रायपुर : पुलिस परेड ग्राउंड में सीएम भूपेश बघेल ने झंडावंदन किया. इसके बाद सीएम भूपेश ने मार्च पास्ट की सलामी ली.स्वतंत्रता दिवस में हुए कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के पुलिस जवान और अधिकारियों को वीरता और सराहनीय सेवा के लिए सम्मानित किया. सम्मान पाने वाले अधिकारी और पुलिस के जवान सम्मान मिलने के बाद काफी उत्साहित नजर आए. कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए ये एक गौरव का पल था.
किन्हें मिला पुलिस वीरता पदक ? : रक्षित निरीक्षक वैभव मिश्रा, कवर्धा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव, दंतेवाड़ा टीआई अश्विनी सिन्हा, कोंडागांव टीआई यशवंत श्याम और एसआई उसारू राम कोर्राम,उत्तम कुमार टीआई जिला सुकमा और शहीद जवान कृष्ण पाल सिंह कुशवाहा को पुलिस वीरता पदक से नवाजा गया.
वैभव मिश्रा को अदम्य साहस और बहादुरी के लिए मिला सम्मान : 15 अप्रैल 2020 को दंतेवाड़ा जिला में वैभव मिश्रा ने मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर संयुक्त पुलिस टीम को लीड किया था.पोरोवाड़ा के जंगल के बीच घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने पुलिस टीम पर हमला किया. डीआरजी ग्रुप का नेतृत्व कर रहे रक्षित निरीक्षक नक्सल ऑपरेशन वैभव मिश्रा नक्सलियों की गोलीबारी में घिर गए थे.लेकिन उन्होंने हिम्मत ना हारते हुए जवाबी कार्रवाई की. आधे घंटे तक दोनों ओर से फायरिंग हुई.जिसमें एक नक्सली ढेर हो गया और नक्सली भाग गए. इस ऑपरेशन को रक्षित निरीक्षक नक्सल ऑपरेशन वैभव मिश्रा की भूमिका महत्वपूर्ण रही.
कवर्धा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव और अश्वनी सिन्हा को भी मिला पुरस्कार : 14 जुलाई 2019 को पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव दंतेवाड़ा में पोस्टेड थे. तभी उन्हें सूचना मिली कि गुमियापाल जंगल में नक्सली मौजूद हैं. इस सूचना पर डीआरजी टीम को रवाना किया गया. गुमिया पाल के जंगलों में पुलिस पहुंची तो वहां पर नक्सली पहले से घात लगाकर बैठे थे. पुलिस को आते देखकर नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. सब इंस्पेक्टर मोहन भारद्वाज और सब इंस्पेक्टर अश्वनी सिंह के नेतृत्व में डीआरजी के जवानों ने जवाबी कार्यवाही की. मुठभेड़ खत्म होने के बाद घटनास्थल से एक महिला और एक पुरुष नक्सली का शव बरामद किया गया. इस घटना में कुछ हथियार भी पुलिस ने बरामद किए थे.
कोंडागांव टीआई यशवंत श्याम ने नक्सल ऑपरेशन में निभाई अहम भूमिका : 1 जून 2021 को कोंडागांव पुलिस अधीक्षक ने एसआई यशवंत श्याम के नेतृत्व में संयुक्त पुलिस पार्टी को भंडरापाल गांव के जंगल में रवाना किया. मुखबिर ने पुलिस को जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना दी थी. जब टीम जंगल में पहुंची तो नक्सलियों ने पुलिस टीम पर हमला किया.लेकिन मुस्तैद जवानों ने नक्सली हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया. मुठभेड़ में पुलिस ने दो नक्सलियों के शव बरामद किए थे. जिसमें एक महिला नक्सली और एक पुरुष नक्सली शामिल था. इनके पास से पुलिस ने हथियार भी बरामद किए थे.
उत्तम कुमार ने नक्सलियों को दिया मुंहतोड़ जवाब : 23 नवंबर 2019 को सुकमा जिले के गंधारपारा और मुलेर के जंगल में पुलिस सर्चिंग में निकली थी. सर्चिंग के दौरान कुछ नक्सली पहले से घात लगाकर बैठे हुए थे. पुलिस पार्टी ने नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा.आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दिए जाने के बाद नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. नक्सलियों की फायरिंग के बाद पुलिस ने भी फायरिंग शुरू की. इस दौरान एक अज्ञात पुरुष नक्सली का शव बरामद हुआ था. घटनास्थल से पुलिस ने वायरलेस सेट, पिस्टल, तीर, धनुष सहित कुछ दैनिक सामग्री बरामद की थी.
