ETV Bharat / state

Influenza Virus के म्यूटेशन से होता है स्वाइन फ्लू, ऐसे बरतें सावधानी - Increased risk of dengue and swine flu

छत्तीसगढ़ में डेंगू और स्वाइन फ्लू का खतरा (Dengue and swine flu threat) मंडरा रहा है. अब तक प्रदेश में 470 से ज्यादा डेंगू के मरीज मिल चुके हैं. जिसमे रायपुर में 400 से ज्यादा डेंगू के मरीज मिल चुके हैं.

influenza virus vaccine
म्यूटेशन से होता है स्वाइन फ्लू
author img

By

Published : Sep 27, 2021, 8:01 PM IST

Updated : Sep 27, 2021, 11:01 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में लगतार संक्रमित मरीजों की संख्या कम होते हुए नजर आ रही है. जिसके बाद अब प्रदेश में डेंगू और स्वाइन फ्लू का खतरा (Dengue and swine flu threat) मंडरा रहा है. अब तक प्रदेश में 470 से ज्यादा डेंगू के मरीज मिल चुके हैं. जिसमे रायपुर में 400 से ज्यादा डेंगू के मरीज मिल चुके हैं.

Influenza Virus के म्यूटेशन से होता है स्वाइन फ्लू- डॉक्टर

वहीं राजधानी में 5 स्वाइन फ्लू (swine flu) के मरीज भी मिले हैं. लगभग ढाई साल बाद एक बार फिर से राजधानी में स्वाइन फ्लू (swine flu) के मरीज देखने को मिल रहे हैं. अब तक राजधानी में 5 स्वाइन फ्लू के मरीज सामने आ चुके हैं, जिसमें से 1 मरीज की मौत भी हो चुकी है. रायपुर में सरकारी सेटअप में केवल नेहरू मेडिकल कॉलेज की लैब (Nehru Medical College Lab) और एम्स रायपुर में ही स्वाइन फ्लू के टेस्ट (swine flu test) होते हैं. वहीं स्वाइन फ्लू की जानकारी नहीं देने पर स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों और लैब्स को नोटिस जारी कर दिया है.

इनफ्लुएंजा वायरस (influenza virus) के म्यूटेशन से होता है स्वाइन फ्लू

असिस्टेंट प्रोफेसर देवी ज्योति दास ने बताया कि स्वाइन फ्लू 1 तारीख का इनफ्लुएंजा वायरस से होता है. जैसे कोरोना एक वायरस से होता है वैसे ही इनफ्लुएंजा भी एक तरीके का वायरस होता है, जो ज्यादातर सीजनल फ्लू है, वह होता है. उसमें कुछ स्पेसिफिक टाइप के म्यूटेशन (Specific type mutations) हो जाते हैं उसका जो वेरिएंट होता है उसको स्वाइन फ्लू (swine flu) कहते हैं.

स्वाइन फ्लू के बारे में ज्यादा चर्चा और इसलिए होती है. क्योंकि यह कुछ मरीजों में ज्यादा सीवियर हो जाता है. दोनों फैफड़ों में बहुत ज्यादा निमोनिया देखने को मिलता है. ऑक्सीजन का लेवल बहुत ज्यादा लो हो जाता है और कुछ लोगों की इससे डेथ भी हो जाती है तो यह क्योंकि इतनी सीवियर बीमारी कर पाता है. इसलिए इस को जल्द से जल्द पहचानना बहुत ज्यादा जरूरी हो जाता है. कोरोना के पहले नॉर्मल सर्दी के मौसम में हमें स्वाइन फ्लू के मरीज देखने को मिलते थे. उसके लिए हमारा अलग से वर्ड भी होता था इस बार फिर से स्वाइन फ्लू के कुछ मरीज देख रहे हैं.

वह कितना सीवियर है इस बारे में बता पाना मैं थोड़ा समय है पिछली बार जो कोविड शुरू शुरू में आया था तब हम कोविड के साथ स्वाइन फ्लू का भी टेस्ट करते थे. कुछ लोगों में दोनों मिलते थे उसके बाद धीरे-धीरे कोविड के मरीज ज्यादा बढ़ते गए और स्वाइन फ्लू के मामले कम होते गए अभी दुबारा स्वाइन फ्लू के मरीज देखने को मिल रहे हैं.

कुछ मरीजों में स्वाइन फ्लू हो जाता है सीवियर

स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए एक इनफ्लुएंजा वायरस की वैक्सीन (influenza virus vaccine) होता है. वह साल में एक बार लगाना होता है. इससे सीवियर फॉर्म ऑफ स्वाइन फ्लू से आप बच सकते हैं दूसरा जो नॉर्मल सारे प्रिकॉशंस होते हैं. जैसे आप बाहर जा रहे हैं तो मास्क लगाकर जाए. किसी को सर्दी बुखार है तो वह अपने आप को थोड़ा आइसोलेट कर ले, बाकियों से नाम मिले.

