रायपुर: जोगी कांग्रेस प्रमुख अमित जोगी शनिवार को रायपुर ईडी कार्यालय पहुंचे. यहां जेसीसीजे प्रमुख अमित जोगी ने महादेव ऐप सट्टा से जब्त रकम को छत्तीसगढ़ के गरीबों के बैंक खातों में डालने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा. ईडी ने खुलासा किया है कि महादेव एप के प्रमोटर्स से सीएम बघेल को 508 करोड़ रुपये मिले. इसे लेकर लगातार सियासी दल भूपेश बघेल पर हमलावर है. इस बीच शनिवार को अमित जोगी ईडी कार्यालय पहुंचे.
मुख्यमंत्री और उनके सहयोगियों ने किया घोटाला: अमित जोगी ने इस मामले में भूपेश बघेल पर हमला बोलते हुए कहा, "ईडी द्वारा की गई छापेमारी और कार्रवाई से कई खुलासे हुए हैं. महादेव ऐप सट्टा घोटाले के मुख्य अभियुक्तों द्वारा बड़े पैमाने पर करोड़ों रुपए का मुख्यमंत्री और उनके सहयोगियों द्वारा घोटाला हुआ है. यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस राज्य की 45 फीसद आबादी गरीबी में जीवन बीता रही है. 20 लाख से ज्यादा परिवार बगैर घर के रह रही है. उस राज्य के लोगों के करोड़ों रुपए महादेव एप सट्टा को माध्यम बनाकर लूटे गए. इन लोगों को लूटने वाला कोई और नहीं बल्कि सत्ताधारी दल की मुखिया और उनके सहयोगी हैं. मेरी अपील है कि उन पैसों को वापस जनता के खाते में डाला जाए."
गरीब लोगों के खाते में डाली जाए घोटाले की रकम: अमित जोगी ने कहा कि, "मेरे ईडी ऑफिस जाने के 2 मुख्य कारण थे. पहला कारण महादेव ऐप कांड से संबंधित "देशद्रोह और हत्याओं" के कुछ पुख्ता प्रमाण मैंने ईडी के सामने पेश किए हैं. जांच का दायरा बढ़ाकर सीबीआई और एनआईए को भी शामिल करने का निवेदन किया है. दूसरा कारण यह है कि मैंने ईडी से यह निवेदन किया कि 'सत्ताधारियों ने सट्टाधारी' बनकर महादेव ऐप के माध्यम से, जो करोड़ों रुपये की काली कमाई की. उस रकम को ईडी जब्त कर छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के खाते में दे. ताकि यह पैसा छत्तीसगढ़ के गरीबों के बैंक खातों में दिया जा सके. यह पैसा छत्तीसगढ़ के लोगों का है."
बता दें कि इन दिनों छत्तीसगढ़ में सीएम बघेल और महादेव ऐप घोटाला चर्चा में है. बीजेपी के साथ अब जोगी कांग्रेस भी छत्तीसगढ़ में महादेव ऐप घोटाला पर बघेल सरकार को घेरने का काम कर रही है.