रायपुर: रायपुर में भगवान श्री कृष्ण के कई मंदिर हैं. उन मंदिरों में से एक मंदिर है गोपाल मंदिर. ये रायपुर के सदर बाजार में स्थित है. मंदिर के पुजारी कहते हैं कि यहां की मूर्ति में साल 1813 अंकित है. पहले यह गोपाल मंदिर मिट्टी का हुआ करता था. हालांकि समय के साथ-साथ मंदिर का विकास किया गया. मंदिर का स्वरूप बदल गया है. इस मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाता है. इस बार मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव की खास तैयारी की गई है.
भक्तों की उमड़ती है भारी भीड़: कृष्ण जन्मोत्सव के मौके पर यहां भक्तों की काफी भीड़ देखने को मिलती है. इस मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव के अगले दिन नंद उत्सव का भी आयोजन किया जाता है. साथ ही भगवान की झांकी भी निकाली जाती है. कृष्णाष्टमी पर इस मंदिर में भक्तों का जनसैलाब उमड़ता है. इस मंदिर के प्रति लोगों की काफी आस्था है. कहा जाता है कि आजादी के पहले से यहां कृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन हर साल किया जाता आ रहा है.
यह मंदिर 1700 ईस्वी पूर्व का है. भगवान के चरणों में 1813 अंकित है. प्राचीन समय में यह मंदिर मिट्टी का हुआ करता था. बाद में इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया. साल 1973 में पुष्टिमार्गीय संप्रदाय ने इस मंदिर की देखरेख की. नई मूर्ति के साथ पुरानी मूर्ति भी इस मंदिर में आज भी मौजूद है. हर साल कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व यहां बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. -राजेश मिश्रा, पंडित, गोपाल मंदिर
ऐसे मनाया जाता है कृष्ण जन्मोत्सव: 7 सितंबर कृष्ण जन्माष्टमी के दिन सुबह 5:30 बजे मंगल होगा. उसके बाद ठाकुर जी को पंचामृत से स्नान कराया जाएगा. इसके बाद भगवान के श्रृंगार का दर्शन होगा. फिर राजभोग का दर्शन भी होगा. ठाकुर जी की संध्या आरती और शयन दर्शन के बाद रात्रि लगभग 9:00 बजे से जागरण दर्शन शुरू होकर रात 11:30 तक चलेगा. रात ठीक 12:00 भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. अगले दिन 8 सितंबर को नंद महोत्सव का आयोजन किया जाएगा.