रायपुरः बीरगांव (Birgaon urban body election 2021) में चुनावी संग्राम खत्म हो चुका है. 23 दिसंबर को हुए मतगणना में बीरगांव में कांग्रेस ने 19 वार्ड में जीत हासिल की थी. बीरगांव में महापौर बनाने के लिए कांग्रेस को 2 प्रत्याशियों की जरूरत थी. वहीं, मतगणना के बाद तीन निर्दलीय प्रत्याशी ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया. यही कारण है कि बीरगांव में कांग्रेस का महापौर बनने जा रहा है. महापौर के लिए पार्षदों की वोटिंग होनी है. जिसका ऐलान आज कर दिया गया है. 4 जनवरी को महापौर के लिए सभी पार्षद वोटिंग (Councilors choose mayor in Birgaon) करेंगे.
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4 जनवरी को पार्षद करेंगे महापौर का चुनाव
महापौर के लिए वोटिंग के बारे में निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि 4 जनवरी को बिरगांव में महापौर चुना जाएगा. इसके लिए पार्षद 4 जनवरी को ही वोटिंग करेंगे और उसी दिन पार्षदों की वोटिंग के लिए मतगणना होगी. इसके साथ ही 4 जनवरी को ही निगम सभापति भी चुने जाएंगे.
पार्षद नंदलाल देवांगन का नाम सबसे आगे
बीरगांव महापौर की रेस में पार्षद नंदलाल देवांगन का नाम आगे बताया जा रहा है. बीरगांव में नंदलाल देवांगन तीसरी बार पार्षद चुने गए हैं. वह वार्ड नंबर 25 से चुनाव जीतकर आए हैं. उन्होंने जोगी कांग्रेस के भीखनलाल देवांगन को 69 मतों से हराया है. नंदलाल देवांगन को ग्रामीण विधायक सत्यनारायण शर्मा का करीबी माना जाता है. इसलिए फिलहाल महापौर की दौड़ में नंदलाल देवांगन का नाम सबसे आगे चल रहा है. नंदलाल देवांगन के अलावा भारती नंदू चंद्राकर और संतोष कुमार साहू का नाम भी महापौर की दौड़ में है. सभापति की रेस में 28 नंबर वार्ड से जीते इकराम अहमद का नाम सबसे आगे है. इकराम अहमद ने चुनाव में सबसे बड़े अंतर से जीत हासिल की है.
23 दिसंबर को हुई मतगणना
गौर हो कि 20 दिसंबर को मतदान हुआ था. 23 दिसंबर को बीरगांव के 40 वार्ड के लिए मतगणना की गई थी. जिसमें कांग्रेस को 19 वार्ड में जीत मिली. वहीं, भाजपा को 10 में, जनता कांग्रेस को 5 में और 6 वार्ड में निर्दलीय जीते थे. कांग्रेस को बीरगांव में जीत के लिए 2 प्रत्याशियों की जरूरत थी. जिसके बाद 3 प्रत्याशियों ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया और अब 4 जनवरी को बीरगांव में महापौर के चयन के लिए पार्षद वोटिंग करेंगे.