रायपुर: देश के तमाम राज्यों में पड़ रही भीषण गर्मी ने मौसम के जानकारों को भी अचंभे में डाला हुआ है. कहीं बारिश ने परेशान कर रखा है तो कहीं गर्म थपेड़ों ने जीना मुहाल किया है. मौसमी बीमारियों के प्रकोप से अस्पतलों में भी लाइन लगी हुई है. छत्तीसगढ़ में भी उबलती गर्मी से हर कोई परेशान है. 2 जून को नौतपा समाप्त होने के बाद लोगों को बारिश का बेसब्री से इंतजार रहता है. लेकिन 21 को भी तपती दोपहरी लोगों के सब्र का इम्तेहान ले रही है. बारिश न होने से जहां खेती का काम पिछड़ रहा है, वहीं भीषण गर्मी ने काम काज प्रभावित कर रखा है. अब मौसम विभाग ने मानसून की एंट्री का ऐलान कर लोगों को बड़ी राहत दी है.
साइक्लोन बिपरजाॅय से मानसून की एंट्री लेट: दिल्ली और हरियाणा का मौसम बिगड़ा हुआ है. साइक्लोन बिपरजाॅय के चलते मध्य प्रदेश और राजस्थान में बारिश हो रही है. बिपरजाॅय के कारण की मानसून की एंट्री में लेट हुआ है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के किसानों को मानसून के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. अब मौसम विभाग ने मानसून को लेकर नया अपडेट जारी किया है.
छत्तीसगढ़ में इस दिन होगी मानसून की एंट्री: मौसम विभाग के मुताबिक "साइक्लोन के चलते मानसून की चाल मद्धिम पड़ गई थी, लेकिन अब ये वापस से रफ्तार पकड़ रहा है." मौसम वैज्ञानिक संजय बैरागी का कहना है कि "23 जून तक छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री हो सकती है. मानसून सबसे पहले बस्तर संभाग में आएगा. दो-तीन दिनों के बाद रायपुर पहुंचने की संभावना है. रायपुर पहुंचने के बाद मानसून अगले दो-तीन दिनों के बाद अंबिकापुर पहुंचेगा."
केरल में ही पिछड़ी मानसून की एंट्री: सामान्य तौर पर छत्तीसगढ़ में 14 से 15 जून तक मानसून की एंट्री होती है. लेकिन इस बार छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री में काफी देरी हो रही है. मौसम वैज्ञानिक संजय बैरागी ने बताया कि "मानसून में देरी अलनीनो की वजह से हुई. उसके बाद बिपरजॉय नामक महातूफान के कारण भी छत्तीसगढ़ में मानसून पहुंचने में देरी हो रही है."
मानसून की एंट्री का 6 साल का लेखा जोखा: जून के महीने में पिछले 6 सालों में छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री सबसे अर्ली 2018 में रही. 2018 में मानसून ने 8 जून को दस्तक दी थी. साल 2017 में 14 जून, 2019 में 15 जून, 2020 में 11 जून, 2021 में 10 जून और 2022 में 13 जून को मानसून की एंट्री छत्तीसगढ़ में हुई थी.