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महादेव सट्टा एप: कैश कूरियर असीम दास फिर पलटा, कहा- बघेल के लिए ही थे 508 करोड़, दबाव में बदला बयान - कैश कूरियर असीम दास

Mahadev betting app case महादेव सट्टेबाजी एप मामले में गिरफ्तार कथित कूरियर का नया बयान ईडी ने अपने चार्जशीट में पेश किया है. उसने ईडी से कहा कि उसने दबाव में आकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर लगाए आरोप को वापस लिया था. 508 crore

Mahadev betting app case
महादेव सट्टा एप
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 6, 2024, 7:15 AM IST

Updated : Jan 6, 2024, 7:32 AM IST

रायपुर/दिल्ली: ईडी ने 1 जनवरी को रायपुर में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत में महादेव सट्टा एप मामले में 1700 से 1800 पन्ने की नई चार्जशीट दाखिल की है. इस चार्जशीट में ईडी ने कथित कूरियर के नए बयान का जिक्र किया है. ईडी ने बताया कि "दास किसी के प्रभाव में आकर अपने बयान से पीछे हट गया था. जो उसके वकील के साथ उससे मिलने पहुंचा था. उस व्यक्ति ने उसे एक टाइप किया हुआ दस्तावेज सौंपा और उसे अपनी लिखावट में पेश करने को कहा. उसे नहीं पता था कि वह दस्तावेज किसके द्वारा भेजा गया है. दास ने सोचा कि ऐसा करने से उसे इसे केस में फायदा होगा सोचकर उसपर हस्ताक्षर किए थे. "

कैश कूरियर दास अपने पहले बयान पर कायम: ईडी ने कहा कि "दास का पिछले साल 3 नवंबर को एजेंसी को दिया गया उनका पहला बयान सही था, जिसमें बघेल का नाम सामने आया था. कथित कैश कूरियर दास ने ईडी को बताया था कि महादेव ऐप के प्रमोटर शुभम सोनी ने उसे अक्टूबर 2023 में दुबई बुलाया था और कहा था कि उसे कैश दिया जाएगा जिसे भूपेश बघेल को दिया जाना था..."

महादेव सट्टाबाजे ऐप मामले में कथित कूरियर असीम दास ने 12 दिसंबर को एक बयान दिया जिसमें उसने कहा कि एक साजिश के तहत उसे फंसाया गया है. उसने कभी किसी को कैश नहीं पहुंचाया था. जबकि 3 नवंबर को असीम दास ने अपने बयान में कहा था कि उसे छत्तीसगढ़ के राजनेता बघेल को 508 करोड़ रुपये देने को कहा गया है.

ईडी ने महादेव सट्टा एप मामले में नई चार्जशीट दाखिल की: 1 जनवरी को दाखिल की गई नई चार्जशीट में ईडी ने आरोपपत्र में पांच आरोपियों - असीम दास, पुलिस कांस्टेबल भीम सिंह यादव और महादेव ऐप के संचालक सुभम सोनी, लेखा विभाग के कर्मचारी रोहित गुलाटी और अनिल कुमार अग्रवाल उर्फ अतुल अग्रवाल का नाम शामिल है. मामले की अगली सुनवाई 10 जनवरी है. ईडी ने चार्जशीट में ये भी कहा कि उसने पीएमएलए के प्रावधानों के तहत दुबई में स्थित 99.46 करोड़ रुपये के एक फ्लैट और एक प्लॉट को जब्त किया गया है. ये संपत्तियां मामले के आरोपी विकास छापरिया और अग्रवाल की हैं.

नई चार्जशीट में ईडी ने महादेव ऐप के कार्यकारी नितीश दीवान का बयान भी दर्ज किया है, जिन्होंने एजेंसी को बताया कि ऐप और इसकी सहायक कंपनी 'रेड्डी अन्ना बुक' 3,200 पैनलों का संचालन करती है, जिससे हर रोज 40 करोड़ रुपये की आय होती है. प्रमोटरों ने लगभग 3,500 लोगों के अपने कर्मचारियों के लिए दुबई में 20 विला किराए पर लिए थे. दीवान ने ईडी को बताया, "भोजन, आवास, दवा, यात्रा और वीजा पर हुआ खर्च प्रमोटर्स उठाते हैं.

पिछले साल दायर की गई पहली चार्जशीट में, ईडी ने कथित अवैध सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के दो मुख्य प्रमोटर्स - सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल - सहित अन्य को आरोपी बनाया था. इन दोनों को हाल ही में ईडी के आदेश पर जारी इंटरपोल रेड नोटिस के आधार पर दुबई में हिरासत में लिया गया है. एजेंसी उन्हें संयुक्त अरब अमीरात से भारत निर्वासित या प्रत्यर्पित करने की कोशिश कर रही है.

ईडी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले पिछले नवंबर में रायपुर के एक होटल से कूरियर असीम दास को गिरफ्तार किया था. इसमें दावा किया गया था कि दास ने "स्वीकार किया कि जब्त की गई धनराशि (5.39 करोड़ रुपये नकद) को महादेव ऐप प्रमोटरों द्वारा छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव खर्चों के लिए एक राजनेता 'बघेल' तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी. बघेल ने इन आरोपों को उनकी छवि "खराब" करने का प्रयास करार दिया, जबकि कांग्रेस ने इसे केंद्र की "प्रतिशोध की राजनीति" करार दिया.

