रायपुर : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक प्रियंका शुक्ला ने 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस पर राजधानी रायपुर के डीकेएस अस्पताल के ब्लड-बैंक में रक्तदान किया. इस मौके पर उन्होंने महिलाओं से रक्तदान में भागीदारी बढ़ाने की अपील की है. उन्होंने सभी लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि रक्तदान में महिलाओं की भागीदारी 30 फीसदी और पुरूषों की 70 फीसदी होना चाहिए.
IAS प्रियंका शुक्ला ने बताया कि रक्तदाताओं के ब्लड को जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए प्रदेश में 31 सरकारी और 60 निजी ब्लड-बैंक संचालित हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं, युवाओं, छात्रों और सामाजिक संस्थाओं को समय-समय पर रक्तदान कर मानव समाज की सेवा करना चाहिए, जिससे दुर्घटना में घायलों और हाई-रिस्क डिलीवरी के दौरान गर्भवती महिलाओं को मदद मिल सके.
नियमों का पालन करने की अपील
डॉ. शुक्ला ने कोविड-19 के खतरे को देखते हुए रक्तदान के समय सभी जरूरी सावधानियां बरतने के लिए कहा है. उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर हाथों की स्वच्छता के लिए साबुन और सैेनिटाइजर का उपयोग करने, साथ ही मास्क या साफ कपड़े से मुंह ढंकने की अपील की है.
रक्तदाताओं का आभार व्यक्त
हर साल 14 जून को पूरी दुनिया में विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है. सुरक्षित खुन और खुन की आवश्यकता को लेकर जागरूकता बढ़ाने और रक्तदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए साल 2004 से इसे हर साल मनाया जाता है. विश्व रक्तदाता दिवस इस साल ‘सुरक्षित रक्त जीवन बचाता है’ की थीम पर मनाया गया.
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के दिशा-निर्देशों के मुताबिक रक्त की अनुमानित आवश्यकता किसी भी राज्य की कुल जनसंख्या का एक प्रतिशत यूनिट की उपलब्धता होनी चाहिए. छत्तीसगढ़ में साल 2019-20 में रक्तदान शिविरों और सामाजिक संस्थाओं द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान कार्यक्रमों से शासकीय ब्लड-बैंकों में 1 लाख 5 हजार यूनिट और निजी ब्लैड-बैंकों के माध्यम से 1 लाख 25 हजार लाख यूनिट यानि कुल 2 लाख 30 हजार यूनिट रक्त का संग्रहण हुआ है. प्रदेश की आबादी के हिसाब से 2 लाख 55 हजार यूनिट रक्त संग्रहण के लक्ष्य का यह 90 प्रतिशत है.