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रायपुर में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने लगाया भेदभाव कर ड्यूटी लगाने का आरोप

छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने डॉ. भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल (मेकाहारा हॉस्पिटल) के कोविड 19 ऑफिस पर भेदभाव का आरोप लगाया है. कर्मचारी संघ का कहना है कि कोरोना काल में बार-बार गिने चुने नर्सेस की ड्यूटी लगाई जा रही है.

mekahara hospital
मेकाहारा अस्पताल
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Published : May 6, 2021, 8:14 PM IST

Updated : May 7, 2021, 2:00 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने डॉ. भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल (मेकाहारा हॉस्पिटल) के संयुक्त संचालक और अध्यक्ष के नाम पत्र लिखकर शिकायत की है. कर्मचारी संघ ने कोविड-19 ऑफिस पर भेदभाव कर स्टाफ नर्स की ड्यूटी लगाने का आरोप लगाया है.

पत्र में छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने लिखा है कि कोविड-19 में स्टाफ नर्सों की ड्यूटी रोटेशन से लगाते हुए सभी स्टाफ नर्सों की ड्यूटी लगाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए. लेकिन साल 2020 में पहली बार कोविड-19 के दौरा में काम कर चुके स्टाफ नर्सों की ही दूसरी लहर में भी ड्यूटी लगाई जा रही है. जबकि 60-70 ऐसे स्टाफ नर्स हैं जिनकी कोरोना काल में एक बार भी ड्यूटी नहीं लगाई गई है. जिससे कोविड 19 कार्यालय की कार्यशैली संदेह के घेरे में है.

पखांजूर में थककर PPE किट में ही जमीन पर सो गई नर्स लीलासनी कोड़ोपी

शारीरिक रूप से परेशान हो रहीं नर्स

कर्मचारी संघ का आरोप है कि अभी भी मेट्रन ऑफिस संरक्षण देते हुए कुछ स्टाफ नर्सों को कोविड-19 ड्यूटी से अलग रखा रहे हैं. कुछ ऐसी नर्स हैं जो लगातार कोविड-19 में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उन्हीं नर्सों की ड्यूटी बार-बार लगाई जा रही है. जिससे नर्स शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रही हैं. जिससे नर्सेस में असंतोष व्याप्त है.

कर्मचारी संघ की मांग

पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल के संयुक्त संचालक और अध्यक्ष से अनुरोध किया गया है कि सभी स्टाफ नर्सों की ड्यूटी कोविड-19 कार्य में रोटेशन का पालन करते हुए लगाई जाए.

रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने डॉ. भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल (मेकाहारा हॉस्पिटल) के संयुक्त संचालक और अध्यक्ष के नाम पत्र लिखकर शिकायत की है. कर्मचारी संघ ने कोविड-19 ऑफिस पर भेदभाव कर स्टाफ नर्स की ड्यूटी लगाने का आरोप लगाया है.

पत्र में छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने लिखा है कि कोविड-19 में स्टाफ नर्सों की ड्यूटी रोटेशन से लगाते हुए सभी स्टाफ नर्सों की ड्यूटी लगाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए. लेकिन साल 2020 में पहली बार कोविड-19 के दौरा में काम कर चुके स्टाफ नर्सों की ही दूसरी लहर में भी ड्यूटी लगाई जा रही है. जबकि 60-70 ऐसे स्टाफ नर्स हैं जिनकी कोरोना काल में एक बार भी ड्यूटी नहीं लगाई गई है. जिससे कोविड 19 कार्यालय की कार्यशैली संदेह के घेरे में है.

पखांजूर में थककर PPE किट में ही जमीन पर सो गई नर्स लीलासनी कोड़ोपी

शारीरिक रूप से परेशान हो रहीं नर्स

कर्मचारी संघ का आरोप है कि अभी भी मेट्रन ऑफिस संरक्षण देते हुए कुछ स्टाफ नर्सों को कोविड-19 ड्यूटी से अलग रखा रहे हैं. कुछ ऐसी नर्स हैं जो लगातार कोविड-19 में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उन्हीं नर्सों की ड्यूटी बार-बार लगाई जा रही है. जिससे नर्स शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रही हैं. जिससे नर्सेस में असंतोष व्याप्त है.

कर्मचारी संघ की मांग

पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल के संयुक्त संचालक और अध्यक्ष से अनुरोध किया गया है कि सभी स्टाफ नर्सों की ड्यूटी कोविड-19 कार्य में रोटेशन का पालन करते हुए लगाई जाए.

Last Updated : May 7, 2021, 2:00 PM IST
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