रायपुर : छत्तीसगढ़ की सियासत में साल 2014 में हुए अंतागढ़ टेपकांड की गूंज 2019 में फिर सुनाई दे रही है और इस बार इसका शोर तेज है. कथित तौर पर खरीद-फरोख्त के इस मामले में पूर्व विधायक मंतूराम के बयान ने बवाल मचा दिया है. मंतूराम ने पूर्व सीएम रमन सिंह, राजेश मूणत, अजीत जोगी और उनके बेटे पर 7.5 करोड़ की डील का बड़ा आरोप लगाया है.
कथित तौर पर विधायक खरीद-फरोख्त के मामले में साथ ही अब जिस तरह से लगातार नए नए खुलासे हो रहे हैं, वहीं जाति मामलों में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी घिर रहे हैं. इससे तो आने वाले समय में दोनों पूर्व मुख्यमंत्री और उनके परिवार के सामने मुसीबतें कम होती नहीं दिखती.
वरिष्ठ पत्रकार ललित सुरजन का बयान
इस मामलों पर प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार ललित सुरजन का कहना है कि लंबे समय से देश और प्रदेश में व्यक्ति आधारित राजनीति शुरु हो गई है. आज हम जो राजनीतिक परिदृश्य देख रहे हैं यह उसी का परिणाम है. प्रदेश में हुए सारे चुनावो में एक-दूसरे को हराने या वर्चस्व स्थापित करने का प्रयास होता रहा है. आज राजनीति में गिरते हालात और व्यक्तिगत स्तर गिरने को लेकर आज के हालात पर आश्चर्य नही होना चाहिए.
जोगी की बढ़ी मुश्किलें
अब छत्तीसगढ़ में जहां अंतागढ टेप कांड की राजनीति तेज हो गई है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी की जाति को लेकर भी बवाल मचा हुआ है.
अमित जोगी जहां इस मामले में जेल तक पहुंच गए हैं, वहीं अजीत जोगी की भी मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं.
इधर 15 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह पर भी व्यक्तिगत तौर पर मंतूराम ने जहां खुले तौर पर आरोप लगाया है, इससे उनकी भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
इस मामले में वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैय्यर कहते हैं कि प्रदेश की राजनीति में दो पूर्व मुख्यमंन्त्रियों के साथ चक्रव्यूह कसता नजर आ रहा हैं. वे कहते हैं कि इस कि इस चुनाव में भाजपा को मिली हार का सारा खामियाजा रमन सिंह को भोगना पड़ रहा है. इस मामले में संघ ने पहले ही अपना संदेश और आदेश ऊपर तक पहुंचा दिया था.
- अंतागढ़ चुनाव के कुछ महीने बाद एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें पैसे के लेनदेन के कारण मंतूराम की नाम वापसी का जिक्र था.
- इसी मामले में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद नए सिरे से जांच की जा रही है.
- 5 सालों तक छत्तीसगढ़ में के मुखिया रहने वाले पूर्व सीएम रमन सिंह अंतागढ़ टेपकांड वाले मामले में अब सबसे ज्यादा निशाने पर हैं.
- ऐसे में अब आने वाले समय मे दोनों को मुश्किलें कम होती नहीं दिखती.