डॉक्टर के मुताबिक अपने खाना-पीना में पौष्टिक भोजन लें. पानी की मात्रा अच्छी रखें रोजाना 4 से 5 लीटर पानी पिए यह सारी प्रिकॉशंस आपको रखने हैं और इसकी जो पुष्टि होती है वह भी नाक में कोरोना टेस्ट (Corona Test) जैसे स्वैप करके ही टेस्ट होता है, उससे यह पकड़ में आता है. ज्यादातर मरीजों में यह सर्दी खांसी होकर ही ठीक हो जाता है. कुछ मरीजों में सीवियर देखने को मिलता है और उन मरीजों का जल्द से जल्द इलाज होना जरूरी होता है.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में लगतार संक्रमित मरीजों की संख्या कम होते हुए नजर आ रही है. जिसके बाद अब प्रदेश में डेंगू और स्वाइन फ्लू का खतरा (Dengue and swine flu threat) मंडरा रहा है. अब तक प्रदेश में 470 से ज्यादा डेंगू के मरीज मिल चुके हैं. जिसमे रायपुर में 400 से ज्यादा डेंगू के मरीज मिल चुके हैं.

Influenza Virus के म्यूटेशन से होता है स्वाइन फ्लू- डॉक्टर

वहीं राजधानी में 5 स्वाइन फ्लू (swine flu) के मरीज भी मिले हैं. लगभग ढाई साल बाद एक बार फिर से राजधानी में स्वाइन फ्लू (swine flu) के मरीज देखने को मिल रहे हैं. अब तक राजधानी में 5 स्वाइन फ्लू के मरीज सामने आ चुके हैं, जिसमें से 1 मरीज की मौत भी हो चुकी है. रायपुर में सरकारी सेटअप में केवल नेहरू मेडिकल कॉलेज की लैब (Nehru Medical College Lab) और एम्स रायपुर में ही स्वाइन फ्लू के टेस्ट (swine flu test) होते हैं. वहीं स्वाइन फ्लू की जानकारी नहीं देने पर स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों और लैब्स को नोटिस जारी कर दिया है.

इनफ्लुएंजा वायरस (influenza virus) के म्यूटेशन से होता है स्वाइन फ्लू

असिस्टेंट प्रोफेसर देवी ज्योति दास ने बताया कि स्वाइन फ्लू 1 तारीख का इनफ्लुएंजा वायरस से होता है. जैसे कोरोना एक वायरस से होता है वैसे ही इनफ्लुएंजा भी एक तरीके का वायरस होता है, जो ज्यादातर सीजनल फ्लू है, वह होता है. उसमें कुछ स्पेसिफिक टाइप के म्यूटेशन (Specific type mutations) हो जाते हैं उसका जो वेरिएंट होता है उसको स्वाइन फ्लू (swine flu) कहते हैं.

स्वाइन फ्लू के बारे में ज्यादा चर्चा और इसलिए होती है. क्योंकि यह कुछ मरीजों में ज्यादा सीवियर हो जाता है. दोनों फैफड़ों में बहुत ज्यादा निमोनिया देखने को मिलता है. ऑक्सीजन का लेवल बहुत ज्यादा लो हो जाता है और कुछ लोगों की इससे डेथ भी हो जाती है तो यह क्योंकि इतनी सीवियर बीमारी कर पाता है. इसलिए इस को जल्द से जल्द पहचानना बहुत ज्यादा जरूरी हो जाता है. कोरोना के पहले नॉर्मल सर्दी के मौसम में हमें स्वाइन फ्लू के मरीज देखने को मिलते थे. उसके लिए हमारा अलग से वर्ड भी होता था इस बार फिर से स्वाइन फ्लू के कुछ मरीज देख रहे हैं.

वह कितना सीवियर है इस बारे में बता पाना मैं थोड़ा समय है पिछली बार जो कोविड शुरू शुरू में आया था तब हम कोविड के साथ स्वाइन फ्लू का भी टेस्ट करते थे. कुछ लोगों में दोनों मिलते थे उसके बाद धीरे-धीरे कोविड के मरीज ज्यादा बढ़ते गए और स्वाइन फ्लू के मामले कम होते गए अभी दुबारा स्वाइन फ्लू के मरीज देखने को मिल रहे हैं.

कुछ मरीजों में स्वाइन फ्लू हो जाता है सीवियर

स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए एक इनफ्लुएंजा वायरस की वैक्सीन (influenza virus vaccine) होता है. वह साल में एक बार लगाना होता है. इससे सीवियर फॉर्म ऑफ स्वाइन फ्लू से आप बच सकते हैं दूसरा जो नॉर्मल सारे प्रिकॉशंस होते हैं. जैसे आप बाहर जा रहे हैं तो मास्क लगाकर जाए. किसी को सर्दी बुखार है तो वह अपने आप को थोड़ा आइसोलेट कर ले, बाकियों से नाम मिले.

डॉक्टर के मुताबिक अपने खाना-पीना में पौष्टिक भोजन लें. पानी की मात्रा अच्छी रखें रोजाना 4 से 5 लीटर पानी पिए यह सारी प्रिकॉशंस आपको रखने हैं और इसकी जो पुष्टि होती है वह भी नाक में कोरोना टेस्ट (Corona Test) जैसे स्वैप करके ही टेस्ट होता है, उससे यह पकड़ में आता है. ज्यादातर मरीजों में यह सर्दी खांसी होकर ही ठीक हो जाता है. कुछ मरीजों में सीवियर देखने को मिलता है और उन मरीजों का जल्द से जल्द इलाज होना जरूरी होता है.

Last Updated : Sep 27, 2021, 11:01 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.