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Major Naxalite attacks in Bastar 2021: साल 2021 की बड़ी नक्सली घटनाएं, लाल आतंक से बस्तर की धरती हुई लाल ! - Naxalite attacks in Bastar and Chhattisgarh in the year 2021

छत्तीसगढ़ ( Major Naxalite attacks in Bastar 2021) में इस साल भले ही लोन वर्राटू अभियान के तहत (Bastar Loan Varratu Campaign) पुलिस ने नक्सलियों की कमर तोड़ने का काम किया. लेकिन इस साल कई बड़ी घटनाओं को नक्सलियों ने अंजाम दिया. साल 2021 में भी बस्तर की धरती लाल आतंक से लाल रही.

Naxalites executed big incidents
साल 2021 की बड़ी नक्सली घटनाएं
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Published : Dec 22, 2021, 9:58 PM IST

रायपुरः छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद प्रमुख मुद्दों में से एक माना जाता है. इससे निपटने के लिए हर साल केंद्र और राज्य की सरकारें करोड़ों रुपये खर्च करती है. बावजूद इसके नक्सलवाद पर लगाम नहीं लग पाया है. नक्सली अक्सर बड़ी वारदातों को अंजाम देकर लोगों में दहशत पैदा करते रहते ( Major Naxalite attacks in Bastar 2021) हैं. बस्तर जैसे इलाकों में लाल आतंक का खेल कई वर्षों से जारी है.

लेकिन मौजूदा समय में पुलिस को कुछ सफलताएं भी हाथ लगी है. खासकर लोन वर्राटू अभियान (Bastar Loan Varratu Campaign) के जरिए पुलिस नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित कर रही है. कई नक्सलियों ने इस अभियान से प्रेरित होकर आत्मसमर्पण भी किया है. बावजूद इसके इस साल भी कई नक्सली हमलों में हमारे जवान शहीद हुए. लाल आतंक का बस्तर की धरती पर उत्पात साल 2021 में भी जारी रहा.

यह भी पढ़ेंः नक्सलियों की खोखली विचारधारा से परेशान 16 जन मिलिशिया सदस्यों ने किया सरेंडर

24 जवानों का बलिदान नहीं भूल पाएगा देश

छत्तीसगढ़ में यदि सबसे बड़े नक्सली घटना की बात करें तो बीजापुर जिले के तररेम की (Tarrem Naxalite encounter of Bijapur) घटना को शायद ही देश कभी भूल पाएगा. 3 अप्रैल 2021 का वो दिन, जब हमने अपने 24 जवानों को खो दिया था. बड़ी तादाद में घात लगाए बैठे नक्सलियों ने जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं. बीजापुर जिले में हुए इस मुठभेड़ में 24 जवान शहीद हो गए थे. जबकि 30 जवान घायल हुए थे. इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था.

साल 2021 की बड़ी नक्सली घटनाएं (Big Naxalite incidents of the year 2021)

  • 23 मार्च को नारायणपुर में नक्सलियों ने जवानों से भरी बस को उड़ा दिया, जिसमें 5 जवान शहीद हो गए और 10 जवान घायल हो गए थे.
  • 25 मार्च को कोंडागांव जिले में केशकाल इलाके के कुंए मारी में 17 गाड़ियां नक्सलियों ने जला दी, जिनकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपये से ज्यादा थी.
  • 3 अप्रैल को हुए मुठभेड़ में एक सीआरपीएफ के जवान राकेश्वर सिंह को नक्सलियों ने अगवा कर लिया था. जिसे पत्रकारों की मदद से 8 अप्रैल को रिहा करवाया गया. जवान की रिहाई के लिए पूरा देश एकजुट हो गया था.
  • 21 अप्रैल को डीआरजी के एसआई मुरली ताती का अपहरण कर 23 अप्रैल को उसकी हत्या कर दी गई.
  • 5 नवंबर को नक्सलियों ने सुकमा जिले के 5 ग्रामीणों का अपहरण कर लिया. सर्व आदिवासी समाज की अपील के बाद उन्हें छोड़ा गया.
  • 12 नवंबर को बीजापुर जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग के सब इंजीनियर अजय रोशन लकड़ा का नक्सलियों ने अपहरण किया. पति की रक्षा के लिए पत्नी जंगल को रवाना हुई थी. बाद में सब इंजीनियर को नक्सलियों ने रिहा कर दिया था.
  • 27 नवंबर को नक्सलियों के भारत बंद को लेकर दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल में रेल पटरी की फिश प्लेट को निकालकर ट्रेन रोक दिया, जिसकी वजह से मालगाड़ी की आधा दर्जन बोगियां पटरी से उतर गई. इसके चलते रेलवे को कोरोड़ों का नुकसान हुआ.
  • 18 दिसंबर को दंतेवाड़ा में जवान और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में दो इनामी महिला नक्सली ढ़ेर.

