नई दिल्ली/ रायपुर: छत्तीसगढ़ में छिड़ी कुर्सी की जंग के बीच सोमवार की शाम को आनन फानन में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव दिल्ली पहुंचे. रायपुर से रवाना होते वक्त भी सिंहदेव मीडिया से बचते दिखे और फिर दिल्ली पहुंचने पर भी उन्होंने मीडिया से दूरी बनाई. उन्होंने अपने दौरे पर कुछ नहीं बोला और सीधे एयरपोर्ट से कांग्रेस दफ्तर की ओर रवाना हो गए.
इससे पहले रविवार को अपने घर पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मीटिंग बुलाई थी. इस बैठक में उन्होंने कोरोना और डेंगू की स्थिति को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों संग चर्चा की. उसके बाद वह मीडिया से मुखातिब हुए. सिंहदेव ने पत्रकारों से बातचीत में बड़ा बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि ढाई-ढाई साल के सीएम की बातें अब पार्टी फोरम से निकलकर जनता और मीडिया के बीच आ गई है. इस मुद्दे पर इतनी बातें हुई कि यह अब सबके बीच आ गया है. इस मुद्दे को कांग्रेस हाईकमान भी समझता है. उन्होंने कहा कि जल्द ही हाई कमान की तरफ से इस मुद्दे पर कोई न कोई फैसला जरूर आएगा.
छत्तीसगढ़ में कुर्सी का खेला !, सिंहदेव फिर दिल्ली हुए रवाना
इससे पहले शनिवार 28 अगस्त को दिल्ली से लौटने पर सिंहदेव ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सभी सवालों का जवाब दिया था. उन्होंने कहा कि 24 अगस्त को उनकी राहुल गांधी से मुलाकात हुई. पूरे मन से हाईकमान से चर्चा हुई है. अंतिम फैसला आलाकमान के पास सुरक्षित है. कुछ बातें होती हैं. जिनमें उलझनें होती है. ऐसे में समय भी लगता है. समय के हिसाब से हाई कमान जो निर्णय लेगा. वह हमेशा स्वीकार रहेगा.
उन्होंने कहा कि हाईकमान को सब बता दिया है. उनका जो फैसला होगा वह सर्वमान्य होगा. विधायक बृहस्पति सिंह के बयान कि सरगुजा के महाराजा ग्वालियर के महाराजा की तरह काम नहीं करेंगे पर सिंहदेव ने कहा कि वह सिंधिया के नक्शे कदम पर बिल्कुल नहीं चलेंगे. जब मीडिया ने पूछा की बृहस्पति सिंह ने आपको होशियार आदमी बताया है तो उन्होंने कहा कि यह उनका मेरे प्रति प्यार है.
रविवार को मीडिया में दिए सिंहदेव के इस बयान के और अचानक दिल्ली दौरे को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. एक बार फिर छत्तीसगढ़ की राजनीति में कुर्सी की जंग को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है.