रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा अब चुनाव नजदीक है. ऐसे में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी(जोसीसीजे) चुनाव से पहले गठबंधन कर सकती है. गुरुवार जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी हैदराबाद के लिए रवाना हुए हैं. खबर मिल रही है कि वे तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव से मुलाकात कर भारत राष्ट्र समिति बीआरएस के साथ गठबंधन कर सकते हैं.
क्या कहना है जोसीसीजे का: जोसीसीजे के मुख्य प्रवक्ता भागवानू नायक ने ईटीवी भारत से बताया कि "छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को कुछ ही महीने बचे हुए हैं. ऐसे में हमारी पार्टी को निर्णय लेने की आवश्यकता है. चुनाव में साधन की सामर्थ्य की और चेहरे की और रोल मॉडल की आवश्यकता होती है. पार्टी के विलय की कोई बात नहीं है. पार्टी के गठबंधन से मैं इनकार नहीं करूंगा."
"मैंने पहले ही कहा है कि अगर समान विचारधारा वाली पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ना पड़े तो बिल्कुल लड़ेंगे. क्योंकि हम लोगों के सामने राष्ट्रीय राजनीतिक दल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी बड़ी चुनौती है. उनसे लड़ने के लिए अगर किसी दल से गठबंधन करना पड़े तो बिल्कुल किया जाएगा. हम पूरी दमदारी के साथ पूरा चुनाव लड़ेंगे. छत्तीसगढ़ में हमारी पार्टी तीसरी शक्ति के नाम से जानी जाती है. 2023 के विधानसभा चुनाव लड़कर हम पहली शक्ति बनेंगे. इस विषय में अमित जोगी काम कर रहे है." -भागवानू नायक, जोसीसीजे के मुख्य प्रवक्ता
2018 में बसपा से किया था गठबंधन: 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान जेसीसीजे सुप्रीमो अजीत जोगी ने बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती के साथ मुलाकात कर गठबंधन किया था. दोनों ही पार्टियों ने मिलकर 2018 का विधानसभा चुनाव लड़ा, जिसमें बसपा और जेसीसी जे के गठबंधन को 7 सीटें मिली. जिनमें 5 सीटें जोगी कांग्रेस और 2 सीट पर बहुजन समाज पार्टी जीतकर आई थी. वहीं 2023 विधनसभा चुनाव के दौरान अमित जोगी तेलंगाना की केसीआर पार्टी के साथ गठबंधन कर पार्टी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.