यह भी पढ़ेंः दंतेवाड़ा में आदिवासियों का पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन, एसपी ने दी सफाई, कहा- नक्सलियों के दबाव में लगा रहे आरोप

जवानों को मिली बड़ी सफलता

इस साल छत्तीसगढ़ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हमारे जांबाज जवानों ने भी नक्सलियों से जमकर लोहा लिया है. जनवरी 2021 से लेकर 20 नवंबर तक हमारे सुरक्षा बलों ने 42 नक्सलियों को मार गिराया है. इनमें से 1 लाख से लेकर 10 लाख रुपये तक के इनामी नक्सली शामिल हैं. हाल ही में नारायणपुर में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में इस साल के सबसे बड़े इनामी नक्सली साकेत नरेटी को पुलिस ने मार गिराया. वह नक्सली संगठन का कंपनी नंबर 6 का सेक्शन कमांडर था. बस्तर पुलिस ने इस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.

रायपुरः छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद प्रमुख मुद्दों में से एक माना जाता है. इससे निपटने के लिए हर साल केंद्र और राज्य की सरकारें करोड़ों रुपये खर्च करती है. बावजूद इसके नक्सलवाद पर लगाम नहीं लग पाया है. नक्सली अक्सर बड़ी वारदातों को अंजाम देकर लोगों में दहशत पैदा करते रहते ( Major Naxalite attacks in Bastar 2021) हैं. बस्तर जैसे इलाकों में लाल आतंक का खेल कई वर्षों से जारी है.

लेकिन मौजूदा समय में पुलिस को कुछ सफलताएं भी हाथ लगी है. खासकर लोन वर्राटू अभियान (Bastar Loan Varratu Campaign) के जरिए पुलिस नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित कर रही है. कई नक्सलियों ने इस अभियान से प्रेरित होकर आत्मसमर्पण भी किया है. बावजूद इसके इस साल भी कई नक्सली हमलों में हमारे जवान शहीद हुए. लाल आतंक का बस्तर की धरती पर उत्पात साल 2021 में भी जारी रहा.

यह भी पढ़ेंः नक्सलियों की खोखली विचारधारा से परेशान 16 जन मिलिशिया सदस्यों ने किया सरेंडर

24 जवानों का बलिदान नहीं भूल पाएगा देश

छत्तीसगढ़ में यदि सबसे बड़े नक्सली घटना की बात करें तो बीजापुर जिले के तररेम की (Tarrem Naxalite encounter of Bijapur) घटना को शायद ही देश कभी भूल पाएगा. 3 अप्रैल 2021 का वो दिन, जब हमने अपने 24 जवानों को खो दिया था. बड़ी तादाद में घात लगाए बैठे नक्सलियों ने जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं. बीजापुर जिले में हुए इस मुठभेड़ में 24 जवान शहीद हो गए थे. जबकि 30 जवान घायल हुए थे. इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था.

साल 2021 की बड़ी नक्सली घटनाएं (Big Naxalite incidents of the year 2021)

  • 23 मार्च को नारायणपुर में नक्सलियों ने जवानों से भरी बस को उड़ा दिया, जिसमें 5 जवान शहीद हो गए और 10 जवान घायल हो गए थे.
  • 25 मार्च को कोंडागांव जिले में केशकाल इलाके के कुंए मारी में 17 गाड़ियां नक्सलियों ने जला दी, जिनकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपये से ज्यादा थी.
  • 3 अप्रैल को हुए मुठभेड़ में एक सीआरपीएफ के जवान राकेश्वर सिंह को नक्सलियों ने अगवा कर लिया था. जिसे पत्रकारों की मदद से 8 अप्रैल को रिहा करवाया गया. जवान की रिहाई के लिए पूरा देश एकजुट हो गया था.
  • 21 अप्रैल को डीआरजी के एसआई मुरली ताती का अपहरण कर 23 अप्रैल को उसकी हत्या कर दी गई.
  • 5 नवंबर को नक्सलियों ने सुकमा जिले के 5 ग्रामीणों का अपहरण कर लिया. सर्व आदिवासी समाज की अपील के बाद उन्हें छोड़ा गया.
  • 12 नवंबर को बीजापुर जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग के सब इंजीनियर अजय रोशन लकड़ा का नक्सलियों ने अपहरण किया. पति की रक्षा के लिए पत्नी जंगल को रवाना हुई थी. बाद में सब इंजीनियर को नक्सलियों ने रिहा कर दिया था.
  • 27 नवंबर को नक्सलियों के भारत बंद को लेकर दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल में रेल पटरी की फिश प्लेट को निकालकर ट्रेन रोक दिया, जिसकी वजह से मालगाड़ी की आधा दर्जन बोगियां पटरी से उतर गई. इसके चलते रेलवे को कोरोड़ों का नुकसान हुआ.
  • 18 दिसंबर को दंतेवाड़ा में जवान और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में दो इनामी महिला नक्सली ढ़ेर.

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जवानों को मिली बड़ी सफलता

इस साल छत्तीसगढ़ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हमारे जांबाज जवानों ने भी नक्सलियों से जमकर लोहा लिया है. जनवरी 2021 से लेकर 20 नवंबर तक हमारे सुरक्षा बलों ने 42 नक्सलियों को मार गिराया है. इनमें से 1 लाख से लेकर 10 लाख रुपये तक के इनामी नक्सली शामिल हैं. हाल ही में नारायणपुर में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में इस साल के सबसे बड़े इनामी नक्सली साकेत नरेटी को पुलिस ने मार गिराया. वह नक्सली संगठन का कंपनी नंबर 6 का सेक्शन कमांडर था. बस्तर पुलिस ने इस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.

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