रायपुर: छत्तीसगढ़ की महिला आरक्षक पूजा देवांगन ने अपनी मानवीयता और व्यवहार से सबका दिल जीत लिया था. लकवाग्रस्त बुजुर्ग महिला को गोद में उठाकर मां बम्लेश्वरी के दर्शन कराने वाली पूजा को सोशल मीडिया ने खूब सराहा. पुलिस महकमे ने उन्हें सम्मानित करने की घोषणा की है. ETV भारत से खास बातचीत में पूजा ने कहा कि उन्हें ऐसा करके आत्मीय सुख मिल रहा है.
पूजा देवांगन ने ETV भारत से खास बातचीत में बताया कि मैं ड्यूटी पर थी इस दौरान देखा कि एक महिला को उनके पति कंधे का सहारा लेकर जा रहे थे. बुजुर्ग महिला सीढ़ी चढ़ने लायक नहीं थी. इसके बाद मैं दंपति के पास पहुंची और देखा कि कंधे का सहारा देकर उन्हें माता के दरबार तक नहीं ले जाया जा सकता. पूजा ने कहा कि स्थिति देखने के बाद मैंने महिला को गोद में उठाकर दर्शन कराने का फैसला लिया.
- पूजा देवांगन ने कहा कि बाकी साथियों की सलाह पर वो महिला को हॉस्पिटल ले गईं. पूजा कहती हैं कि अस्पताल ले जाने के बाद पता चला कि महिला 15 साल से लकवाग्रस्त हैं और वो मां बम्लेश्वरी के दर्शन करना चाहती थीं.
- पूजा ने कहा कि मां बम्लेश्वरी के दर्शन करना उनके लिए अंतिम इच्छा पूरी करने जैसा है. पूजा देवांगन कहती हैं कि उनके पति के चेहरे की संतुष्टि देखकर उन्हें बहुत संतोष मिला.
- पूजा कहती हैं कि दुनिया में ऐसे कई लोग हैं, जो दूसरों की मदद करते हैं. अच्छा काम करने वाले बहुत लोग हैं बस सबके सामने नहीं आ पाते हैं.
- पूजा देवांगन ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से उन्होंने सरकारी नौकरी की.
सोशल मीडिया पर छाईं पूजा
डोंगरगढ़ में तैनात महिला आरक्षक पूजा देवांगन ने एक वृद्ध लकवाग्रस्त महिला को मां बम्लेश्वरी मंदिर में दर्शन कराए थे. महिला सीढ़ी चढ़ पाने में असक्षम थी, जिसके बाद आरक्षक पूजा देवांगन उसे गोद में उठाकर मंदिर तक ले गईं थी. सोशल मीडिया पर महिला को गोद ली हुई उनकी तस्वीर वायरल हो गई थी.