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कोरोनाकाल में होटल-रेस्टोरेंट का हाल: Takeaway चला नहीं, dining भी बैठ गया

अनलॉक के बीच रेस्टोरेंट और होटल संचालन में हुए बदलाव को लेकर ETV भारत ने होटल रेस्टोरेंट के हालातों पर संचालकों से बातचीत की है. इस दौरान पता चला है कि संस्थान कोरोना रोकथाम के गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें भारी घाटा सहना पड़ रहा है.

Hotel and restaurant operations have been in huge deficit
कोरोनाकाल में होटल-रेस्टोरेंट का हाल
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Published : Sep 3, 2020, 10:25 PM IST

रायपुर: देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. रेस्टोरेंट और होटल संचालकों की हालत खस्ता हो चुकी है. सरकार ने अनलॉक के दौरान जो भी गाइडलाइन रेस्टोरेंट संचालन के लिए जारी की है, उसमें काफी कम रियायतें दी गई है. अनलॉक में रेस्टोरेन्ट खुल चुके हैं और ग्राहकों के लिए अनुमति भी दे दी गई है, फिलहाल लोग रेस्टोरेंट में बैठकर खाना खा सकते हैं. अनलॉक के बीच रेस्टोरेंट और होटल संचालन में हुए बदलाव को लेकर ETV भारत ने होटल रेस्टोरेंट के हालातों पर संचालकों से बातचीत भी की है.

कोरोनाकाल में होटल-रेस्टोरेंट का हाल बेहाल

होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन अध्यक्ष तरनजीत सिंह होरा ने बताया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए गाइडलाइन जारी की है. जिसका होटल और रेस्टोरेंट पूरी तरह से ख्याल रख रहे हैं. ग्राहक और होटल कर्मचारियों को भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने को कहा जा रहा है. एहतियात के तौर पर जो भी ग्राहक रेस्टोरेंट आ रहे हैं. पहले उन्हें थर्मल स्कैनिंग से चेक किया जा रहा है. इसके बाद उनके हाथों को सैनिटाइज करके ही उन्हें रेस्टोरेंट के अंदर बैठने दिया जा रहा है. इसके साथ ही रेस्टोरेंट में सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जा रहा है. इस बात का भी खास ध्यान रखा जा रहा है कि जो वेटर ग्राहकों को खाना दे रहे हैं. वह फेस मास्क और हाथ में ग्लब्स पहनने के बाद ही खाना परोस रहे हैं.

पढ़ें: बलरामपुर: माकड में हाथियों ने मचाया उत्पात, कई घर हुए क्षतिग्रस्त, हमले में मवेशी घायल

सोशल डिस्टेंस के लिए घटाए टेबल

निजी होटल संचालक इरफान अहमद ने बताया कि पहले के मुकाबले कोरोना संक्रमण के दौरान ग्राहकी में काफी कमी आ गई है. पहले के जैसे लोग रेस्टोरेंट में आ भी नहीं रहे हैं. वहीं रेस्टोरेंट संचालक यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि जो भी कस्टमर रेस्टोरेंट आ रहे हैं उनमें सोशल डिस्टेंसिंग जरूर रहे. इसके साथ ही अगर 50 ग्राहकों की कैपेसिटी का रेस्टोरेंट है तो सिर्फ 25 ग्राहक को ही एक समय पर रेस्टोरेंट में बैठने दिया जा रहा है. टेबल भी कम कर दिए गए हैं.

पढ़ें: SPECIAL: सेप्टिक टैंक के पानी को किया जा रहा फिल्टर, अंबिकापुर मॉडल की देशभर में तारीफ

ऑनलाइन और पार्सल में भी कमी

होटल संचालकों ने बताया कि कोरोना काल में जब से रेस्टोरेंट खुले हैं, तब से पार्सल सिस्टम में भी काफी कमी आई है. हालांकि लोग पार्सल ले रहे हैं, ऑनलाइन ऑर्डर भी कर रहे हैं, लेकिन पहले जैसे स्थिति अब नहीं है. करीब 30% लोगों ही ऑनलाइन ऑर्डर कर रहे हैं. छोटे होटल संचालक ग्राहक न आने से काफी परेशान हैं.