शहीद कृष्ण पाल सिंह कुशवाहा के साहस को सलाम : दंतेवाड़ा जिले के थाना कटेकल्याण क्षेत्र में नक्सलियों की सूचना मिलने के बाद अलग-अलग जगह से पुलिस पार्टी रवाना की गई थी. सहायक प्लाटून कमांडर कृष्णपाल सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ की एक टीम जगदलपुर से टाहकावाड़ा तोंगपाल के लिए रवाना हुई. रास्ते में दरभा घाटी के पास नेशनल हाईवे पर नक्सलियों ने पेड़ काटकर रास्ता जाम किया था. पुलिस पार्टी जब दरभा घाटी के आसपास पहुंची तो नक्सलियों ने पुलिस पार्टी को देखकर गोलीबारी शुरू कर दी. इस मुठभेड़ के दौरान सहायक प्लाटून कमांडर कृष्ण पाल सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे और कुछ देर के बाद शहीद हो गए. सर्चिंग के दौरान पुलिस को घटनास्थल से टिफिन बम और इलेक्ट्रिक वायर मिला था.
गृह रक्षक एवं नागरिक सुरक्षा सराहनीय सेवा पदक 2023
शशि भूषण सोनी, नायक, नगर सेना जिला मुंगेली : शशि भूषण सोनी 1988 में नगर सेना बिलासपुर के स्वयंसेवी सैनिक के पद पर नियुक्त हुए. वर्तमान में नगर सेना मुंगेली में तैनात हैं. उन्हें उत्कृष्ट कार्यो के लिए शासन ने गृह रक्षक एवं नागरिक सुरक्षा सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया गया.
कन्हैया लाल साहू, सैनिक, नगर सेना दुर्ग : कन्हैयालाल साहू साल 1995 में नगर सेना रायपुर में स्वयंसेवी सैनिक के पद पर नियुक्त हुए थे. वर्तमान में नगर सेना दुर्ग में हैं. उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें गृह रक्षक एवं नागरिक सुरक्षा सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया गया.
राज्य स्तरीय पुरस्कार 2023 - आइए आपको बताते हैं इस साल स्वतंत्रता दिवस समारोह में किन्हें राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
सुरेश बंजारे, प्रधान आरक्षक, जिला बिलासपुर : अनुसूचित जाति वर्ग के पीड़ित पक्षों को राहत पहुंचाने के मामलों में उत्कृष्ट कार्य किए जाने पर सुरेश बंजारे को सम्मान मिला. सुरेश को 50 हजार रुपए नकद देने के साथ ही बिलासपुर रेंज को रनिंग सील्ड दिया गया.
राज्यपाल पुरस्कार : अंजू सिंह प्रधान आरक्षक जिला राजनांदगांव को राज्यपाल पुरस्कार मिला. अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग की महिलाओं और नाबालिग की शिकायतों पर कार्रवाई करने का काम अंजू सिंह ने किया है. जिसके लिए अंजू सिंह को 50 हजार रुपए नकद पुरस्कार के साथ राजनादगांव रेंज को रनिंग शील्ड दिया गया.
मुख्यमंत्री पुरस्कार : संदीप देशमुख प्रधान आरक्षक जिला राजनांदगांव को मुख्यमंत्री सम्मान मिला. अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति वर्ग के पीड़ित पक्षों की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई का कार्य संदीप ने किया था. जिसके लिए संदीप देशमुख को 50 हजार रुपए का नकद पुरस्कार के साथ ही राजनादगांव रेंज को रनिंग शील्ड प्रदान दिया गया.
रानी सुबरन कुंवर पुरस्कार : सरिता तिवारी उप निरीक्षक जिला बिलासपुर को रानी सुबरन कुंवर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. महिलाओं और बालक बालिकाओं की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई के लिए सरिता को सम्मान मिला है. सरिता तिवारी को 50 हजार रुपए नकद पुरस्कार देने के साथ बिलासपुर रेंज को रनिंग शील्ड प्रदान दिया गया.
वीर नारायण सिंह पुरस्कार : सुरेंद्र कुमार चतुर्वेदी निरीक्षक जिला बिलासपुर को वीर नारायण सिंह पुरस्कार मिला. अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति आजाद थाना बिलासपुर ने उत्कृष्ट कार्य किए हैं.जिसके लिए सुरेंद्र कुमार चतुर्वेदी को 50 हजार रुपए पुरस्कार दिए जाने के साथ ही बिलासपुर रेंज का रनिंग शील्ड मिला.
पुलिस महानिदेशक पुरस्कार : नीता राजपूत उप निरीक्षक जिला बेमेतरा को पुलिस महानिदेशक पुरस्कार से सम्मानित किया गया. समाज के पीड़ित वर्गों को राहत पहुंचाने और पुलिसकर्मियों पर त्वरित कार्यवाई के लिए नीता को सम्मान मिला. नीता राजपूत को 25 हजार रुपए और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया.