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सालाना 10.80 करोड़ रुपये के खर्च से साफ होगी रायपुर की सड़कें

राजधानी रायपुर में मेयर इन काउंसिल (MIC) की बैठक में कई एजेंडों पर सहमति बनी. शहर की सड़कों की सफाई करने के लिए स्वाईपीग मशीन खरीदी जाएगी.

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Published : Oct 6, 2020, 10:31 PM IST

Raipur Municipal Corporation Office
नगर निगम कार्यालय रायपुर

रायपुर: नगर निगम कार्यालय में मंगलवार को मेयर इन काउंसिल (MIC) की बैठक संपन्न हुई. बैठक में रखे गए सभी प्रस्ताव पारित किए गए. महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि शहर को साफ रखने नगर निगम स्वीप मशीन खरीदने जा रही है, जिससे सड़कों की साफ-सफाई की जाएगी. इसका सालाना खर्च करीब 10.80 करोड़ रुपये है. इसके अलावा रामकी कंपनी के कार्यों की टेक्निकल निगरानी रखने के लिए इंडिपेंडेंट इंजीनियर नियुक्त किए जाएंगे, जिनके 1 इंजीनियर समेत उनकी टीम में 8 सदस्य होंगे, जो सारी गतिविधियों पर निगरानी रखेंगें. इसके अलावा नगर निगम कार्यालय में विभिन्न विभागों में निजी प्लेसमेंट के माध्यम से 40 कंप्यूटर ऑपरेटर और दो स्टेनोग्राफर की नियुक्ति की जाएगी.

मेयर इन काउंसिल की बैठक में लिया निर्णय

पढ़ें- SPECIAL: जानिए आपके घरों में कहां से और कैसे आता है शुद्ध पानी

बैठक में नगर निगम के संस्कृति पर्यटक और मनोरंजन विभाग नालंदा परिसर जी ई रोड का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉक्टर महादेव प्रसाद पांडे के नाम से किए जाने को लेकर अनुशंसा की गई. महापौर ने बताया कि इसके अतिरिक्त भी एजेंडे लाए गए, जिसमें इंदर चंद धारीवाल और महेश प्रजापति के नाम पर सड़कों को चयन कर उनका नामकरण किया जाएगा.

यह भी पढ़ें- SPECIAL: कोरोना के कारण निगम के काम प्रभावित, वैकल्पिक व्यवस्थाओं से भी नहीं मिल रहा फायदा

स्वच्छता सर्वेक्षण में नहीं कटेगा नंबर

बड़े शहरों में सड़कों को साफ करने के लिए जिस तरह स्वीप मशीन कार्य करती है. अब रायपुर में भी उसी तहर साफ-सफाई होगी. स्वीप मशीन को लेकर महापौर ने बताया कि जो मशीन लाई जा रही है वह बेहद अच्छी है और पहले नगर निगम में खरीदी गई मशीन सफेद हाथी की तरह साबित होती थी, क्योंकि उस दौरान टेक्निकल कार्य के लिए लोग मौजूद नहीं थे, लेकिन अब ऐसी कोई परेशानी नहीं आएगी. उन्होंने आगे कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में जब हमारे रैंकिंग की बात आती है. इन सब चीजों के अभाव की वजह से हमारे अंक भी काम आते हैं. अगर स्वीपिंग मशीन आएगी, तो इससे सर्वेक्षण में भी हमारे नंबर नहीं कटेगा और साफ-सफाई के साथ भी हमारी रैंकिंग सुधरेगी.

रायपुर: नगर निगम कार्यालय में मंगलवार को मेयर इन काउंसिल (MIC) की बैठक संपन्न हुई. बैठक में रखे गए सभी प्रस्ताव पारित किए गए. महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि शहर को साफ रखने नगर निगम स्वीप मशीन खरीदने जा रही है, जिससे सड़कों की साफ-सफाई की जाएगी. इसका सालाना खर्च करीब 10.80 करोड़ रुपये है. इसके अलावा रामकी कंपनी के कार्यों की टेक्निकल निगरानी रखने के लिए इंडिपेंडेंट इंजीनियर नियुक्त किए जाएंगे, जिनके 1 इंजीनियर समेत उनकी टीम में 8 सदस्य होंगे, जो सारी गतिविधियों पर निगरानी रखेंगें. इसके अलावा नगर निगम कार्यालय में विभिन्न विभागों में निजी प्लेसमेंट के माध्यम से 40 कंप्यूटर ऑपरेटर और दो स्टेनोग्राफर की नियुक्ति की जाएगी.

मेयर इन काउंसिल की बैठक में लिया निर्णय

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बैठक में नगर निगम के संस्कृति पर्यटक और मनोरंजन विभाग नालंदा परिसर जी ई रोड का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉक्टर महादेव प्रसाद पांडे के नाम से किए जाने को लेकर अनुशंसा की गई. महापौर ने बताया कि इसके अतिरिक्त भी एजेंडे लाए गए, जिसमें इंदर चंद धारीवाल और महेश प्रजापति के नाम पर सड़कों को चयन कर उनका नामकरण किया जाएगा.

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स्वच्छता सर्वेक्षण में नहीं कटेगा नंबर

बड़े शहरों में सड़कों को साफ करने के लिए जिस तरह स्वीप मशीन कार्य करती है. अब रायपुर में भी उसी तहर साफ-सफाई होगी. स्वीप मशीन को लेकर महापौर ने बताया कि जो मशीन लाई जा रही है वह बेहद अच्छी है और पहले नगर निगम में खरीदी गई मशीन सफेद हाथी की तरह साबित होती थी, क्योंकि उस दौरान टेक्निकल कार्य के लिए लोग मौजूद नहीं थे, लेकिन अब ऐसी कोई परेशानी नहीं आएगी. उन्होंने आगे कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में जब हमारे रैंकिंग की बात आती है. इन सब चीजों के अभाव की वजह से हमारे अंक भी काम आते हैं. अगर स्वीपिंग मशीन आएगी, तो इससे सर्वेक्षण में भी हमारे नंबर नहीं कटेगा और साफ-सफाई के साथ भी हमारी रैंकिंग सुधरेगी.

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