रायपुर : कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कुमारी शैलजा के मुताबिक पहले चरण के चुनाव के बाद ये स्पष्ट हो गई है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार की वापसी हो रही है.पहले चरण के मतदान के बाद प्रदेश के पूर्व सीएम रमन सिंह की सीट भी खतरे में पड़ गई है.रमन सिंह अपने ही विधानसभा में चुनाव में प्रचार प्रसार में जुटे हुए थे.पूर्व सीएम रमन सिंह को ये डर है कि उनकी सीट खतरे में पड़ गई है,इसलिए उन्हें डोर टू डोर जनसंपर्क करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
75 का आंकड़ा पार करेगी कांग्रेस : प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा के मुताबिक 7 नवंबर को पहले चरण में हुए मतदान से साफ हो गया है कि नतीजा कांग्रेस के पक्ष में ही आएगा. इसके पहले कांग्रेस पार्टी ने कहा था वो 75 के आंकड़े तक पहुंचने के लिए तैयार हैं.
''20 सीटों का क्या दृश्य है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की सीट भी खतरे में पड़ गई है. इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को डोर टू डोर जाकर मतदाताओं से वोट मांगने पड़े. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह चुनौती को देखते हुए प्रदेश के किसी भी इलाके में प्रचार करने नहीं जा पाए."- कुमारी शैलजा, प्रदेश प्रभारी कांग्रेस
बीजेपी फैला रही है नेगेटिविटी : कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा सकारात्मक ढंग से चुनाव लड़ती है. नेगेटिविटी पर कभी नहीं जाते नेगेटिविटी बीजेपी का मार्का है. भारतीय जनता पार्टी नकारात्मक बात करने के साथ ही दूसरों को दोषी ठहरना भारतीय जनता पार्टी का काम है. चाहे भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेता हो या फिर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. कांग्रेस ने अपने 5 साल के कार्यकाल के आधार पर लोगों से वोट मांगे हैं. हर वर्ग जिसमें युवा महिला किसान मजदूर अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति सभी लोगों के लिए कांग्रेस पार्टी ने काम किया है.
कांग्रेस ने गरीबी और बेरोजगारी के खिलाफ लड़ी लड़ाई :कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा के मुताबिक 5 साल के कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी ने मजबूती से गरीबी और बेरोजगारी से लड़ाई लड़ी है. ऐसा करके कांग्रेस पार्टी ने देश को और केंद्र सरकार को दिखा दिया. इस बात को नीति आयोग और केंद्र सरकार ने भी माना है. 40 लाख लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने का दावा किया है. उन्होंने इस दौरान इस बात का भी जिक्र किया कि केंद्र सरकार ने 65 बार छत्तीसगढ़ को पुरस्कार भी दिया है.