महादेव सट्टेबाजी मामले में ईडी ने नई चार्जशीट दाखिल की,चंद्राकर और उप्पल के प्रत्यर्पण की तैयारी तेज
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रायपुर/दिल्ली: ईडी ने 1 जनवरी को रायपुर में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत में महादेव सट्टा एप मामले में 1700 से 1800 पन्ने की नई चार्जशीट दाखिल की है. इस चार्जशीट में ईडी ने कथित कूरियर के नए बयान का जिक्र किया है. ईडी ने बताया कि "दास किसी के प्रभाव में आकर अपने बयान से पीछे हट गया था. जो उसके वकील के साथ उससे मिलने पहुंचा था. उस व्यक्ति ने उसे एक टाइप किया हुआ दस्तावेज सौंपा और उसे अपनी लिखावट में पेश करने को कहा. उसे नहीं पता था कि वह दस्तावेज किसके द्वारा भेजा गया है. दास ने सोचा कि ऐसा करने से उसे इसे केस में फायदा होगा सोचकर उसपर हस्ताक्षर किए थे. "

कैश कूरियर दास अपने पहले बयान पर कायम: ईडी ने कहा कि "दास का पिछले साल 3 नवंबर को एजेंसी को दिया गया उनका पहला बयान सही था, जिसमें बघेल का नाम सामने आया था. कथित कैश कूरियर दास ने ईडी को बताया था कि महादेव ऐप के प्रमोटर शुभम सोनी ने उसे अक्टूबर 2023 में दुबई बुलाया था और कहा था कि उसे कैश दिया जाएगा जिसे भूपेश बघेल को दिया जाना था..."

महादेव सट्टाबाजे ऐप मामले में कथित कूरियर असीम दास ने 12 दिसंबर को एक बयान दिया जिसमें उसने कहा कि एक साजिश के तहत उसे फंसाया गया है. उसने कभी किसी को कैश नहीं पहुंचाया था. जबकि 3 नवंबर को असीम दास ने अपने बयान में कहा था कि उसे छत्तीसगढ़ के राजनेता बघेल को 508 करोड़ रुपये देने को कहा गया है.

ईडी ने महादेव सट्टा एप मामले में नई चार्जशीट दाखिल की: 1 जनवरी को दाखिल की गई नई चार्जशीट में ईडी ने आरोपपत्र में पांच आरोपियों - असीम दास, पुलिस कांस्टेबल भीम सिंह यादव और महादेव ऐप के संचालक सुभम सोनी, लेखा विभाग के कर्मचारी रोहित गुलाटी और अनिल कुमार अग्रवाल उर्फ अतुल अग्रवाल का नाम शामिल है. मामले की अगली सुनवाई 10 जनवरी है. ईडी ने चार्जशीट में ये भी कहा कि उसने पीएमएलए के प्रावधानों के तहत दुबई में स्थित 99.46 करोड़ रुपये के एक फ्लैट और एक प्लॉट को जब्त किया गया है. ये संपत्तियां मामले के आरोपी विकास छापरिया और अग्रवाल की हैं.

नई चार्जशीट में ईडी ने महादेव ऐप के कार्यकारी नितीश दीवान का बयान भी दर्ज किया है, जिन्होंने एजेंसी को बताया कि ऐप और इसकी सहायक कंपनी 'रेड्डी अन्ना बुक' 3,200 पैनलों का संचालन करती है, जिससे हर रोज 40 करोड़ रुपये की आय होती है. प्रमोटरों ने लगभग 3,500 लोगों के अपने कर्मचारियों के लिए दुबई में 20 विला किराए पर लिए थे. दीवान ने ईडी को बताया, "भोजन, आवास, दवा, यात्रा और वीजा पर हुआ खर्च प्रमोटर्स उठाते हैं.

पिछले साल दायर की गई पहली चार्जशीट में, ईडी ने कथित अवैध सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के दो मुख्य प्रमोटर्स - सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल - सहित अन्य को आरोपी बनाया था. इन दोनों को हाल ही में ईडी के आदेश पर जारी इंटरपोल रेड नोटिस के आधार पर दुबई में हिरासत में लिया गया है. एजेंसी उन्हें संयुक्त अरब अमीरात से भारत निर्वासित या प्रत्यर्पित करने की कोशिश कर रही है.

ईडी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले पिछले नवंबर में रायपुर के एक होटल से कूरियर असीम दास को गिरफ्तार किया था. इसमें दावा किया गया था कि दास ने "स्वीकार किया कि जब्त की गई धनराशि (5.39 करोड़ रुपये नकद) को महादेव ऐप प्रमोटरों द्वारा छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव खर्चों के लिए एक राजनेता 'बघेल' तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी. बघेल ने इन आरोपों को उनकी छवि "खराब" करने का प्रयास करार दिया, जबकि कांग्रेस ने इसे केंद्र की "प्रतिशोध की राजनीति" करार दिया.

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Last Updated : Jan 6, 2024, 7:32 AM IST
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