रायपुर: पुरानी बस्ती थाना में मालसाय पारा तालाब के पास हनुमान मंदिर से हनुमान जी की मूर्ति गायब हो गई थी. घटना की सूचना लोगों ने पुलिस को दी. मलसाय पारा तालाब के पास रहने वाले लोग गुरुवार की सुबह मंदिर में पूजा पाठ करने के लिए पहुंचे थे, उस समय हनुमान मंदिर से मूर्ति गायब थी. फिर बाद में हनुमान मंदिर से गायब हनुमान जी की मूर्ति तालाब के किनारे पड़ी हुई मिली. पुलिस को आसपास के लोगों से पूछताछ में पता चला कि बुजुर्ग प्रमोद तिवारी ने वह मूर्ति मंदिर से उठाकर तालाब के किनारे फेंक दिया था. मूर्ति फेंकने वाला शख्स मानसिक रोगी है. पुलिस ने इस मामले मानसिक रोगी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.
पुलिस का बयान: पुरानी बस्ती थाना प्रभारी मुकेश सिंह ने बताया कि "गुरुवार की सुबह मलसाय पारा के रहने वाले लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि तालाब किनारे स्थित हनुमान जी के मंदिर से हनुमान जी की मूर्ति गायब हो गई है. लोगों को आशंका थी कि मूर्ति को किसी ने चुरा लिया है. पुलिस ने जब पूरे मामले की पड़ताल की तो पता चला कि मालसाय पारा के रहने वाले लगभग 55 वर्षीय बुजुर्ग प्रमोद तिवारी जो कि मानसिक रूप से विक्षिप्त है, उसी ने हनुमान मंदिर से मूर्ति को उठाकर तालाब के किनारे फेंक दिया गया था. वृद्ध मानसिक रोगी का इलाज पिछले चार-पांच सालों से चल रहा है. मूर्ति को तालाब किनारे से उठाकर हनुमान जी के मंदिर में स्थापित कर दिया गया है."
लोग कर रहे कार्रवाई की मांग: हनुमान जी के मंदिर से मूर्ति गायब होने की खबर सुनकर आसपास के लोग और भाजपा नेता रमेश ठाकुर भी पहुंचे थे. रमेश ठाकुर ने कहा कि "हनुमान जी के मंदिर से हनुमान जी की मूर्ति गायब है, जो कि दुर्भाग्य का विषय है." उन्होंने कहा कि "जब आसपास के लोगों ने मूर्ति को ढूंढना शुरू किया तो मूर्ति तालाब में डूबी हुई मिली और मंदिर का सब सामान बिखरा हुआ था. अज्ञात व्यक्ति के द्वारा इस तरह की हरकत की गई है. इस पर कार्रवाई होनी चाहिए. इससे धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है."
पुलिस पर लोग इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. हालांकि मूर्ति फेंकने वाले की मानसिक स्थिति को देखते हुए पुलिस ने उस पर कोई कार्रवाई न करने का फैसला किया है.