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अंतागढ़ टेप कांडः आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर राज्यपाल को ज्ञापन

रायपुरः अंतागढ़ टेप कांड में जेसीसीजे प्रमुख अजीत जोगी समेत 5 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. इस मामले में अब आरटीआई कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है.

कुणाल शुक्ला
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Published : Feb 9, 2019, 12:38 PM IST

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कुणाल शुक्ला ने कहा कि रायपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने अंतागढ़ टेप कांड के प्रमुख आरोपी मंतूराम पवार और डॉ पुनीत गुप्ता की अग्रिम जमानत याचिका 7 फरवरी को निरस्त कर दी है. वहीं अन्य दो आरोपी अजीत जोगी और अमित जोगी ने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए कोई याचिका नहीं दी है. मामले में शामिल चारों मुख्य आरोपी पुलिस के सामने ही कानून व्यवस्था की खुलेआम माखोल उड़ाते घूम रहे हैं.
पुलिस पर लगाया ये आरोप
कुणाल शुक्ला ने पुलिस पर आरोप लगाया कि अग्रिम जमानत याचिका निरस्त हो जाने के बावजूद पुलिस इन्हें गिरफ्तार करने से पीछे हट रही है. इन्हें सिर्फ इसलिए छूट दी जा रही है ताकी सभी आरोपी आगे हाई कोर्ट में जमानत के लिए विकल्प तलाश सकें.
आरटीआई कार्यकर्ता ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का आदेश देने के लिए अनुरोध किया है. जिससे आरोपी सबूतों के साथ छेड़छाड़ ना कर सके.

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5 लोगों पर एफआईआर दर्ज
बता दें कि किरणमयी नायक ने अंतागढ़ के तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके बेटे और पूर्व विधायक अमित जोगी सहित पूर्व सीएम रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ताा और पूर्व पीडब्लूडी मंत्री राजेश मूणत के खिलाफ 420 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया है.
क्या था मामला
अंतागढ़ सीट खाली होने के बाद 12 सितंबर 2014 को वहां उप-चुनाव हुआ. चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के अलावा 13 उम्मीदवार मैदान में थे. नाम वापसी की समय सीमा गुजरने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार ने चुनाव न लड़ने की घोषणा ऐसे समय की जब कांग्रेस दूसरा उम्मीदवार खड़ा नहीं कर सकती थी. उप-चुनाव के एक साल बाद दिसंबर 2015 में मीडिया में अंतागढ़ चुनाव में हुई खरीद-फरोख्त का खुलासा करने वाला टेप सामने आया. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी के शामिल होने के आरोप लगे.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कुणाल शुक्ला ने कहा कि रायपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने अंतागढ़ टेप कांड के प्रमुख आरोपी मंतूराम पवार और डॉ पुनीत गुप्ता की अग्रिम जमानत याचिका 7 फरवरी को निरस्त कर दी है. वहीं अन्य दो आरोपी अजीत जोगी और अमित जोगी ने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए कोई याचिका नहीं दी है. मामले में शामिल चारों मुख्य आरोपी पुलिस के सामने ही कानून व्यवस्था की खुलेआम माखोल उड़ाते घूम रहे हैं.
पुलिस पर लगाया ये आरोप
कुणाल शुक्ला ने पुलिस पर आरोप लगाया कि अग्रिम जमानत याचिका निरस्त हो जाने के बावजूद पुलिस इन्हें गिरफ्तार करने से पीछे हट रही है. इन्हें सिर्फ इसलिए छूट दी जा रही है ताकी सभी आरोपी आगे हाई कोर्ट में जमानत के लिए विकल्प तलाश सकें.
आरटीआई कार्यकर्ता ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का आदेश देने के लिए अनुरोध किया है. जिससे आरोपी सबूतों के साथ छेड़छाड़ ना कर सके.

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5 लोगों पर एफआईआर दर्ज
बता दें कि किरणमयी नायक ने अंतागढ़ के तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके बेटे और पूर्व विधायक अमित जोगी सहित पूर्व सीएम रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ताा और पूर्व पीडब्लूडी मंत्री राजेश मूणत के खिलाफ 420 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया है.
क्या था मामला
अंतागढ़ सीट खाली होने के बाद 12 सितंबर 2014 को वहां उप-चुनाव हुआ. चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के अलावा 13 उम्मीदवार मैदान में थे. नाम वापसी की समय सीमा गुजरने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार ने चुनाव न लड़ने की घोषणा ऐसे समय की जब कांग्रेस दूसरा उम्मीदवार खड़ा नहीं कर सकती थी. उप-चुनाव के एक साल बाद दिसंबर 2015 में मीडिया में अंतागढ़ चुनाव में हुई खरीद-फरोख्त का खुलासा करने वाला टेप सामने आया. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी के शामिल होने के आरोप लगे.
Intro:छत्तीसगढ़ की राजनीति में बहुचर्चित अंतागढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान विधायक प्रत्याशी मंतूराम की खरीद फरोख्त को लेकर चर्चा में आए अंतागढ़ टेप कांड को लेकर कांग्रेस सरकार आने के बाद एक बार फिर से राजनीतिक बयान बाजी और आरोप प्रत्यारोप का दौर जोरों पर है। अंतागढ़ टेप कांड को लेकर राज्य सरकार ने एक बार फिर से नए सिरे से जांच और आरोपियों के खिलाफ एफ आई आर एक करके पड़ताल कर रही है। इन तमाम मसलों को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग राज्यपाल से ज्ञापन सौंपकर की है।


Body:छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित अंतागढ़ टेप कांड को लेकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग सामाजिक कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने अब राज्यपाल से ज्ञापन सौंपकर की है। उन्होंने कहा है कि अंतागढ़ टेप कांड के प्रमुख आरोपी मंतूराम पवार और डॉ पुनीत गुप्ता की अग्रिम जमानत याचिका रायपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट द्वारा 7 फरवरी को निरस्त की जा चुकी है। साथ ही अन्य दो आरोपियों अजीत जोगी और अमित जोगी द्वारा भी किसी प्रकार का अग्रिम जमानत आवेदन किसी भी न्यायपालिका में नहीं दिया गया है। इस आधार पर अंतागढ़ के चारों प्रमुख आरोपियों इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी,अमित जोगी, मंतूराम और डॉ पुनीत गुप्ता राजधानी में पुलिस के सामने ही कानून व्यवस्था की खुलेआम माखोल उड़ाते घूम रहे हैं। इनके रसूख व धन बल के कारण अग्रिम जमानत निरस्त हो जाने के बावजूद भी पुलिस इन्हें गिरफ्तार करने से पीछे हट रही है। इतना ही नहीं इन्हें सिर्फ इसलिए छूट दी जा रही है जिससे वे सभी आरोपी आगे हाई कोर्ट में जमानत के लिए विकल्प तलाश सकें। ज्ञापन में उन्होंने रायपुर पुलिस पर भी आरोप लगाया है कि एक तरफ गरीब मजदूर, किसान और पत्रकार को छोटे-मोटे जुर्म में फंसा कर पुलिस तत्काल गिरफ्तार कर लेती है लेकिन अंतागढ़ में आरोप सिद्ध होने के बावजूद भी रसूख के चलते गिरफ्तारी नहीं की जा रही है। उन्होंने राज्यपाल से ज्ञापन सौंपकर तत्काल प्रभाव से इनकी गिरफ्तारी का आदेश देने के लिए अनुरोध किया है ताकि इन लोगों को प्रभावित ना कर सके और सबूतों के साथ छेड़छाड़ ना कर सके।
बाईट, कुणाल शुक्ला, आरटीआई कार्यकर्ता


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