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रायपुर: विजयादशमी पर पतंगबाजी का आयोजन

राजधानी रायपुर के सप्रे शाला स्थित मैदान में आज विजयादशमी के मौके पर आसमान में रंग-बिरंगे पतंग भी देखने को मिली. बुढ़ापारा समिति द्वारा आज दशहरा कार्यक्रम के साथ पतंगबाजी का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें बच्चों ने पतंग उड़ाई.

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Published : Oct 8, 2019, 8:58 PM IST

विजयादशमी पर पतंगबाजी का आयोजन

रायपुर: सप्रे शाला मैदान में विजयादशमी के मौके पर पतंगबाजी का आयोजन किया गया. इसमें बच्चों के साथ बड़े लोगों ने भी खूब मस्ती की. सभी ने पतंग उड़ा दशहरा मनाया.
आयोजन समिति ने इस कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा कि आजकल के बच्चे मोबाइल और टीवी में व्यस्त रहते हैं.

इसके कारण भारत की पुरानी संस्कृति और सभ्यता लगभग खत्म होने की कगार पर है. साथ ही टीवी मोबाइल के कारण बच्चे एक दूसरे को जान भी नहीं पाते हैं. इसलिए समिति इस तरह का आयोजन करा रही है. जिसमें बच्चे घर से बाहर निकल एक-दूसरे को जान सकें. समीति बीते 5 साल से ये आयोजन करा रही है.
समिति के सदस्यों ने बताया कि पतंगबाजी वर्षों से की जा रही है, लेकिन आजकल के बच्चे इसके बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं. इसलिए इस का आयोजन किया जा रहा है, ताकि बच्चे इसके बारे में और जान सकें.

विजयादशमी पर पतंगबाजी का आयोजन

रावण दहन के साथ पतंगबाजी

पतंगबाजी का आयोजन यहां बीते 5 साल किया जा रहा है. जिससे बच्चों के साथ बड़े बूढ़े और महिला भी काफी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं. पतंगबाजी के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम रखे गए थे. जिसके बाद रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का दहन किया गया.

रायपुर: सप्रे शाला मैदान में विजयादशमी के मौके पर पतंगबाजी का आयोजन किया गया. इसमें बच्चों के साथ बड़े लोगों ने भी खूब मस्ती की. सभी ने पतंग उड़ा दशहरा मनाया.
आयोजन समिति ने इस कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा कि आजकल के बच्चे मोबाइल और टीवी में व्यस्त रहते हैं.

इसके कारण भारत की पुरानी संस्कृति और सभ्यता लगभग खत्म होने की कगार पर है. साथ ही टीवी मोबाइल के कारण बच्चे एक दूसरे को जान भी नहीं पाते हैं. इसलिए समिति इस तरह का आयोजन करा रही है. जिसमें बच्चे घर से बाहर निकल एक-दूसरे को जान सकें. समीति बीते 5 साल से ये आयोजन करा रही है.
समिति के सदस्यों ने बताया कि पतंगबाजी वर्षों से की जा रही है, लेकिन आजकल के बच्चे इसके बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं. इसलिए इस का आयोजन किया जा रहा है, ताकि बच्चे इसके बारे में और जान सकें.

विजयादशमी पर पतंगबाजी का आयोजन

रावण दहन के साथ पतंगबाजी

पतंगबाजी का आयोजन यहां बीते 5 साल किया जा रहा है. जिससे बच्चों के साथ बड़े बूढ़े और महिला भी काफी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं. पतंगबाजी के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम रखे गए थे. जिसके बाद रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का दहन किया गया.

Intro:राजधानी रायपुर के सप्रे शाला स्थित ग्राउंड में आज विजयदशमी के साथ साथ आसमान में देखने को मिल रहे हैं रंग-बिरंगे पतंग। बुढ़ापारा समिति द्वारा आज दशहरा कार्यक्रम के साथ साथ पतंगबाजी का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बच्चो ने कई रंग बिरंगी पतंगों को आसमान में उड़ा कर अपने सपनों को ऊंचाई देने की कोशिश की है।

Body:रायपुर के सप्रे शाला स्थित ग्राउंड में आज विजयदशमी के साथ-साथ पतंगबाजी का भी आयोजन रखा गया जिसमें बच्चों के साथ-साथ बड़े भी जोशो खरोश के साथ पतंग उड़ा रहे हैं और अपनी पतंग को आसमान की ऊंचाई तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं समिति द्वारा बताया गया कि आजकल बच्चे मोबाइलऔर टीवी के कारण अपने दोस्तों के साथ ज्यादा वक्त नहीं बिता पा रहे हैं और दिन भर घर में घुसे रहते हैं इसलिए समिति द्वारा यह आयोजन पिछले 5 वर्षों से यहां पर किया जा रहा है जिससे लोग और बच्चे एक दूसरे के साथ मिलकर पतंग उड़ा सके , पतंग और मांझा भी समिति द्वारा निशुल्क लोगों में बांटा जाता है ताकि वह निश्चिंत होकर पतंग को आसमान की ऊंचाई तक उड़ाए। समिति का कहना यह भी है कि पतंगबाजी काफी सालों से की जाती है पर आजकल के बच्चे इसके बारे में ज्यादा नहीं जानते इसलिए यह आयोजन पतंगबाजी का ही होता है ताकि बच्चे इसके बारे में और जाने और पतंग के साथ-साथ अपने सपनों को ऊंचाई तक कैसे पहुंचाना है यह जाने।

Conclusion:पतंगबाजी का आयोजन यहां पर पिछले 5 वर्षों से किया जा रहा है जिससे बच्चों के साथ साथ बड़े बूढ़े और महिला भी काफी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है। पतंगबाजी के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम रखे गए हैं जिसके बाद रावण , कुंभकरण और मेघनाथ का दहन किया जाएगा समिति द्वारा यहां पर 40 40 फिट के रावण , कुंभकरण और मेघनाथ को बनाया गया है।

बाइट :- प्रदीप गोविंद शितुत ( बुढ़ापारा समिति सदस्य)

अभिषेक कुमार सिंह ईटीवी भारत रायपुर

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