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रायपुर: नहीं दिखेगी रथयात्रा की रौनक, मंदिर में नहीं लगेगा श्रद्धालुओं का तांता - रायपुर में भगवान जगन्नाथ

राजधानी रायपुर में इस साल जगन्नाथ रथयात्रा की रौनक देखने के लिए नहीं मिलेगी. राज्य सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक मंदिरों में भीड़भाड़ नहीं की जाएगी. अतिथियों को निमंत्रण दे दिया गया है, लेकिन रथयात्रा का जो काम है, वह मंदिर परिसर के अंदर केवल पूजा-पाठ के आधार पर किया जाएगा.

raipur jaggannath yatra 2020
रायपुर में नहीं दिखेगी जगन्नाथ यात्रा की रौनक
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Published : Jun 17, 2020, 8:41 AM IST

Updated : Jun 18, 2020, 12:08 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हर साल बड़े धूमधाम से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने ये फैसला लिया है कि मंदिरों में भीड़भाड़ नहीं होगी. हर साल की तरह इस साल रथ यात्रा में लोग शामिल नहीं हो पाएंगे. कड़े नियमों के बीच रथयात्रा निकाली जाएगी.

रायपुर में नहीं दिखेगी जगन्नाथ यात्रा की रौनक

मंदिर समिति के अध्यक्ष पुरन्दर मिश्रा ने बताया कि इस साल रथयात्रा किस तरह से मनाई जाएगी. मंदिर समिति के अध्यक्ष ने बताया कि इस साल रथ यात्रा 23 जून को है, जो 30 जून तक चलेगी. यह रथयात्रा महोत्सव कहलाता है. इस साल कोरोना संकट की वजह से सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक रथयात्रा का आयोजन किया जा रहा है, जो मंदिर परिसर के अंदर ही होगा. 7 दिन तक भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ अपनी मौसी के घर रहेंगे, जहां निमंत्रण दिए हुए अतिथि एक-एक दिन जाकर उनकी आरती करेंगे.

raipur jaggannath yatra 2020
रथ निर्माण

होम क्वॉरेंटाइन में हैं भगवान जगन्नाथ

बता दें कि पूरे देश में 8 जून से भक्तों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दे दी गई है. मान्यता के अनुसार रथयात्रा के पहले स्नान पूर्णिमा आती है, जिसमें भगवान जगन्नाथ ज्यादा स्नान करने की वजह से बीमार पड़ जाते हैं. इस साल यह दिन 5 जून को पड़ा, जब भगवान जगन्नाथ स्नान पूर्णिमा के दिन नहाने से बीमार पड़ गए और वे 16 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन में चले गए.

पढ़ें- बालोद: इस साल नहीं निकाली जाएगी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा

हर साल भगवान जगन्नाथ 16 दिन बीमार रहने के बाद स्वस्थ होकर दूसरे दिन अपनी मौसी के घर जाते हैं. फिलहाल अतिथियों को निमंत्रण दे दिया गया है, लेकिन रथयात्रा का काम मंदिर परिसर के अंदर केवल पूजा-पाठ के आधार पर किया जाएगा. 23 तारीख को रथयात्रा के दिन मौसी के घर भगवान जाएंगे और 30 तारीख तक अपनी मौसी के घर रहेंगे और 30 तारीख को अपने धाम में वापस आएंगे.

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हर साल बड़े धूमधाम से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने ये फैसला लिया है कि मंदिरों में भीड़भाड़ नहीं होगी. हर साल की तरह इस साल रथ यात्रा में लोग शामिल नहीं हो पाएंगे. कड़े नियमों के बीच रथयात्रा निकाली जाएगी.

रायपुर में नहीं दिखेगी जगन्नाथ यात्रा की रौनक

मंदिर समिति के अध्यक्ष पुरन्दर मिश्रा ने बताया कि इस साल रथयात्रा किस तरह से मनाई जाएगी. मंदिर समिति के अध्यक्ष ने बताया कि इस साल रथ यात्रा 23 जून को है, जो 30 जून तक चलेगी. यह रथयात्रा महोत्सव कहलाता है. इस साल कोरोना संकट की वजह से सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक रथयात्रा का आयोजन किया जा रहा है, जो मंदिर परिसर के अंदर ही होगा. 7 दिन तक भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ अपनी मौसी के घर रहेंगे, जहां निमंत्रण दिए हुए अतिथि एक-एक दिन जाकर उनकी आरती करेंगे.

raipur jaggannath yatra 2020
रथ निर्माण

होम क्वॉरेंटाइन में हैं भगवान जगन्नाथ

बता दें कि पूरे देश में 8 जून से भक्तों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दे दी गई है. मान्यता के अनुसार रथयात्रा के पहले स्नान पूर्णिमा आती है, जिसमें भगवान जगन्नाथ ज्यादा स्नान करने की वजह से बीमार पड़ जाते हैं. इस साल यह दिन 5 जून को पड़ा, जब भगवान जगन्नाथ स्नान पूर्णिमा के दिन नहाने से बीमार पड़ गए और वे 16 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन में चले गए.

पढ़ें- बालोद: इस साल नहीं निकाली जाएगी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा

हर साल भगवान जगन्नाथ 16 दिन बीमार रहने के बाद स्वस्थ होकर दूसरे दिन अपनी मौसी के घर जाते हैं. फिलहाल अतिथियों को निमंत्रण दे दिया गया है, लेकिन रथयात्रा का काम मंदिर परिसर के अंदर केवल पूजा-पाठ के आधार पर किया जाएगा. 23 तारीख को रथयात्रा के दिन मौसी के घर भगवान जाएंगे और 30 तारीख तक अपनी मौसी के घर रहेंगे और 30 तारीख को अपने धाम में वापस आएंगे.

Last Updated : Jun 18, 2020, 12:08 PM IST
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