रायपुर : राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव (National Tribal Dance Festival 2021) एवं राज्योत्सव 2021 के तीसरे दिन 30 अक्टूबर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की विभिन्न विधाओं के आकर्षक तथा मनोहारी नृत्य की प्रस्तुति बहुरंगी छटा बिखेरेगी. महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन माली, उजबेकिस्तान, स्वाजीलैंड, श्रीलंका और युगांडा सहित अपने देश के विभिन्न राज्यों के कलाकार विभिन्न नृत्यों की प्रस्तुति देंगे.
सुबह 8 से 9 बजे तक कलाकार करेंगे पूर्वाभ्यास
इस क्रम में राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान (Science College Ground of Raipur) में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में 30 अक्टूबर की सुबह 8 से 9 बजे तक कलाकारों द्वारा पूर्वाभ्यास के लिए समय निर्धारित किया गया है. इसके बाद सुबह 9 से दोपहर 1.30 बजे तक निकोबारी नृत्य (अंडमान-निकोबार), स्वांग नृत्य (राजस्थान), वासवा नृत्य (गुजरात), छाऊ नृत्य (झारखंड), संथाली नृत्य (पश्चिम बंगाल), खरिंग खरग फेचक नृत्य (मणिपुर), घाहानू नृत्य (लद्दाख), माकू हे निची नृत्य (नागालैंड), गारसिया नृत्य (राजस्थान), उरांव कर्मा नृत्य (छत्तीसगढ़) और हारूल-झैंता-हरिण नृत्य (उत्तराखंड) की प्रस्तुति होगी.
दोपहर 2.30 से अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के नृत्य की प्रस्तुति
इसी तरह दोपहर 2.30 से शाम 7.30 बजे तक प्रदर्शनकारी प्रस्तुतियों के तहत माली, उजबेकिस्तान, स्वाजीलैंड और श्रीलंका के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी. समारोह में अतिथियों के समक्ष रात्रि 8 बजे से युगांडा और दो प्रथम स्थान प्राप्त विजेता अपने नृत्य की प्रस्तुति देंगे.