रायपुर: एक बार फिर छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री ने शराबबंदी न होने की बात कही है. आबकारी मंत्री कवासी लखमा का एक बयान सामने आया है. इसमें उन्होंने कहा है कि, " छत्तीसगढ़ में शराबबंदी नहीं हो सकती." लखमा के इस बयान से साफ हो गया है कि विधानसभा चुनाव तक कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ में शराबबंदी नहीं कर सकती है. लखमा के इस बयान से एक बार फिर सियासी पारा चढ़ गया है.
कवासी लखमा का बयान: प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा का एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में आबकारी मंत्री ने साफ कर दिया है कि छत्तीसगढ़ में शराबबंदी नहीं होगी. लखमा ने कहा कि, "मुझे 5 साल हो गए आबकारी मंत्री बने. लेकिन आज तक एक भी शराब दुकान को बंद करने के लिए आवेदन नहीं मिला है. बल्कि शराब दुकान खोलने के लिए लगातार लोग आवेदन कर रहे हैं."
कमेटी में शामिल नहीं हुए बीजेपी नेता: कवासी लखमा ने कहा कि, "हमने इसके लिए विधायक सत्यनारायण शर्मा के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई हैं. इसमें बीजेपी के सदस्य शामिल नहीं हुए. यह सिर्फ मुंह से शराबबंदी की बात करते हैं. प्रदेश में शराबबंदी कभी नहीं होगी. कोरोना काल में 2 महीने शराब बंद थी. उस दौरान रायपुर और बिलासपुर में कई लोगों की जहरीले शराब पीने से मौत हो गई. जिस दिन छत्तीसगढ़ में शराबबंदी होगी. लोग यूपी, बिहार, झारखंड जैसे राज्यों से शराब ले आएंगे. "
कांग्रेस ने किया था शराबबंदी का वादा: कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में सरकार आने के बाद शराबबंदी का वादा किया था. कांग्रेस सरकार को लगभग 5 साल का समय होने वाला है. लेकिन अब तक प्रदेश में शराबबंदी को लेकर कांग्रेस सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. ऐसे में आबकारी मंत्री के बयान से ये साफ हो गया है कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव तक शराबबंदी नहीं होने वाली है. बता दें कि अब तक कवासी लखमा के बयान पर बीजेपी नेताओं की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.