रायपुर: आखिरकार छत्तीसगढ़ में मानसून ने दस्तक दे दी है. दक्षिण-पश्चिम मानसून गुरुवार को आगे बढ़ते हुए आंध्रप्रदेश के तटीय इलाकों के साथ दक्षिण ओडिशा, बंगाल की खाड़ी की पश्चिम मध्य और उत्तरी क्षेत्र के साथ दक्षिण छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर गया है.
छत्तीसगढ़ के बस्तर में मानसून पहुंचते ही राजधानी में भी गरज चमक के साथ झमाझम बारिश हुई. जिससे गर्मी और उमस से लोगों को राहत मिली है. बारिश के बाद मौसम सुहाना हो गया है और दिनभर की गर्मी और उमस के साथ चिलचिलाती धूप से लोगों को राहत मिली है.
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कई जगह पर हुई बारिश
मौसम विभाग की ओर से गुरुवार सुबह जारी सूचना में मानसून की उत्तर सीमा के हरनाई, शोलापुर, रामगुंडम, जगदलपुर, गोपालपुर तक पहुंचने की बात कही गई थी. इसके साथ ही बताया गया था कि एक द्रोणिका चक्रवात दक्षिण छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 1.5 किमी उपर बना है.
छत्तीसगढ़ में मानसून
इस साल मानसून समय से पहले ही 30 मई को केरल पहुंच गया था. पिछले साल मानसून 8 दिन की देरी से केरल पहुंचा था. इधर दक्षिण-पश्चिम मानसून पूर्वोत्तर भारत के राज्यों को पार कर गोवा के साथ ही महाराष्ट्र तक पहुंच गया है. मानसून ने दक्षिणी छत्तीसगढ़ और दक्षिणी ओडिशा में भी दी दस्तक दे दी है. अगले 24 घंटों के दौरान आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा, केरल, तटीय कर्नाटक, गंगीय पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है. इधर 11 जून को मानसून की उत्तरी सीमा का पश्चिमी सिरा कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के सभी भागों को पार करते हुए तेलंगाना के अधिकांश हिस्सों में पहुंच गया. इसी के साथ मानसून ने गोवा, दक्षिणी कोंकण, दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण छत्तीसगढ़ और दक्षिणी ओडिशा में दस्तक दे दी.