीत कुकरेजा ने पेट्रोल और डीजल चोरी होने की आशंका जाहिर की है. कुकरेजा ने बताया कि नगर निगम में पेट्रोल डीजल में बड़ा घोटाला सामने आ सकता है. उन्होंने बताया कि नगर निगम में इस वक्त छोटी बड़ी गाड़ी मिलाकर 287 वाहन हैं. इनमें अधिकारियों की गाड़ियों के साथ-साथ अन्य वाहन भी शामिल हैं. इन वाहनों में हर महीने करीब 70 से 80 लाख रुपये का पेट्रोल और डीजल डलता है. जिसका भुगतान नगर निगम करता है.
उन्होंने बताया कि पिछले महीने जानकारी मांगी गई थी तो वह आंकड़े देख कर हैरान हो गए. अजीत ने कहा कि जब उन्होंने विस्तृत जानकारी मांगी तो, गाड़ियों में डीजल और पेट्रोल की हेरा फेरी सामने आई है.
25 से 30 लाख रुपए का नुकसान
एमआईसी सदस्य अजीत कुकरेजा ने कहा कि एक डंपर गाड़ी में पिछले 9 महीनें में 6 हजार 500 लीटर डीजल डाला गया है तो एक अलग डंपर में 2 हजार 500 लीटर डीजल डाला गया है. जबकि डंपर गाड़ी का इस्तेमाल एक ही है, जितने डंपर चल रहे हैं उनमें भी उतना ही लीटर डीजल डाला जा रहा है.
पढ़ें: 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले रायपुर में नहीं हैं मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन
महापौर और आयुक्त को देंगे रिपोर्ट
एमआईसी मेंबर अजीत कुकरेजा ने कहा कि नगर निगम की गाड़ियों में पेट्रोल डीजल की हेराफेरी से निगम को राजस्व का नुकसान हो रहा है. इसकी विस्तृत रिपोर्ट महापौर और आयुक्त के समक्ष रखी जाएगी. संबंधित अधिकारी और कर्मचारी पर करवाई की बात भी की गई है.
सीसीटीवी कैमरा लगाने की मांग
पेटोल और डीजल चोरी को लेकर महापौर एजाज ढेबर ने सीसीटीवी कैमरा लगाने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि जिस तरह की शिकायत सामने आ रही है, उसमें जांच के बाद संबंधित कर्मचारी और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी.
निगम के पास मौजूद गाड़ियां
रायपुर नगर निगम के पास कुल 278 वाहन हैं.
- 10 बोलेरो
- 17 डंपर (1613)
- 2 डंपर (407)
- 11 डंपर (709)
- 3 डंपर (प्लेसर)
- 11 फॉगिंग मशीन
- 10 इंडिगो
- 5 इनोवा
- 17 छोटी बड़ी लोडर वाहन
- 6 जेसीबी लोडर
- 3 जीप
- 5 जेटिंग मशीन
- 2 पोकलेन
- 2 सूमो
- 106 टाटा एस
- 46 टैक्टर
- 4 कम्पेक्ट मशीन
- 3 टावर लोडर
- 3 टाटा सूमो गोल्ड