रायपुर: लोकसभा चुनाव 2019 के दूसरे चरण का मतदान खत्म हो चुका है. इसमें महासमुंद लोकसभा सीट पर शाम 5 बजे तक 66.59 प्रतिशत मतदान हुआ है. हालांकि यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है.
बता दें कि शाम 4 बजे तक बिंद्रानवागढ़ में सबसे अधिक 64 और धमतरी में सबसे कम 49 प्रतिशत मतदान हुआ है. छत्तीसगढ़ की 3 लोकसभा सीट क्रमश: कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद पर वोटिंग हुई. तीनों क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. महासमुंद से भाजपा के चुन्नीलाल साहू के सामने कांग्रेस के धनेंद्र साहू के बीच मुकाबला था.
दिनभर की घटनाक्रम पर एक नजर
दिनभर के घटनाक्रम पर नजर डाले, तो दोपहर 3.00 बजे महासमुंद लोकसभा में 50 प्रतिशत मतदान हुआ था. दोेपहर 1.10 बजे धमतरी के साल्हेवार बूथ नंबर 142 में खराब ईवीएम बदली गई. इसके बाद वोटिंग शुरू हुई. दोपहर 12.50 बजे महासमुंद जिले के खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के बीकेबाहरा मतदान केंद्र में मधुमक्खियों ने हमला कर दिया. हमले में 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, इसमें एक बुजुर्ग की हालत नाजुक है.
सुबह 11.00 बजे तक महासमुंद जिले में 28 प्रतिशत मतदान हुआ था. 10.50 बजे धमतरी के बूथ नंबर 142 में ईवीएम खराब हुई, करीब एक घंटे तक वोटिंग रुकी रही. 10.55 बजे जिले के नक्सल प्रभावित खैरेटकला बूथ क्रमांक 54 में 30 प्रतिशत मतदान हुआ. 10.17 बजे महासमुंद के नक्सल प्रभावित खैरेटकला पोलिंग बूथ पर 30 फीसदी मतदान हुआ. यहां 996 वोटरों में से रिकॉर्ड 400 वोटरों ने वोट डाले. बता दें कि यहां पर तीन साल पहले नक्सलियों ने उपसरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
साथ ही कोटवार को भी गोली मार दी थी. आज चुनाव के दिन पीड़ित कोटवार साहस का परिचत देते हुए मतदान केंद्र पर ड्यूटी किया. 10.11 बजे धमतरी में कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने मतदान किया. सिहावा विधायक लक्ष्मी ध्रुव ने मतदान किया. 9:44 बजे गरियाबंद जिले के देवभोग के ग्राम खम्हारगुड़ा सागौनबाड़ी, सुपेबेड़ा, सेंडमुड़ा खोखसर, परेवापाली में चुनाव का बहिष्कार किया गया. हालांकि प्रशासन के कुछ लोग मतदाताओं को मनाने में लगे रहे.
महासमुंद की पूरी जानकारी
- कुल प्रत्याशी- 13
- लोकसभा में वोटर्स की संख्या- 1632963
- पुरुष मतदाता- 810784
- महिला मतदाता- 822158
- अन्य मतदाता- 21, इसमें थर्ड जेंडर शामिल हैं.
- लोकसभा में पोलिंग बूथ- 2140
क्षेत्र में प्रमुख जातियां महासमुंद लोकसभा क्षेत्र पिछड़ा बाहुल्य क्षेत्र है. पिछड़ा वर्ग में तेली, कुर्मी, कोलता, अघरिया लोग आते हैं.