रायपुर: कांकेर में पत्रकार पर हुए हमले को लेकर शुक्रवार को राजधानी रायपुर के गांधी मैदान में सभी पत्रकार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन में प्रदेश के विभिन्न जिलों से पत्रकार रायपुर पहुंचे हैं. पत्रकार सरकार से मांग कर रहे हैं कि पत्रकार सुरक्षा कानून को जल्द लागू किया जाए. मुख्यमंत्री के निर्देश पर पत्रकारों की उच्च स्तरीय जांच दल के गठन के आदेश राज्य शासन ने जारी कर दिए हैं. उच्च स्तरीय जांच दल 10 दिनों के भीतर अपना जांच प्रतिवेदन राज्य शासन को सौंपेगा.
वरिष्ठ पत्रकार राजेश जोशी की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय जांच दल में पत्रकार रूपेश गुप्ता , शगुफ्ता सिरीन, अनिल द्विवेदी , सुरेश महापात्र और राजेश शर्मा शामिल हैं.
बता दें बीते दिनों कांकेर के पत्रकार कमल शुक्ला पर पूर्व कांग्रेस नेता ने हमला किया था. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसके बाद प्रदेश के सभी जिलों के पत्रकारों ने इस मारपीट की कड़ी निंदा की थी. साथ ही पत्रकारों पर हो रहे हमले और मारपीट से पत्रकारों में काफी गुस्सा है. जिसको लेकर प्रदेशभर के पत्रकार रायपुर पहुंचे हैं. रायपुर के गांधी मैदान में धरना दिया जा रहा है. आपको बता दें कि पत्रकार सीएम निवास की ओर कूच कर रहे थे. लेकिन पत्रकारों को रोक दिया गया. जिसके बाद सीएम से मुलाकात को लेकर पत्रकार अड़ गए. पुलिस के रोके जाने पर पत्रकारों ने प्रदर्शन तेज कर दिया है.
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कांकेर में इस केस में FIR भी दर्ज की गई है. लेकिन आरोपियों को जमानत पर छोड़ दिया गया था. जिसके बाद से पत्रकारों में आक्रोश और बढ़ा. पत्रकार सुरक्षा कानून का वादा भी भूपेश बघेल सरकार ने पूरा नहीं किया है. जिसे लेकर पत्रकार अब पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. हालांकि कांकेर में पत्रकार कमल शुक्ला पर हुए हमले में प्रदेश कांग्रेस ने पहले ही एक जांच कमेटी गठित कर दी थी. कांग्रेस की चार सदस्यीय जांच टीम जिसमें संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद, जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन, और प्रदेश महामंत्री रवि घोष शामिल हैं.
जांच के लिए पहुंची थी टीम
पत्रकार पर हुए हमले की जांच के लिए बनाई गई कांग्रेस की जां कमेटी ने कमल शुक्ला से गुरुवार को बातचीत की थी. इस दौरान कमल शुक्ला ने 20 पन्ने का ज्ञापन भी जांच दल को सौंपा था. जिसमे कलेक्टर और एसपी के तत्काल तबादले की बात कही गई थी.