रायपुर: प्रदेश की राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ अपनी 3 सूत्रीय मांग को लेकर 10 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. हड़ताल कर रहे इन संविदा कर्मचारियों का कहना है कि, जब तक इनकी 3 सूत्रीय मांग सरकार की तरफ से पूरी नहीं की जाती तब तक वह अपनी हड़ताल बंद नहीं करेंगे. संविदा कर्मचारी उमस भरी गर्मी को देखते हुए छाता लेकर मैदान में अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. 11 अगस्त को संविदा कर्मचारी रैली निकालकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने जा रहे थे. जिसे पुलिस ने स्मार्ट सिटी ऑफिस के पास रोक दिया था.
3 सूत्रीय मांगों को लेकर कर रहे हैं प्रदर्शन
राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर विद्युत विभाग में काम करने वाले संविदा कर्मचारियों ने 3 सूत्रीय मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है. इनकी मुख्य मांगें इस प्रकार है.
- विद्युत कंपनी में कार्यरत समस्त संविदा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाए
- विद्युत दुर्घटना में शहीद हुए संविदा कर्मियों को उचित मुआवजा एवं उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए
- विद्युत संविदा कर्मी जो विद्युत दुर्घटनाओं में स्थाई एवं अस्थाई अपंगता का शिकार हो चुके हैं उन्हें उचित मुआवजा राशि प्रदान की जाए
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पूरे प्रदेश में संविदा कर्मचारियों की संख्या लगभग 2500
पूरे प्रदेश में विद्युत विभाग में संविदा पर काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या लगभग 2500 है. जो पिछले 3 साल से लेकर 5 साल तक विद्युत विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. बिजली विभाग में बिजली खंभों पर काम के दौरान अब तक 22 संविदा कर्मचारियों की मौत हो चुकी है. लगभग 90 संविदा कर्मचारी को थोड़ी बहुत चोट आई है या फिर अपंगता के शिकार हो गए हैं. इन संविदा कर्मचारियों को विद्युत विभाग की ओर से हर महीने वेतन के रूप में महज 8 हजार रुपये ही दिए जाते हैं. जिसको लेकर इन लोगों में नाराजगी है.