मेन्यू में बदलाव

होटल संचालकों ने बताया कि बड़े होटलों में अभी भी मेन्यू पहले की तरह सामान्य है. सभी पकवानों को परोसा जा रहा है, लेकिन कुछ छोटे होटल हैं जहां पर स्टाफ कम होने की वजह से पहले की तरह सभी पकवान नहीं परोसे जा रहे हैं. वहीं जो लोग होटलों में खाने आ रहे हैं, वह भी चाय और कॉफी आर्डर कर अपना समय व्यतीत कर वापस जा रहे हैं. अब ये देखने वाली बात होगी की आखिर कब होटल और रेस्टोरेंट का व्यापार दोबारा परवान चढ़ सकेगा.

रायपुर: देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. रेस्टोरेंट और होटल संचालकों की हालत खस्ता हो चुकी है. सरकार ने अनलॉक के दौरान जो भी गाइडलाइन रेस्टोरेंट संचालन के लिए जारी की है, उसमें काफी कम रियायतें दी गई है. अनलॉक में रेस्टोरेन्ट खुल चुके हैं और ग्राहकों के लिए अनुमति भी दे दी गई है, फिलहाल लोग रेस्टोरेंट में बैठकर खाना खा सकते हैं. अनलॉक के बीच रेस्टोरेंट और होटल संचालन में हुए बदलाव को लेकर ETV भारत ने होटल रेस्टोरेंट के हालातों पर संचालकों से बातचीत भी की है.

कोरोनाकाल में होटल-रेस्टोरेंट का हाल बेहाल

होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन अध्यक्ष तरनजीत सिंह होरा ने बताया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए गाइडलाइन जारी की है. जिसका होटल और रेस्टोरेंट पूरी तरह से ख्याल रख रहे हैं. ग्राहक और होटल कर्मचारियों को भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने को कहा जा रहा है. एहतियात के तौर पर जो भी ग्राहक रेस्टोरेंट आ रहे हैं. पहले उन्हें थर्मल स्कैनिंग से चेक किया जा रहा है. इसके बाद उनके हाथों को सैनिटाइज करके ही उन्हें रेस्टोरेंट के अंदर बैठने दिया जा रहा है. इसके साथ ही रेस्टोरेंट में सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जा रहा है. इस बात का भी खास ध्यान रखा जा रहा है कि जो वेटर ग्राहकों को खाना दे रहे हैं. वह फेस मास्क और हाथ में ग्लब्स पहनने के बाद ही खाना परोस रहे हैं.

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सोशल डिस्टेंस के लिए घटाए टेबल

निजी होटल संचालक इरफान अहमद ने बताया कि पहले के मुकाबले कोरोना संक्रमण के दौरान ग्राहकी में काफी कमी आ गई है. पहले के जैसे लोग रेस्टोरेंट में आ भी नहीं रहे हैं. वहीं रेस्टोरेंट संचालक यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि जो भी कस्टमर रेस्टोरेंट आ रहे हैं उनमें सोशल डिस्टेंसिंग जरूर रहे. इसके साथ ही अगर 50 ग्राहकों की कैपेसिटी का रेस्टोरेंट है तो सिर्फ 25 ग्राहक को ही एक समय पर रेस्टोरेंट में बैठने दिया जा रहा है. टेबल भी कम कर दिए गए हैं.

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ऑनलाइन और पार्सल में भी कमी

होटल संचालकों ने बताया कि कोरोना काल में जब से रेस्टोरेंट खुले हैं, तब से पार्सल सिस्टम में भी काफी कमी आई है. हालांकि लोग पार्सल ले रहे हैं, ऑनलाइन ऑर्डर भी कर रहे हैं, लेकिन पहले जैसे स्थिति अब नहीं है. करीब 30% लोगों ही ऑनलाइन ऑर्डर कर रहे हैं. छोटे होटल संचालक ग्राहक न आने से काफी परेशान हैं.

मेन्यू में बदलाव

होटल संचालकों ने बताया कि बड़े होटलों में अभी भी मेन्यू पहले की तरह सामान्य है. सभी पकवानों को परोसा जा रहा है, लेकिन कुछ छोटे होटल हैं जहां पर स्टाफ कम होने की वजह से पहले की तरह सभी पकवान नहीं परोसे जा रहे हैं. वहीं जो लोग होटलों में खाने आ रहे हैं, वह भी चाय और कॉफी आर्डर कर अपना समय व्यतीत कर वापस जा रहे हैं. अब ये देखने वाली बात होगी की आखिर कब होटल और रेस्टोरेंट का व्यापार दोबारा परवान चढ़ सकेगा.

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