रायपुर: भगवान विष्णु अखिल ब्रह्मांड के संचालक माने जाते हैं. जीवन की समस्त सत्ता भगवान विष्णु के द्वारा ही संचालित होती है. भगवान विष्णु बुद्धि, पराक्रम, निर्देशन, संचालन और आदर्शवाद के देवता है. लक्ष्मीजी के स्वामी होने की वजह से विष्णु भगवान की आराधना से लक्ष्मी जी भी प्रसन्न होती हैं. गुरुवार के दिन हरि विष्णु की पूजा की जाती है. इस दिन लक्ष्मी माता को भी पूजा जाता है. जिससे वो खुश होकर विष्णु जी के साथ घर में विराजमान होती हैं. गुरुवार का दिन पवित्र माना गया है. गुरु ग्रह सबसे विशाल ग्रह माना गया है. यह सबसे विराट ग्रह है. भगवान विष्णु धनु राशि और मीन राशि के स्वामी हैं.
गुरुवार को ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा : गुरु ग्रह समस्त सौरमंडल में सबसे ज्यादा विशाल आकार का माना गया है. पीला रंग इनको समर्पित है. इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर योग, ध्यान, स्नान, योगासन आदि से निवृत्त होकर विष्णु का ध्यान करना चाहिए. साफ-सुथरे वस्त्र पहन कर विष्णु भगवान की पूजा की जानी चाहिए. इस दिन कुर्ता धोती या कोई पीले रंग का वस्त्र होना चाहिए. इस दिन व्रत उपवास अनुष्ठान करने पर नारायण की कृपा मिलती है. इस शुभ दिन एकाशना निराहार उपवास रखा जाता है. जितनी निष्ठा और श्रद्धा से जातक इस उपवास को करते हैं. भक्त वत्सल हरि विष्णु महाराज उन पर उतने ही प्रसन्न होते हैं. इस दिन अनावश्यक खर्च नहीं करना चाहिए. अनावश्यक व्यय को टालना चाहिए. इस शुभ दिन शुभ चीजें खरीदी जाती है. घर के लिए उपयोगी सामानों का क्रय किया जा सकता है.
सोना खरीदना होता है शुभ: इस दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है. जिनके विवाह में बाधा आ रही हो, उन सभी को गुरुवार का व्रत उपवास करना चाहिए. इस दिन विष्णु की कृपा से समस्त कार्य सिद्ध होता हैं. विष्णु भगवान को पीला पुष्प, पीले पुष्पों की माला अर्पित की जाती है. भगवान विष्णु जगत के संचालक माने गए हैं. भगवान विष्णु को पीले कपड़े में आदरपूर्वक श्रद्धा के साथ स्थापित करना चाहिए. साथ ही सुपारी, हल्दी, पीले पुष्प अर्पित किए जाते हैं. रोली, कुमकुम, चंदन अर्पित करना शुभ होता है.
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इन पाठों का करना शुभ: गुरुवार के दिन पीले फल संतरा आदि भगवान विष्णु को अर्पित किया जाना चाहिए. गुरुवार के दिन विष्णु सहस्त्रनाम, राम रक्षा स्त्रोत, द्वादश अक्षर मंत्र, लक्ष्मी चालीसा और श्री सुक्तम स्रोत का पाठ करना चाहिए. इसके अलावा लक्ष्मी सुक्तम, राम रक्षा स्त्रोत, रामचरितमानस, श्रीमद्भगवद्गीता, बालकांड और सुंदरकांड का अध्ययन करना शुभ माना गया है. इस दिन पीली वस्तुओं का विशेष महत्व होता है. यह वस्त्र पहनकर सभी तरह का पूजा-पाठ करना चाहिए. विष्णु भगवान को पवित्र मन से शुद्ध मन से स्मरण कर याद करना चाहिए. हरि विष्णु का ध्यान धरने से समस्त इच्छाएं पूर्ण होती है.
पीले रंग की वस्तु अर्पित करना शुभ: विष्णु भगवान पारिवारिक जीवन में न्याय प्रदान करते हैं. इस दिन पीले बेसन के लड्डू, बूंदी के लड्डू पीले फल आदि अर्पित कर विष्णु जी की साधना करने से विवाह बाधा दूर होती है. संतान संबंधी बाधा होने पर उस बाधा को दूर करती है. सभी जातकों को इस दिन विष्णु का ध्यान करना चाहिए. उपवास अनुष्ठान और पूजा करनी चाहिए, जिससे उनके जीवन के समस्त कष्ट दुख दुविधा सुविधा में बदल जाए.