रायपुर: देश के कुछ राज्य इन दिनों चक्रवाती तूफान 'यास' के कहर से गुजर रहे हैं. यास तूफान बुधवार लगभग 12 बजे छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य ओडिशा के तटीय इलाकों से टकराया, जिसका असर प्रदेश के रायगढ़, जशपुर समेत ओडिशा से लगे कई सीमवर्ती जिलों में भी देखने को मिला. इन जिलों में तेज हवाएं चलती रहीं.
छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने 7 जिलों में 48 घंटों के लिए यलो अलर्ट जारी किया था. जिसमें मौसम विभाग ने गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी थी. प्रदेश के बलरामपुर, सरगुजा, सूरजपुर, जशपुर समेत तीन अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश होने की संभावना जताई थी. जिसके बाद कुछ जिलों के ग्रामीण अंचलों में बिजली की सेवा बाधित हुई. कुछ जिलों में तेज आंधी चलती रही. हालांकि इस बीच लोगों को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ.
छत्तीसगढ़ में यास का प्रभाव, मौसम विभाग ने 7 जिलों के लिए 48 घंटे का यलो अलर्ट जारी किया
'यास' के असर से तापमान में गिरावट
प्रदेश में तूफान की आशंका के चलते पहले से ही 11 ट्रेनों को रद्द किया गया था. अंबिकापुर, कोरिया, कोरबा, जांजगीर, बिलासपुर, पेंड्रा, मुंगेली तक बादल छाए रहे. बिलासपुर में भी तेज हवाएं चली. यास के असर के चलते प्रदेश के तापमान में गिरावट दर्ज की गई. रायगढ़ का अधिकतम तापमान 36 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं बिलासपुर समेत अधिकतर जिलों के अधिकतम तापमान में कमी देखी गई.
कई जिलों में तेज हवा के साथ हुई बारिश
बुधवार को बस्तर जिले में सुबह से ही बादल छाए हुए थे. जिसके बाद यहां दोपहर में अचानक 110 किमी से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने लगी. जगदलपुर शहर के आसपास के कुछ गांवों में हल्की बारिश हुई. वहीं बात करें सुकमा जिले की तो यहां भी कई जगहों में बारिश हुई. दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर और कोंडा गांव में तेज हवाओं के साथ कुछ जगहों में बूंदाबांदी हुई है. गुरुवार को भी बस्तर में बादल छाए रहने के साथ कुछ जगहों पर मध्यम बारिश की संभावना जताई जा रही है.